इनकम फंड कैपिटल गेन टैक्स के अधीन होते हैं, जो होल्डिंग पीरियड के अनुसार लगाया जाता है, जो कि वह अवधि होती है, जिसके लिए आप फंड की यूनिट्स को होल्ड करते हैं, या यूनिट्स को खरीदने और रिडीम करने के बीच की अवधि होती है।
Big Boss Big Idea EP 18: बढ़ती ब्याज दरों में कहां है कमाई का मौका? जानिए इक्विटी और डेट फंड के निवेशकों के लिए क्या है Pankaj Pandey की राय
ICICI Securities के Head Research, Pankaj Panday ने Jagran Business की Consulting Editor, Geetu Moza के साथ Market की गिरावट में Investors क्या करें? इस बारे में खास बातचीत की। Equity में कहां Investment करना सही? डेट में सुरक्षित Investment के क्या है Options? Market में Investment की क्या हो स्ट्रैटेजी? लोगों को Investment करते समय किन बातों का रखना चाहिए ध्यान? नए साल में कहां करें Investment, जिससे आने वाले सालों में पैसा हो सकता है डबल। बढ़ती ब्याज दरों में कहां है कमाई का मौका? जानिए Equity और Debt Fund के Investors के लिए क्या है Pankaj Panday की राय।
Pankaj Panday ने कहा निवेशकों को क्या जानना चाहिए? कि Equity Market में होने से हर एक सेक्टर की जानकारी मिलती है, उन्होंने कहा है कि कैपिटल मार्केट इंडस्ट्री में काफी बदलाव हुआ है। म्युचुअल फंड को लेकर लोग बहुत जागरूक हुए है। बाजार आने वाले 2 सालों में Corporate Earnings में 15% ग्रोथ होने की उम्मीद है।वहीं, इस पूरे साल बैंकिंग सेक्टर में प्रॉफिट ग्रोथ बेहतरीन देखने को मिली है जबकि इस साल IT और सीमेंट सेक्टर में काफी गिरावट रही। उन्होंने बताया कि नए साल में ऑटो सेक्टर में डबल ग्रोथ होने की उम्मीद है।
निवेशकों को क्या जानना चाहिए?
Investments in securities are subject to market risks. Read all the documents or product details carefully before investing. WealthDesk Platform facilitates offering of WealthBaskets by SEBI registered entities, termed as "WealthBasket Managers" on this platform. Investments in WealthBaskets are subject to the Terms of Service.
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सपनों का इंवेस्टमेंट प्लान
कंपाउंडिंग इस सुविधा की एक दमदार शक्ति है, जिसका सीधा-साधा अर्थ है वृद्धि पर वृद्धि. यहां हर महीने एक निर्धारित राशि-निवेश करने पर केवल हर महीने निवेशित राशि की वृद्धि नहीं मिलती, बल्कि पिछली मासिक किस्तों पर हुई वृद्धि दिलाने की क्षमता भी मिलती है.
उदाहरण
जनवरी > जनवरी में वृद्धि + फरवरी > निवेशकों को क्या जानना चाहिए? जनवरी में वृद्धि + फरवरी में वृद्धि + मार्च
आप जितनी जल्दी निवेश करते हैं, आप उतनी ही लंबी अवधि तक निवेश कर सकते हैं, और
नियमित रूप से निवेश कीजिए
हमारी सलाह है दौड़ में कछुवे की तरह निरंतर रहिए - एक सतत गति बनाए रखिए और रुकिए नहीं. इससे आपको मार्केट के उतार-चढ़ाव को अप्रभावी करने में मदद मिलेगी, क्योंकि इससे लंबी अवधि में आपके निवेशों की लागत निवेशकों को क्या जानना चाहिए? का औसतीकरण होगा (इस संकल्पना को रुपी कॉस्ट एवरेजिंग कहते हैं).
व्यवस्थित रूप से निवेश करने के फ़ायदे
सपनों का इंवेस्टमेंट प्लान में आपको व्यवस्थित रूप से निवेश क्यों और कैसे करना चाहिए?
SIP की मदद से आप सावधिक रूप से गणना की गई राशि का निवेश करके म्युचुअल फंड्स की प्रगति की संभावनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सकते हैं.
नीचे दिए गए कैल्कुलेटर के उपयोग से यह समझें कि नियमित रूप से निवेश करने से आपको लंबे समय में धनोपार्जन करने में कैसे मदद मिल सकती है.
निवेश अवधि समाप्त होने पर आमदनी (कोष)
- अपेक्षित प्रतिफल %
- कुल निवेश
नोट: यह कैल्कुलेटर केवल उदाहरण के उद्देश्य से है और वास्तविक परिणाम अलग हो सकते हैं.
मुझे सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेन्ट प्लान में क्यों निवेश करना चाहिए ?
यह निवेश का एक अनुशासित तरीका भी है
यह निवेश का एक ऐसा नजरिया है जो कि निवेशकों में एक अनुशासन पैदा करता है और उनमें सतत निवेश करने की आदत डालता है. अगर आप कोई विशेष आर्थिक लक्ष्य पाना चाहते हों तो नियमित तथा व्यवस्थित रहना महत्त्वपूर्ण होता है.
आपके सपनों को साकार करने के लिए निवेश करना कितना आसान है, तो क्यों न आज ही शुरुआत करें!
एक निवेशक शिक्षण पहल
म्युचुअल फंड्स में निवेश करने के लिए एक बार होने वाली 'अपने ग्राहक को जानो’ (नो युअर कस्टमर या केवायसी) आवश्यकता की पूर्ति हेतु प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी के लिए www.icicipruamc.com/note पर विज़िट करें. निवेशकों को केवल पंजीकृत म्युचुअल फंड्स के साथ ही व्यवहार करना चाहिए, जिनकी जानकारी को सेबी वेबसाइट https://www.sebi.gov.in/intermediaries.html पर सत्यापित किया जा सकता है. कोई पूछताछ करने, शिकायतें करने और शिकायत निवारण के लिए निवेशक एएमसी और/या निवेशक संबंध अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त, यदि निवेशक एएमसी द्वारा दिए गए समाधानों से संतुष्ट नहीं हों तो वे अपनी शिकायतें https://scores.gov.in पर भी दर्ज करवा सकते हैं. एससीओआरईएस पोर्टल आपको अपनी शिकायत ऑनलाइन माध्यम से सेबी के पास दर्ज करवाने और बाद में इसकी स्थिति देखने में सहायता करता है.
निवेश करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें
1. लक्ष्य और विजन:
आपके लक्ष्य और दृष्टि स्थिर आय और कम जोखिम वाली होनी चाहिए। इन प्रकार के निवेशकों के लिए आय निधि आदर्श हैं। यह उन लोगों के लिए भी आदर्श है जो लंबी अवधि के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पैसा बचाना चाहते हैं, जैसे घर खरीदना या किसी निश्चित परियोजना के लिए पर्याप्त धन संचय करना।
एक अच्छा फंड मैनेजर, फंड के पीछे प्रबंधन है। वे धन के पीछे मन, ज्ञान और कौशल हैं। उनके बारे में जानकारी सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध है, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप उसी के माध्यम से जाते हैं।
इनकम फंड का चयन करने से पहले, निवेशकों को पोर्टफोलियो पर एक नजर डालनी चाहिए और देखना चाहिए कि इसमें कौन से उपकरण शामिल हैं। आप आसानी से उच्च-गुणवत्ता और रेटिंग बॉन्ड पर भरोसा कर सकते हैं, लेकिन यदि कोई कम रेटिंग बॉन्ड है, तो आपको आवश्यक शोध करना चाहिए और उसी के लिए चुनने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना चाहिए।
इनकम फंड में किसे निवेश करना चाहिए?
लंबी अवधि के विकल्प की तलाश कर रहे निवेशकों के लिए आय निधि आदर्श है, पहले अपनी पूंजी की रक्षा करना चाहते हैं, और एक रूढ़िवादी मानसिकता रखते हैं जिसका अर्थ है कि कई जोखिम लेने के लिए तैयार नहीं हैं। ये उन निवेशकों के लिए भी अच्छे साबित हो सकते हैं जो विशेष रूप से उच्च-गुणवत्ता वाले कागजों और उपकरणों में निवेश करने के लिए उत्सुक हैं। यहां पर एक महत्वपूर्ण बात यह है कि चूंकि इन फंडों में लंबी अवधि होती है और इसलिए वे उच्च ब्याज दर जोखिम उठाते हैं।
1. इनकम फंड्स क्या हैं?
इनकम फंड्स वे म्यूचुअल फंड्स होते हैं, जिनका उद्देश्य निवेशकों के लिए सिक्योरिटीज और इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करके इनकम जनरेट करना होता है जो ब्याज या कूपन पेमेंट ऑफर करते हैं।
2. इनकम फंड किस सिद्धांत पर काम करते हैं?
इन फंडों का कार्य सिद्धांत ब्याज या कूपन भुगतान के रूप में लगातार आय की पेशकश करने वाले विकल्पों में निवेश करना है।
5. थोड़ा धैर्य रखें
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता के बारे में जितना चेताया जाए, उतना कम है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप थोड़ा धैर्य रखें. मार्केट की चाल अच्छी है या बुरी, बदल जाएगी. हमेशा ठंडे दिमाग से रणनीति के तहत फैसले लें.
6. एक नई ईमेल ID रखना बेहतर
क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज पर या peer-to-peer नेटवर्क पर होती है. प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेडिंग के लिए आपको ईमेल आईडी के जरिए अकाउंट खोलना पड़ता है. डेटा सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि आप क्रिप्टो का अपना पूरा निवेश और ट्रेडिंग वगैरह एक दूसरे आईडी पर रखें. इसके लिए एक अलग ईमेल आईडी बना लें.
क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन और ऑफलाइन वॉलेट में स्टोर किया जा सकता है. नए निवेशकों के लिए ऑनलाइन वॉलेट बेस्ट होता है, हालांकि, इसमें हैकिंग का डर ज्यादा होता है. ऐसे में दोनों वॉलेट को अच्छी तरह समझ लें और जो फिट लगे, वो चूज़ करें.
8. मोबाइल वॉलेट में अपनी पूरी करेंसी स्टोर न करें
इसमें कोई दोराय नहीं है कि मोबाइल वॉलेट्स बहुत ही सुविधाजनक होते हैं, लेकिन इनका हैक होना भी बहुत आसान होता है. ऐसे में कभी भी अपनी पूरी क्रिप्टोकरेंसी मोबाइल वॉलेट में स्टोर न करें.
चूंकि क्रिप्टोकरेंसी पर किसी संस्था का नियमन नहीं होता है, ऐसे में इससे होने वाले प्रॉफिट पर आपको भारी टैक्स देना पड़ सकता है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी निवेश और टैक्स को लेकर देश में क्या नियम हैं, वो सब जानने के बाद ही निवेश शुरू करें.
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