अगर आप भी करते है इंट्राडे ट्रेडिंग तो जानिए कैसे करें खुद को ऑडिट कराने की चिंता से मुक्त
इंट्राडे ट्रेडिंग करते है और आपका सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा है तो जानिए कैसे नियमों के दायरे में रहकर ऑडिट से राहत मिल सकती है।
इनकम टैक्स बचाने का हो टेंशन या फिर जीएसटी के पेचींदे नियमों की हो उलझन, अटका हो रिफंड या फिर मुश्किल में फंसा हो रिटर्न। हर मुश्किल सवाल का आसान जवाब है टैक्स गुरु। जहां पर ना केवल टैक्सपेयर्स अपने टैक्स की बचत करता है बल्कि टैक्स गुरु आपको टैक्स के उलझनों को सुलझाने के गुर भी सिखाते है।
अगर आप नियमित रुप से इंट्राडे ट्रेडिंग करते है और आपका सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा है ऐसे इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती मैं तो आपको रिटर्न फाइल करना ही पड़ता है लेकिन ऑडिटिंग भी करानी पड़ती है। आज इस पर टैक्स गुरु में चर्चा होगी कि नियमों के दायरे में रहकर कैसे ऑडिट से राहत मिल सकती है। इसी पर विस्तार से चर्चा करने के लिए हमारे साथ मौजूद है टैक्स एक्सपर्ट शरद कोहली।
नियमों के दायरे में ऑडिट से राहत
शरद कोहली का कहना है कि टर्नओवर में खरीद-बिक्री के ट्रांजैक्शन शामिल किए जाते है। जैसे ही आपका सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये को पार करता है तो वैसे ही सेक्शन 44AB के तहत टैक्स ऑडिट के नियमों को साफ तौर पर करना होता है। 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की टर्नओवर का ऑडिट जरुरी होता है। अगर 2 करोड़ रुपये से कम टर्नओवर पर सेक्शन 44AD के तहत प्रिजम्टिव स्कीम का फायदा टैक्सपेयर्स उठा सकता है।
स्टॉक ट्रेडर्स की सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपय़े को पार कर रही है परंतु सालाना टर्नओवर 2 करोड़ रुपये से नीचे है या फिर ट्रेडर्स 6 फीसदी या उससे ऊपर प्रॉफिट डिक्लेयर कर रहे है तो आप ऑडिट से बच सकते है लेकिन उसके लिए ट्रेडर्स को सेक्शन 44AD के तहत प्रिजम्टिव स्कीम में सुगम फॉर्म भरना होगा।
वहीं अगर आप सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये को पार करते है और 6 फीसदी से कम प्रॉफिट डिक्लेयर कर रहे है तो आपको ITR III फाइल कर टैक्स ऑडिट करना होगा।
FY खत्म होने के बाद ITC एडजस्टमेंट
वित्त वर्ष खत्म होने के बाद क्या जीएसटी में इनपुट टैक्स क्रेडिट का एडजस्टमेंट किया जा सकता है? इस पर शरद कोहली का कहना है कि वित्त वर्ष समाप्ति के बाद डीलर को 6 महीने का समय दिया जाता है जिसके तहत डीलर नियमों के साथ इनपुट टैक्स क्रेडिट ( ITC) क्लेम करना संभव है। 30 सितंबर GSTR-3B फाइलिंग की आखिरी तारीख है। GSTR-9 सालाना रिटर्न फाइलिंग की डेडलाइन कई बार बढ़ी है। डेडलाइन मिस होने पर 24 फीसदी ब्याज का प्रावधान किया गया है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा स्टॉक कैसे चुने
इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए सही स्टॉक का चुनाव जरूरी है शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग का दौर चल रहा है इसीलिए आपकी कमाई इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए चुने गए शेयरों पर निर्भर करती है इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयरों का चयन बड़ी ही सावधानी इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती से करना चाहिए जैसे की कंपनी की बैलेंस शीट , ओवर वेट शेयर , खबरों के दम पर बढ़ने वाले शेयर इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयरों का चुनाव करतें समय इन बातो का ध्यान रखना चहिए।
शेयर मार्केट से इंट्राडे ट्रेडिंग से कमाई करने के लिए आपको इंट्राडे ट्रेडिंग की जानकारी हासिल करनी होगी जिन शेयरों में आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने जा रहे हैं उन शेयरों पर पहले से नजर बनाए रखें सही समय का इंतजार करना होगा कल के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग की रणनीति आज ही बनानी होगी सही स्टॉक के चुनाव के लिए पेपर वर्क , न्यूज़ चैनल, कंपनी का लेखा-जोखा, इंट्राडे चार्ट , आदि सभी बिंदुओं पर नजर रखनी होगी
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ऐसे शेयरों का चुनाव करें जिन शेयरों में उतार-चढ़ाव अधिक रहता हो और उस स्टॉक के उतार-चढ़ाव से आप अच्छी तरह से वाकिफ हो इंट्राडे ट्रेडिंग भी ऐसे ही स्टॉक को अच्छा माना जाता है
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इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा स्टॉक कैसे चुने |
इंट्राडे ट्रेडिंग फॉर्मूला
1 जरूरी नहीं है कि शेयर खरीदकर भाव बढ़ने पर बेचा जाए इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसे कमाने के लिए यदि मार्केट में दबाव दिखता हो तो शेयर को पहले बेचकर खरीदना भी आना चाहिए दोनों तरह से ट्रेडिंग करना एक दिवसीय व्यापार में बहुत ही महत्वपूर्ण है.
2 यदि आपको ट्रेडिंग करने के लिए समय ना हो तो इंट्राडे ट्रेडिंग ना करें क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग समय का बहुत ही महत्व रहता है एक क्षण ऐसा रहता है जब आपको प्रॉफिट दिखता है और अगले ही पल नुकसान होने लगता है इसलिए यदि आपके पास ट्रेडिंग करने का समय हो तो शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग ना करें
3 निफ्टी और सेंसेक्स इंट्राडे चार्ट पर नजर बनाए रखें और ग्लोबल स्टॉक मार्केट को भी देखते रहे निफ़्टी या सेंसेक्स कब बढ़ेगा या गिरेगा ग्लोबल स्टॉक मार्केट को देखते रहते रहने से इस बात का सही अंदाजा हो जाता है
उपयुक्त इंट्राडे टिप्स आजमा कर आप स्टॉक मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ महत्वपूर्ण टूल्स
यदि आप स्टॉक मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं या कर रहे हैं तो ब्रोकर के द्वारा ऑनलाइन प्रदान किए गए टूल्स का इस्तेमाल अवश्य करें
- भारती एयरटेल
- टाटा स्टील
- आईसीआईसीआई बैंक
- बजाज फाइनेंस
- एनटीपीसी
बैंक निफ्टी में भी ट्रेडिंग कर के आप अच्छी कमाई कर सकते हैं अन्य शेयरों की अपेक्षा बैंक निफ़्टी में अत्याधिक उतार-चढ़ाव रहता है इसलिए प्रॉफिट के साथ-साथ नुकसान की भी संभावनाएं अधिक रहती है बैक इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती निफ़्टी में ट्रेडिंग करने के लिए आपको बैंक निफ्टी की चाल और बैंकिंग शेयरों में उतार-चढ़ाव को पहचानने की कला आनी चाहिए
( how to choose the best stock for intraday trading )
जिस शेयरों को आप लंबे समय से देखते आ रहे हैं जिस शेयरों में आप अक्सर सौदा करते रहते हैं. जिस शेयरों में होने वाले उतार-चढ़ाव से आप भली-भांति परिचित हैं और आपको विश्वास है इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सिर्फ ऐसे ही शेयर का चुनाव करें
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? समझे आसान भाषा में What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है- दोस्तों नमस्कार आज हम बात करेंगे इंट्राडे ट्रेडिंग की अगर आप शेयर बाजार में नए हैं और निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपने टीवी पर या कहीं सुना या पढ़ा होगा इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में सब कुछ बताएंगे इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे तथा नुकसान तथा इंट्राडे ट्रेडिंग में क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए सब कुछ बताएंगे । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है जैसा कि इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग के नाम से ही पता चलता है कि जिस दिन खरीदा उसी दिन बेचना उसको हम इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते हैं भारतीय शेयर बाजार खुलने का समय सुबह 9:15 है जबकि बंद होने का समय 3:15 है तो आप इसी समय के अंतराल पर कोई शेयर खरीदते या बेचते हैं तो वह डे ट्रेडिंग या इंट्राडे ट्रेडिंग माना जाएगा अगर किसी कारणवश आप आज खरीदे हुए शेयर आज ना बेचकर कल या दो-तीन दिन बाद बेचते हैं तो उसे डिलीवरी माना जाएगा। What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे Benefits of intraday trading
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
- इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे– इंट्राडे ट्रेडिंग की काफी फायदे भी हैं जो कि निम्न प्रकार हैं इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- एक ही दिन में लाभ या हानि- अगर आप रिसर्च तथा एनालिसिस करके इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आप इसमें अवश्य लाभ उठा सकते हैं कभी-कभी शेयर एक ही दिन में 20% से 30% तक भाग जाते हैं और आप एक ही दिन में 20% से 30% तक का मुनाफा कमा सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- कम पैसों में अधिक शेयर खरीद सकते हैं- इंट्राडे ट्रेडिंग में यह भी एक अच्छी सुविधा है कि जिसमें आप मार्जिन मनी का उपयोग कर सकते हैं मार्जिन मनी का अर्थ होता है आपके ट्रेडिंग अकाउंट में अगर 10 हजार रुपए हैं और आपका ब्रोकर आपको 10 गुना लिमिट देता है तो 10000 ×10 = 1 लाख आप ₹10,000 पर मार्जिन यूज़ करके एक लाख तक का माल उठा सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- कम ब्रोकरेज देना होता है – इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग आपको कम ब्रोकरेज देना होता है जबकि डिलीवरी में आपको ज्यादा ब्रोकरेज देना होता है। What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के नुकसान Loss of intraday trading day trading
- इंट्राडे ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के नुकसान–
- एक ही दिन में सौदा खत्म करना होता है- इंट्राडे ट्रेडिंग का एक यह भी नुकसान है कि आप को एक ही दिन में सौदा खत्म करना होता है अगर आप ने मार्जिन का उपयोग करके ट्रेडिंग की है तो आपको मार्केट क्लोज होने के पहले अपना सौदा काटना होगा अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका ब्रोकर मार्केट क्लोज होने के पहले आपका माल बेच देगा। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- ज्यादा रिस्क – हमने ऊपर प्रॉफिट की बात की लेकिन केवल प्रॉफिट होता तो हर कोई इंट्राडे ट्रेडिंग ही करता इंट्राडे ट्रेडिंग काफी रिस्क भरा होता है।
- ऑपरेटरों का नियंत्रण – कुछ शेयरों पर ऑपरेटरों का नियंत्रण होता है वह कुछ शेयरों के प्राइस अपने फायदे के लिए घटा या बढ़ा देते हैं जिसमें कि नए ट्रेडर काफी नुकसान उठाते हैं। What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग में सावधानियां Precautions in intraday trading or day trading
इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग में सावधानियां-
- इंट्राडे ट्रेडिंग अगर आप बिना रिसर्च के कर रहे हैं तो यह काफी रिस्क भरा हो सकता है इसलिए पूरी रिसर्च करके ही इंट्राडे ट्रेडिंग में कूदे ।
- कोई कॉल या एसएमएस पढ़कर फैसला ना लें । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- स्टॉप लॉस अवश्य लगाएं बिना स्टॉपलॉस के ट्रेडिंग मतलब बिना ब्रेक की गाड़ी चलाने जैसा है जिस में कभी भी एक्सीडेंट हो सकता है ।
- किसी की बातों में आकर ट्रेड ना करें अपने विवेक तथा रिसर्च से काम ले । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- इंट्राडे ट्रेडिंग का एक अर्थ यह भी होता है ले फटाफट दे फटाफट इसलिए पूरी सावधानी बरतें । What is intraday trading in Hindi
अगर अगर आपका शेयर बाजार से संबंधित कोई भी सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य पूछ सकते हैं धन्यवाद जय हिंद वंदे मातरम
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Intraday Trading क्या है और कैसे करें ?
यदि आप शेयर मार्केट से पैसे कमाना चाहते हैं तो इसके 2 तरीके हैं- (1). किसी कम्पनी के शेयर खरीद कर लम्बे समय तक निवेश के रूप में रखना; या (2). फायदा (प्रोफिट) कमाने के लिए एक ही दिन में शेयरों की खरीद-बिक्री करना। इनमें से दूसरे तरीके को Intraday Trading कहा जाता है। Intraday का हिंदी में अर्थ होता है “एक ही दिन के भीतर”, अर्थात कोई भी ऐसा कार्य जो एक ही दिन में शुरू करके समाप्त कर दिया जाए उसको Intraday बोलते हैं। अतः शेयर मार्केट में एक ही दिन में की जाने वाली शेयरों की खरीद-बिक्री को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। यहाँ पर हम आपको Intraday Trading क्या है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाएं आदि से सम्बंधित सभी जानकारी देंगे। अतः इस लेख को अंत तक पढ़ें।
Table of Contents
Intraday Trading क्या है ?
Intraday Trading शेयर मार्केट में शेयरों की उस ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती गतिविधि को कहा जाता है जिसमें आप लाभ कमाने के लिए एक ही दिन में शेयरों की खरीद और बिक्री करते हैं। भारत में इंट्राडे ट्रेडिंग का आधिकारिक समय सुबह 9.30 बजे से लेकर दोपहर के 3.30 बजे तक होता है और यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आपको समय का ख़ास ध्यान रखना होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में समय की महत्ता इसलिए है क्योंकि Intraday Trading में यदि आपने किसी भी दिन अपने खरीदे गए शेयरों को दोपहर के 3.30 बजे तक नहीं बेचा तो वह 3.30 बजे स्वयं बिक जाएंगे। अतः इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर मार्केट की एक जोखिम भरी ट्रेडिंग गतिविधि है जिसमें आपको वित्तीय लाभ भी हो सकता है और हानि भी हो सकती है। परन्तु यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग की तय समय सीमा में सावधानी से शेयर बाज़ार के उतार-चढ़ाव पर नज़र रखते हैं और बिना इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती किसी लालच के थोड़ा सा लाभ होते ही अपने उसी दिन खरीदे गए शेयर बेच देते हैं तो आप इस से प्रतिदिन कुछ ना कुछ वित्तीय लाभ कमा सकते हैं।
Intraday Trading के लिए आवश्यक दस्तावेज़
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको मुख्यतः एक बैंक खाता और एक शेयर ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है। आप अपना बैंक अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट एक ही बैंक में या अलग-अलग बैंकों में या बैंक अकाउंट बैंक में और ट्रेडिंग अकाउंट किसी शेयर ब्रोकर के पास खुलवा सकते हैं। ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट खुलवाने के बाद उनको लिंक कीजिये और आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए तैयार हैं। यदि आप शेयर बाज़ार में लम्बे समय के लिए भी निवेश करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट खुलवाने की आवश्यकता भी होती है, परन्तु इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बैंक अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ही पर्याप्त हैं। उपरोक्त सभी प्रकार के अकाउंट खुलवाने के लिए आपको आधार कार्ड और पैन कार्ड की आवश्यकता होती है। यदि आप शेयर मार्केट में लम्बे समय तक भी निवेश करना चाहते हैं तो इस से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारा लेख “शेयर मार्केट क्या है और शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाएं” पढ़ सकते हैं।
Intraday Trading कैसे करें ?
Intraday Trading करने के लिए आपको सुबह 9.30 बजे से लेकर दोपहर के 3.30 बजे तक शेयर बाज़ार पर अधिक से अधिक समय बिताना होगा। आप जितना अधिक समय उस पर बिताएंगे उतनी ही सावधानी से ट्रेडिंग कर पाएंगे और एक ही दिन के शेयरों की खरीद- बिक्री में अधिक से अधिक लाभ कमा पाएंगे। यहाँ पर इंट्राडे ट्रेडिंग में यह बात तय है कि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी। अतः तय समय सीमा के भीतर आप शेयर मार्केट पर पैनी नज़र रखते हुए शेयरों के दाम बढ़ते ही बेच देने पर लाभ कमा सकते हैं। यदि आपने अपने खरीदे हुए शेयरों की बढ़ोतरी को किसी कारणवश नोटिस नहीं किया तो हो सकता है कि फिर उस दिन 3.30 बजे तक आपके शेयरों के दाम ऊपर ही ना आएं और आपको हानि हो जाए। अतः इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ कमाने के लिए शेयर मार्केट की गतिविधियों पर नज़र रखते हुए आपको अधिक से अधिक समय शेयर बाज़ार को देना होगा। परन्तु यह बिल्कुल भी आवश्यक नहीं है कि आप सुबह 9.30 बजे से लेकर दोपहर के 3.30 बजे तक का पूरा समय शेयर मार्केट पर बिताएं तो आपको निश्चित ही लाभ होगा। कभी- कभी किसी कारणवश ऐसा भी हो सकता है कि आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों के दाम उस दिन एक बार भी ना बढ़े और घटते ही रहें या लगभग स्थिर रहें। ऐसी स्थिति आने पर आपको उस दिन इंट्राडे ट्रेडिंग में हानि होना निश्चित है।
Intraday Trading से पैसे कैसे कमाएं ?
आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रख कर इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे या लाभ कमा सकते हैं:
- Intraday Trading के लिए सदैव ऐसी कंपनियों के शेयरों का चुनाव कीजिये जिनमें अधिक ट्रेडिंग (खरीद-बिक्री) की जाती हो। इसका लाभ यह होगा कि दाम बढ़ने पर यदि आप उनको बेचना चाहें तो वह आसानी से और एकदम बिक जाएंगे।
- इंट्राडे ट्रेडिंग में समय कम होने के कारण अपनी प्रोफिट लिमिट (लाभ की दर) कम रखें और थोड़ा लाभ होते ही शेयरों को बेच दें। अर्थात इंट्राडे ट्रेडिंग में लालच की कोई जगह नहीं है।
- इंट्राडे ट्रेडिंग में नुक्सान या हानि के लिए सदैव तैयार रहें। अतः मात्र उतने ही पैसे निवेश करें जिनको खोने के बाद आप पर वित्तीय बोझ ना पड़े।
- जिन शेयरों में आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए निवेश करना चाह रहे हैं उन शेयरों का पिछले कुछ दिनों के ट्रेंड (उतार- चढ़ाव) का विश्लेषण अवश्य करें और उसके अनुसार ही निवेश का निर्णय लें।
- एक ही दिन में कई कंपनियों के शेयरों में या एक ही कंपनी के शेयरों में कई बार ट्रेडिंग के लिए तैयार रहें।
- यदि आप उपरोक्त सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए अपने स्टॉक को स्मार्ट तरीके से चुनते हैं, तो आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ अर्जित करने की संभावनाएं सदा बनी इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती रहती हैं।
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से हमने आपको Intraday Trading क्या है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाएं आदि से सम्बंधित उपयुक्त जानकारी देने का प्रयास किया है। यदि आप स्टॉक मार्केट और इंट्राडे ट्रेडिंग में नए हैं और इसके सभी लाभ-हानि को ध्यान में रखते हुए भारतीय शेयर बाज़ार में निवेश करके पैसे कमाना चाहते हैं तो यहाँ उपलब्ध जानकारी आपको सदैव लाभकारी होगी। परन्तु इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पूर्व आपको यह जान लेना अति आवश्यक है कि शेयर मार्केट में मौजूद सभी निवेश विकल्पों में से इंट्राडे ट्रेडिंग सर्वाधिक वित्तीय जोखिम वाली गतिविधियों में से एक है। अतः इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पूर्व आप इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती इसमें मौजूद वित्तीय जोखिम और हो सकने वाली हानि को सदैव ध्यान में रखें।
Most Accurate Intraday Trading Indicators-सबसे सटीक इंट्राडे ट्रेडिंग संकेतक - stockorion.in
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए एक बेहद आकर्षक और प्रभावशाली चीज है लेकिन क्या इसे जारी रखना सुरक्षित और लाभदायक है ?
हां , लेकिन यह उचित संकेतकों के साथ वैज्ञानिक होना चाहिए। इंट्राडे ट्रेडिंग गैंबलिंग से कैसे अलग है। व्यापार का पूरा विचार लाभ से प्रेरित है जहां आप अपने निवेश पर वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब होता है एक दिन के अंदर की गई ट्रेडिंग। ट्रेडिंग का उद्देश्य इसके साथ लाभ कमाना है , इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि लाभ का उद्देश्य क्या है और इसे एक दिन के भीतर ही पूरा करना है। भारतीय शेयर बाजार में ट्रेडिंग सुबह 9.15 बजे शुरू होती है और दोपहर 3.30 बजे तक खुली रहती है। सोमवार से शुक्रवार तक। अगर आप सुबह कोई ट्रेड लगाते हैं तो आपको बाजार बंद होने से पहले उससे बाहर निकलना होगा। यदि आप ऐसा करने में विफल रहते हैं तो आपका ब्रोकर आपको स्वचालित रूप से बाहर निकलने देगा लेकिन इसके लिए आप पर जुर्माना लगाया जाएगा क्योंकि ब्रोकर को आपके लिए यह करना होगा।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए संकेतकों की समझ
प्रवृत्ति को समझना बहुत बुनियादी बात है। मार्केटिंग का समग्र रुझान क्या है चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक फिर विशेष सुरक्षा के व्यक्तिगत चार्ट पर आकर , आपको प्रवृत्ति को समझने में सक्षम होना चाहिए ? कभी-कभी , बाजार सकारात्मक या नकारात्मक होता है और कभी-कभी यह मिश्रित प्रतिक्रिया दिखाता है। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती लेकिन , महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे समझने में सक्षम होना चाहिए और इसके अनुसार इसे अपनाना चाहिए।
एक बार जब आप चार्ट के चलन को समझ जाते हैं , तो गति को समझना महत्वपूर्ण है। प्रवृत्ति कैसे उलटने जा रही है या जहां यह रिवर्स करने जा रही है , गति की समझ के साथ इसका अनुमान लगाया जा सकता है। गति के साथ-साथ अस्थिरता और वॉल्यूम भी देखने के लिए महत्वपूर्ण पहलू हैं।
इंट्राडे चार्ट विश्लेषण के लिए संकेतक
1. मूविंग एवरेज
मूविंग एवरेज , जिसे लोकप्रिय रूप से एमए के रूप में जाना जाता है , किसी भी चार्ट पैटर्न को समझने के लिए सबसे पुराने और सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले संकेतकों में से हैं। यह समापन मूल्य का औसत है लेकिन चूंकि यह बढ़ रहा है इसलिए इसे एक अवधि के साथ निर्दिष्ट करना होगा। सबसे लोकप्रिय मूविंग एवरेज 50 दिन , 100 दिन और 200 दिन के लिए हैं।
2. मात्रा-भारित औसत मूल्य ( VWAP)
VWAP एक और सबसे महत्वपूर्ण और आसान संकेतक है जो औसत पर विचार करता है और चार्ट पैटर्न का पूर्वानुमान करता है। यह वॉल्यूम भारित औसत मूल्य के लिए है। इसलिए , यह एक औसत है जहां वॉल्यूम भी शामिल है क्योंकि ट्रेडों की मात्रा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। VWAP ट्रेड किए गए स्टॉक के मूल्य और ट्रेड किए गए स्टॉक की मात्रा का अनुपात है।
3. डंकन चैनल
स्टॉक की अस्थिरता को समझना मूल्यांकन के महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है और डोनचैन चैनल इसे बहुत अच्छी तरह से करता है। चाहे अस्थिरता अधिक हो या कम , पूर्वानुमान सटीकता में वृद्धि होगी। डोनचैन चैनल का निर्माण उच्चतम ऊँचाई और निम्नतम चढ़ाव को लेकर किया गया है , जिससे यह एक ऐसी सीमा बन जाती है जहाँ बैंड कीमतों के साथ आगे बढ़ रहा है। बैंड की संकीर्णता और निर्जनता दर्शाती है कि अस्थिरता क्रमशः कम या अधिक है।
4. स्टोकेस्टिक संकेतक
जब चार्ट पैटर्न की बात आती है तो स्टोकेस्टिक लंबे समय से काफी लोकप्रिय और सटीक इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती रहे हैं। वे गति का सटीक अनुमान लगाते हैं। स्टोचैस्टिक रूप से गणना करने के लिए एक सूत्र है:
%K = ( वर्तमान बंद - निम्नतम निम्न)/(उच्चतम उच्च - निम्नतम निम्न) * 100
%D = %K का 3- दिन का SMA
सबसे कम = लुकबैक अवधि के लिए सबसे कम
हाईएस्ट हाई = लुक-बैक पीरियड के लिए हाईएस्ट हाई
फिर विचलन और अभिसरण है जिसे प्रवृत्ति और गति को समझने के लिए देखा जाना चाहिए
5. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स ( RSI)
RSI का मतलब रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स है जो एक मोमेंटम इंडिकेटर है। यह ओवरबॉट या ओवरसोल्ड स्थितियों का मूल्यांकन करने वाले स्टॉक की सापेक्ष शक्ति को इंगित करता है। यह 0 से 100 तक की रीडिंग के साथ एक ऑसिलेटर के रूप में प्रदर्शित होता है। 70 से ऊपर RSI का मान बताता है कि स्टॉक ओवरबॉट क्षेत्र में है और 30 से नीचे का मूल्य ओवरसोल्ड क्षेत्र को दर्शाता है। RSI लाइन का एक तरफ से दूसरी तरफ जाना रिवर्सल और पुलबैक का संकेत देता है।
6. मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस/डिवर्जेंस (एमएसीडी)
मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस एक अन्य तकनीकी संकेतक है जो गति की भविष्यवाणी करता है। यह स्टॉक के दो मूविंग एवरेज के बीच संबंध को दर्शाता है। एमएसीडी की गणना करने के लिए 26 दिनों की घातीय मूविंग एवरेज को 12 दिनों की एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज से घटाया जाता है। इस एमएसीडी लाइन की तुलना 9 डेज एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज से की जाती है जो एक क्रॉसओवर दिखाता है। ऊपर और नीचे से एक क्रॉसओवर क्रमशः बेचने या खरीदने का संकेत देता है।
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