सिंपल मूविंग एवरेज (simple moving average)
44 Moving Average in Hindi | स्टॉक मार्केट में कैसे 44 Moving Average मदद कर सकती है|
44 Moving Average in Hindi: क्या आप जानते है की 44 Moving Average क्या है? और ये आपको शेयर मार्केट में प्रोफिटेबल बनने में कैसे मदद कर सकती है?
शेयर मार्केट में ऐसे कई टूल और स्ट्रेटेजी है जो की आपको प्रोफिटेबल बनने में मदद कर सकती है| Moving Average भी उसी में से एक टूल है जो की टेक्निकल एनालिस्ट की पसंद है और stock Market में काफी मददरूप बनता है|
अगर आप मूविंग एवरेज के बारे में नहीं जानते तो सबसे पहले आपको मूविंग एवरेज के बारे में जानना या पढ़ना चाहिए| इस पर हमने एक लेख लिखा है जिसमे मूविंग एवरेज के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी आपसे शेयर की है| अगर आप इसे पढ़ना चाहते है तो यहाँ क्लीक करे|
What is 44 Moving Average in Hindi?
अगर आप Moving Average के बारे में जानते है तो आपको 44 Moving Average के बारे में समजने में कोई परेशानी नहीं होगी| सामन्य भाषा में समजे तो मूविंग एवरेज एक ऐसा आँकड़ा है जो समय के साथ माहिती श्रृंखला में औसत परिवर्तन को दर्शाता है| उदहारण से समजे तो अगर आप किसी stock को देख रहे है जो की 5 मिनिट के टाइम फ्रेम में ओपन है अगर इसमे आपको किसी भी पॉइंट पर 44 Moving Average की वैल्यू देखनी है तो उस पॉइंट से पिछले 44 बार(कैंडल) की क्लोजिंग वैल्यू की Average निकालने पर मिलेगी|
44 Moving Average क्यों काफी प्रचलित है?
मूविंग एवेरेज एक बहुत ही बढ़िया और टेक्निकल एनालिसिस करने वाले लोगो में काफी प्रचलित टूल है| टेक्निकल मूविंग ऐवरेज क्या है एनालिसिस करने में विभिन्न प्रकार की Moving Average का उपयोग किया जाता है जैसे की 20MA, 44MA, 50MA, 200MA इत्यादि|
44 Moving Average वेसे तो आम मूविंग एवरेज है लेकिन इसका सबसे बढ़िया उपयोग किसी ने करना सिखाया है तो वह सिद्धार्थ भानुशाली है| 44 Moving Average क्या है कैसे इसका ट्रेडिंग, इन्वेस्टिंग और स्विंग ट्रेडिंग में उपयोग किया जाता है इसके बारे में सबसे बढ़िया जानकारी सिद्धार्थ भानुशाली के द्वारा अच्छे एक्साम्प्ल के मूविंग ऐवरेज क्या है मूविंग ऐवरेज क्या है द्वारा उनकी YouTube चैनल में समजाया है|
अगर आप भी 44 Moving Average क्या है उसे अच्छे से समजना चाहते है तो निचे दिया गया विडियो अवश्य देखे जिसमे हमने आपसे सम्पूर्ण जानकारी शेयर की है|
44 Moving Average क्या सही में कार्य करता है?
शेयर मार्केट में स्ट्रेटेजी के साथ दूसरी और भी कई चीजे है जो आपको trading में प्रॉफिटेबल बनने के लिए ध्यान में रखनी चाहिए साथ ही किसी भी स्ट्रेटेजी के क्या पॉजिटिव और क्या नेगेटिव पॉइंट है उसे भी अवश्य ध्यान में रखने चाहिए| 44 Moving Average का उपयोग मूविंग ऐवरेज क्या है करते समय किन किन बातो का ख्याल रखना चाहिए उसकी जानकारी हमने निचे के विडियो में दी है| जिससे आपको 44 Moving Average का उपयोग करने में और भी सरलता प्रदान होगी|
हमें आशा है की आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी 44 Moving Average क्या है, 44 Moving Average कैसे कार्य करता है इत्यादि की जानकारी अच्छे से समाज में आई होगी| अगर आपको यहाँ दी गयी जानकारी या 44 Moving Average के सन्दर्भ कोई प्रश्न है तो हमें निचे दिए गए कमेंट box के माध्यम से पूछ सकते है|
सिंपल मूविंग एवरेज (simple moving average)
सिंपल मूविंग एवरेज या SMA एक सामान्य मूविंग एवरेज (moving average) है। जिसकी गणना शेयर के क्लोजिंग प्राइस को जोड़कर उस टाइम पीरियड की कुल संख्या जोड़कर इसे विभाजित कर दिया जाता है। तो सिंपल मूवी एवरेज आ जाता है।
Simple moving average एक टेक्निकल इंडिकेटर है। जिसे एक लाइन द्वारा दर्शाया जाता मूविंग ऐवरेज क्या है है और इसे सीधे शेयर प्राइस पर प्लॉट किया जाता ह। निवेशक की पसंद के अनुसार, simple moving average इंडिकेटर में पीरियड को बदला जा सकता है। शॉर्ट-टर्म simple moving average के लिए, हम 5, 9, 13 इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं। मीडियम-टर्म के लिए 20, 34, 50 और लॉन्ग-टर्म के लिए 100, 200 का उपयोग किया जा सकता है।
वेटेड मूविंग एवरेज (weighted moving average)
Weighted moving average में लेटेस्ट प्राइस को अधिक महत्व या वेटेज दिया जाता है। इसलिए इसे वेटेज मूविंग एवरेज कहा जाता है। वेटेड मूविंग एवरेज (weighted moving average) में वर्तमान प्राइस एक्शन पर अधिक ध्यान दिया जाता है, और सिंपल मूविंग एवरेज (simple moving मूविंग ऐवरेज क्या है average) में लास्ट प्राइस पर ध्यान दिया जाता है। कई बार निवेशकों को ऐसा लगता है कि केवल ओपनिंग प्राइस ज क्लोजिंग प्राइस ही पर्याप्त नहीं होता। इसके साथ लेटेस्ट प्राइस को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। इसी से वेटेड मूविंग एवरेज (weighted moving average) की अवधारणा सामने आई।
मान लीजिये हम किसी शेयर प्राइस के 9 पीरियड weighted moving average की गणना करना चाहते है। फिर हाल ही की कीमत को पिछली कीमतों की तुलना में अधिक महत्व मिलेगा। इस प्रकार, अंतिम दिन की कीमत (9 पीरियड के पहले) को न्यूनतम वेटेज मिलेगा। पीरियड weighted moving average की गणना-
एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज (exponential moving average)
एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज भी वेटेज मूविंग एवरेज (weighted moving average) के समान ही है इसमें भी वर्तमान कीमत को अधिक वेटेज दिया जाता है। इसे सीधे कीमत के ऊपर ही प्लॉट किया जाता है। इसमें एक कीमत से दूसरी कीमत की घटती दर एक जैसी नहीं होती है कीमतें इसमें काफी तेजी से घट जाती है। EMA की गणना के लिए तीन चरणों की आवश्यकता होती है।
2> वेटिंग मल्टीप्लायर की गणना
इसके लिए, SMA = (क्लोजिंग प्राइस का योग) / टाइम पीरियड की संख्या
वेटिंग मल्टीप्लायर = (2 / (टाइम पीरियड + 1))
EMA – क्लोजिंग प्राइस – EMA (पिछला दिन)) x वेटिंग मल्टीप्लायर + EMA (पिछला दिन)
200 डे मूविंग ऐवरेज (200 DMA)
शेयर बाजार में साल की सभी छुट्टियां (Holidays) हटाने के बाद में ट्रेडिंग के जो दिन बचते हैं वह लगभग 200 दिन ही होते हैं। इन 200 दिनों का मूविंग एवरेज (moving average) ही 200 DMA कहलाता है। लॉन्ग टर्म के लिए निवेशक 200 डीएमए का उपयोग करते हैं। क्योंकि यह पूरे साल का एक बड़ा आंकड़ा है। किसी इंडेक्स या शेयर share) के 200 डीएमए का नीचे आने का मतलब यह एक लॉन्ग टर्म डाउन ट्रेन बनाता है। और यदि 200 डीएमए के ऊपर चार्ट जाता है तो यह एक UP ट्रेंड का निर्माण करता है। 200 DMA एक बड़ा सपोर्ट लेवल (support level) माना जाता है।
यह एक शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज है, जिसमें 5 और 9 दिनों का मूविंग एवरेज निकाला जाता है। यह निवेशक को अच्छे एंट्री और एग्जिट सिग्नल देता है। यदि EMA 5 EMA 9 को नीचे से पार करता है तो एक पॉजिटिव क्रॉस ओवर (positive cross over) सिग्नल बनता है। और इसके अनुसार, खरीदी की पोजीशन ली जा सकती हैं और जब 5 EMA 9 EMA को ऊपर से पार करता है, तब ठीक इसका विपरीत होता है। इस क्रॉसओवर को नेगेटिव क्रॉस ओवर (negative cross over) नाम दिया गया है।और इस सिग्नल के आधार पर ट्रेडर एक छोटी पोजीशन ले सकता है।
Moving Average मूविंग एवरेज
जबकि मूविंग एवरेज एक लाइन होती है, जिस पर एक निश्चित टाइम frame के कई अलग अलग कई सामान्य एवरेज होते है, जिन्हें एक लाइन द्वारा मिलाया जाता है, आइये आगे देखते है कि मूविंग एवरेज कैसे बनता है या मूविंग एवरेज कैसे निकलते है,
मूविंग एवरेज कैसे बनता है –
जैसे हमने अभी तक समझा मूविंग एवरेज अपने आप में एक लाइन होती है, और यह लाइन कई अलग अलग बिंदु को मिला कर बनाया जाता है, साथ ही ध्यान देने वाली बात ये है कि ये सभी बिंदु एक निश्चित समय के सामान्य औसत होते है,
लेकिन जब औसत संख्याओ की एक सीरिज को आगे की तरफ जब बढ़ता हुआ दिखाया जाता है, तो उस मूविंग एवरेज कहते है,
मूविंग एवरेज निकलने के लिए आवश्यक Data
- टाइम फ्रेम – जितने दिनों का मूविंग एवरेज निकालना है, वो हमारा निश्चित टाइम frame होगा, जैसे अगर ५ day का मूविंग एवरेज निकालना होगा, तो पिछले पांच दिनों का औसत, मूविंग एवरेज का आज का पहला पॉइंट होगा
- नेक्स्ट एवरेज – अब ऐसे ही अगले दिन का मूविंग एवरेज का पॉइंट पिछले पांच दिनों का सामान्य औसत पॉइंट (बिंदु) होगा,
जैसे – ऊपर के example में रवि मूविंग ऐवरेज क्या है की पांच दिन की औसत है 8 km,
मूविंग एवरेज में कैलकुलेशन करते समय ध्यान देने वाली बात –
अब अगर इस मूविंग एवरेज को अगर हमें चार्ट पर दिखाना हो तो ये कुछ इस तरह दिखेगा –
Moving Average chart Technical Analysis www.sharemarkethindi.com
स्टॉक के टेक्निकल एनालिसिस में सिंपल मूविंग एवरेज कैसे निकाले –
- सबसे पहले आपको टाइम frame का ध्यान देना है, कि आपको कितने दिनों का मूविंग एवरेज निकालना है,
जैसे – 10 DAYS, 5 DAYS, 15 DAYS, 30 DAYS, 50 DAYS,
- फिर दूसरी बात की किस DATE से आगे आपको मूविंग एवरेज निकालना है, उस डेट पर आपने जो टाइम frame निश्चित किया , उतने दिन का सामान्य औसत निकालना होगा, और ये मूविंग एवरेज का पहला बिंदु होगा,
जैसे – अगर आप 10 दिन का मूविंग एवरेज निकालना चाहते है, और आप 11 तारीख से आगे मूविंग एवरेज निकालना चाहते है तो आपके चार्ट पर जो पहला बिंदु बनेगा वो 11 तारिख से पहले के 10 ट्रेडिंग सेशन के प्राइस का सामान्य औसत निकलना होगा,
How to determine a trend using MA?
When a price action remains above a moving average, it signals that the price has an uptrend. Conversely, if a price action stays below the MA it indicates a downtrend.
Using several MA simultaneously can be beneficial in determining a trend. Make sure the MA lines are set in the correct order (from fastest to slowest in an uptrend, from slowest to fastest in a downtrend) to confirm that you are in a strong uptrend or downtrend.
Moving Average Crossovers
MA crossovers help to determine when a new trend starts and when an existing one is about to reverse.
Upward momentum is confirmed with a bullish crossover, when short-term MA crosse above longer-term MA. This can be called मूविंग ऐवरेज क्या है a ‘Golden Cross’. Downward momentum is confirmed with a bearish crossover, when short-term MA cross below longer-term MA, also known as a ‘Death Cross’. Short term MA can be used for intraday trading, for instance, EMA with 5 and 10 periods.
Longer-term traders might prefer SMA crossovers with 50 and 200 periods.
On one hand, MA crossovers tend to work well in trending markets, while on the other, they can be worthless in sideways or consolidating markets.
Moving Averages as Dynamic Support and Resistance Levels
MA can also be used as support in an uptrend and resistance in a downtrend. For example, a short-term uptrend might find support near the 21-day EMA, while a long-term uptrend might find support near the 200-day SMA.
50 and 200-period SMA are mostly followed on the daily chart and often represent key support and resistance levels. Keep in mind that the levels are not exact, and MA more often represent areas of support and resistance. Levels are also dynamic, as they are constantly changing based on recent price action.
MA is a multi-faceted indicator that can help you to define a trend, support and resistance. It can also show when a new trend starts and when a trend is about to reverse. Set different periods of MA to determine what works best for your trading strategy.
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