सरकारी तेल कंपनियां रोज सुबह 6 बजे तेल की कीमतों को बढ़ाने या घटाने या स्थिर रखने का फैसला लेती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर यह होचा है। कच्चे तेल की कीमतें करेंसी की चाल पर निर्भर होती हैं। वर्तमान में तेल की कीमतों में करीबन 60% टैक्स लगता है। यह अब तक का ऐतिहासिक रूप से सबसे ज्यादा टैक्स है। इसमें राज्य और केंद्र सरकार दोनों टैक्स लगाती हैं।
क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट, जानिए आपके शहर में क्या है पेट्रोल-डीजल के दाम
इस समय पूरी दुनिया महंगाई से परेशान है, ऐसे में कच्चे तेल की कीमतों (crude oil price) में मंगलवार को गिरावट देखने को मिली है। आपको बता दें कि क्रूड ऑयल के दाम पिछले सात महिने के निचले स्तर पर है। अभी भी क्रूड ऑयल 100 डॉलर से नीचे बना हुआ है।
बता दें कि भारतीय बाजार (Indian market) में मंगलवार यानी 13 सितंबर को भी पेट्रोल-डीजल के दामों में भी कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है।
साथ ही सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (Government OMCs) ने भी पेट्रोल और डीजल की कीमत (Petrol Diesel Price) में कोई फेरबदल नहीं किया।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आई भारी गिरावट, ये है नई कीमत
नई दिल्ली: सरकारी तेल कंपनियों (Government oil companies) द्वारा आज फिर पेट्रोल और डीजल (कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट Petrol-Diesel Price) के दामों गिरावट दर्ज की गई है। आम लोगों को राहत देते हुए पेट्रोल कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट और डीजल के दाम में सोमवार को 14 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम में 16 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई। दामों में कमी आने के बाद राजधानी दिल्ली (Delhi) में पेट्रोल का दाम 81.72 रुपए और डीजल 72.78 रुपए तक बिक रहा है।
दरअसल कोरोना के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में कच्चे तेल (Crude Oil) की डिमांड में भारी कमी आई है। जिसके कारण पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इन दिनों भारी गिरावट दर्ज की जा रही है।
भोपाल में पेट्रोल-डीजल के दाम
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में भी पेट्रोल और डीजल के दामों में गिरावट दर्ज की गई है। बदलाव होने के बाद आज पेट्रोल के दाम 89.44 रुपये और डीजल 80.49 रुपये प्रति लीटर है।
शहर पेट्रोल Rs/Ltr डीजलRs/Ltr
दिल्ली 81.72 72.78
रायपुर 80.56 78.91
लखनऊ 82.03 73.05
कोलकाता 83.23 76.28
मुंबई 88.38 79.29
चेन्नई 84.72 78.12
ऐसे चेक कर सकते हैं अपने शहर में पेट्रोल के दाम
पेट्रोल और डीजल का रोजाना रेट आप SMS के जरिए भी जान सकते हैं। हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल के भाव अपडेट होते हैं। इंडियन ऑयल के ग्राहक RSP लिखकर 9224992249 नंबर पर और बीपीसीएल उपभोक्ता RSP लिखकर 9223112222 नंबर पर भेज जानकारी हासिल कर सकते हैं। वहीं, एचपीसीएल उपभोक्ता HPPrice लिखकर 9222201122 नंबर पर भेजकर भाव पता कर सकते हैं।
ओपेक देशों के एक फैसले से बढ़ने लगे कच्चे तेल के दाम, क्या अब डीजल-पेट्रोल भी होंगे महंगे?
कच्चे तेल का उत्पादन करने वाली संस्था ओपेक+ ने एक बड़ा फैसला किया है. अक्टूबर में हर रोज 1 लाख बैरल कम कच्चे तेल का उत्पादन करने का फैसला किया गया है.
पिछले कुछ दिनों में कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Price) में भारी गिरावट देखी गई है. कुछ हफ्ते पहले जो कच्चा तेल 100 डॉलर प्रति बैरल से भी अधिक था, वह 89 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया. कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव को देखते हुए कच्चे तेल का उत्पादन करने वाले देशों की संस्था OPEC+ ने एक बड़ा फैसला किया है. अब अगले महीने यानी अक्टूबर में ओपेक+ ने हर रोज 1 लाख बैरल कम कच्चे तेल का उत्पादन करने का फैसला किया है. इसकी वजह से अब कच्चा तेल महंगा होने लगा है. आशंका जताई जा रही है कि इसका असर डीजल-पेट्रोल के दाम (Petrol-Diesel Price) पर भी पड़ सकता है.
क्या हो गई कच्चे तेल की कीमत?
ओपेक+ देशों की तरफ से कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती के फैसले के बाद कच्चे तेल के दाम उछले हैं. सोमवार को कच्चा तेल करीब 3.8 फीसदी चढ़ा है. इसकी कीमत में 3.53 डॉलर की तेजी देखी गई है, जिसके बाद अब नई कीमत 96.55 रुपये प्रति बैरल हो गई है. कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती का फैसला इसके दाम में स्थिरता लाने के मकसद से किया गया है.
ओपेक+ देशों के फैसले के बाद कच्चे तेल के दाम तेजी से ऊपर चढ़ने की आशंका जताई जा रही है. इससे उन देशों को नुकसान होगा, जिनकी कच्चे तेल पर निर्भरता अधिक है. भारत भी ऐसा ही देश है, जो कच्चे तेल का आयात करता है. भारत में कुल कच्चे तेल की जरूरत का करीब 80 फीसदी हिस्सा आयात से ही पूरा होता है. यानी आने वाले दिनों में कच्चा तेल महंगा होने की वजह से भारत को कच्चा तेल महंगा पड़ेगा.
तो क्या फिर महंगे होंगे पेट्रोल-डीजल?
अगर थोड़ा बारीकी से देखें तो ओपेक+ देशों ने जो 1 लाख बैरल कच्चे का उत्पादन करने की घोषणा की है, वह वैश्विक मांग का सिर्फ 0.1 फीसदी है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस फैसले से कच्चे तेल की कीमतों पर मामूली असर होगा. अगर दाम 100 डॉलर प्रति बैरल के करीब जाकर स्थिर हो जाते हैं, तो मुमकिन है कि डीजल-पेट्रोल के दाम ना बढ़ें. हालांकि, इससे सरकारी तेल कंपनियों पर दबाव जरूर बढ़ेगा. हालांकि, अप्रैल-जून के दौरान नुकसान के बावजूद दाम नहीं बढ़े थे. तो कीमतें शायद ही बढ़ें, लेकिन सरकार पर दबाव बढ़ेगा.
Indian Oil Corporation को अप्रैल-जून के बीच हर लीटर पेट्रोल पर 10 रुपये का नुकसान हुआ है, जबकि हर लीटर डीजल पर 14 रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है. अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी को 1992.53 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है. अप्रैल-जून तिमाही में कच्चे तेल की कीमत औसतन 109 डॉलर प्रति बैरल रही है. वहीं रिटेल पंप कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के रेट्स करीब 85-86 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से तय किए गए हैं और वही चले आ रहे हैं. कच्चा तेल महंगा होने के चलते इंडियन ऑयल का मार्जिन बहुत बुरी तरह कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट से प्रभावित हुआ है और कंपनी को नुकसान झेलना पड़ा है.
तेल की मांग में आ कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट रही है कमी: कच्चे तेल की कीमतों में 15 दिनों में 10% की गिरावट, भारत में घट सकती हैं कीमतें
जानकारी के मुताबिक कच्चा तेल यानी क्रूड ऑयल इस समय 64 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। यह इस महीने की शुरुआत में 71 डॉलर प्रति बैरल था। कच्चे तेल की कीमतों में कमी कमजोर मांग और रिकवरी की वजह से आई है। यूरोपियन शहरों में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट कोरोना के बढ़ते मामलों में से प्रतिबंध और लॉकडाउन फिर शुरू हो रहा है। तेल की कीमतें हाल के समय में हालांकि काफी बढ़ गई थीं। ऐसा इसलिए क्योंकि तेल उत्पादक देशों ने अप्रैल तक सप्लाई कट करने का फैसला किया था। उस समय वैक्सीन के आने और पूरी दुनिया में इसके पहुंचने से तेल की कीमतों को बढ़ाने में मदद मिली थी। साथ ही अमेरिका के राहत पैकेज ने भी इसमें मदद की।
लॉकडाउन फिर से लगने से तेल की मांग में कमी
कच्चा तेल 7 रु प्रति लीटर के करीब, 21 साल में सबसे सस्ता; देश में 27 दिनों कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट से नहीं बदले पेट्रोल-डीजल के रेट
इंटरनेशनल मार्केट में अमेरिकी क्रूड 15 डॉलर प्रति बैरल के भाव कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट पर आ गया है.
इंटरनेशनल मार्केट में अमेरिकी क्रूड 15 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया है.
क्यों गिरा भाव
कोरोना वायरस प्रकोप और भंडारण क्षमता के न होने के चलते अमेरिकी कच्चा तेल सोमवार को दो दशक से अधिक के अपने निचले स्तर 15 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया. एशियाई बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी मानक डब्ल्यूटीआई 19 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ 14.73 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया. हालांकि, बाद में इसमें कुछ सुधार हुआ और यहा 15.78 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 4.1 प्रतिशत गिरकर 26.93 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया, हालांकि बाद में इसमें थोड़ा सुधार हुआ और यह 28.11 डॉलर के भाव पर था.
ब्रेंट क्रूड भी इस साल 57% सस्ता
ब्रेंट क्रूड भी इस साल लगातार सस्ता हुआ है. आज ब्रेंट क्रूड में भी कमजोरी देखी जा रही है और यह 27.5 डॉलर प्रति बैरल के आस पास ट्रेड कर रहा है. ब्रेंट क्रूड में इस साल करीब 56.72 फीसदी और एक साल में करीब 59.08 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. हाल के सप्ताहों में लॉकडाउन और यात्रा प्रतिबंधों के कारण दुनिया भर में कच्चे तेल की मांग घटी है. वहीं ओपेक और रूस के बीच प्राइस वार की वजह से भी पिछले दिनों क्रूड में गिरावट आई.
क्रूड कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट ऑयल की खपत में जबरदस्त गिरावट के कारण तेल उत्पादक देशों और खास तौर से खाड़ी देशों की अर्थव्यवस्था को बड़ा भारी नुकसान पहुंचा है. खपत में कमी से कच्चे तेल की कीमतों में अभूतपर्व गिरावट रुकने का नाम नहीं ले रही है, जिससे खाड़ी देशों पर वित्तीय संकट कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट गहराता जा रहा है. हालत यह है कि खाड़ी देशों को बॉन्ड बेचकर पैसे जुटाने पड़ रहे हैं. गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कारण दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन की स्थिति है, जिससे औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियां ठप पड़ गई हैं. इसका सीधा असर तेल की खपत पर पड़ा है.
27 दिनों से पेट्रोल और डीजल के नहीं बदले रेट
एक ओर जहां क्रूड में भारी गिरावट है, वहीं 27 दिनों से देश में पेट्रोल और डीजल के भाव नहीं बदले हैं. आईओसीएल की वेबसाइट के अनुसार, आज दिल्ली, कोलकाता मुंबई और चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 69.59 रुपये, 73.30 रुपये, 76.31 रुपये और 72.28 रुपये है. जबकि एक कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट लीटर डीजल का भाव दिल्ली, कोलकाता मुंबई और चेन्नई में 62.29 रुपये, 65.62 रुपये, 66.21 रुपये और 65.71 रुपये है.
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