इस डील की खबर आने के बाद हालांकि बड़ी क्रिप्टोकरेंसीज़ में कल, मंगलवार, को काफी तेजी देखी देखने को मिली, लेकिन यह तेजी ज्यादा देर तक टिक नहीं पाई. आज खबर लिखे जाते समय (10:17 बजे) तक क्रिप्टोकरेंसी बाजार का सबसे बड़ा कॉइन 7.23 फीसदी गिरकर 18,275.85 डॉलर पर ट्रेड हो रहा था. पिछले 7 दिनों के भीतर इसमें 10.91 फीसदी की गिरावट आई है.
Crypto Crash Today: बिटकॉइन, डोज़कॉइन और शिबा समेत बड़ी करेंसीज़ क्यों हुई क्रैश? जानिए
Ethereum (ETH) पिछले 24 घंटों के दौरान 11.27 फीसदी टूटकर 1,306.07 डॉलर पर आ चुका है.
Crypto Currency Crash Today Price: क्रिप्टो एक्सचेंज बिनांस (Binance) ने एक कल दूसरी एक्सचेंज FTX के 'लिक्विडिटी की समस . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : November 09, 2022, 10:40 IST
क्रिप्टो एक्सचेंज बिनांस खरीद रही है दूसरी एक्सचेंज FTX को.
लिक्विडिटी की समस्या के चलते FTX ने मांगी मदद: बिनांस
Dogecoin (DOGE) पिछले 7 दिनों में 40 फीसदी से अधिक टूटा.
नई दिल्ली. आज क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में बड़ी गिरावट आई है. इस गिरावट की एक बड़ी वजह है. दरअसल, क्रिप्टो एक्सचेंज बिनांस (Binance) ने एक कल दूसरी एक्सचेंज FTX के ‘लिक्विडिटी की समस्या’ का हल देने के लिए उसकी गैर-अमेरिकी यूनिट को पूरी तरह खरीदने की घोषणा की है. FTX और बिनांस एक दूसरे की प्रतिद्वद्वी एक्सचेंज थीं.
बिनांस के सीईओ चांगपेंग ज़ाओ (Changpeng Zhao) ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया कि एफटीएक्स (FTX) में “एक बड़ा लिक्विडिटी संकट है” और एफटीएक्स द्वारा बिनांस की मदद मांगने के बाद, उन्होंने “एक गैर-बाध्यकारी LoI पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका उद्देश्य FTX.com को पूरी तरह से हासिल करना और तरलता की कमी के संकट को दूर करना है.”
क्रिप्टो ने मचाई तबाही, 3200 निवेशकों के 2700 करोड़ डूबे, जानिए क्यों मिला झटका
दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से भाग रही क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला ऐसा फूटा कि 5100 निवेशकों की जेब खाली हो गई। सबसे ज्यादा 3200 निवेशकों को 2000 करोड़ से ज्यादा का झटका लगा है। बचे निवेशकों की जेब से 700 करोड़ रुपये निकल गए। क्रिप्टो का बाजार धराशायी होने की चपेट में सबसे ज्यादा नए ग्राहक आए हैं, जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान या बाद में पैसा लगाया था।
रघुराम राजन ने कहा, चिटफंड की तरह फूटेगा क्रिप्टोकरेंसी का बुलबुला, मार्केट में बच जायेगी महज एक-दो करेंसी
LagatarDesk : क्रिप्टोकरेंसी का मामला इन दिनों चर्चा में है. सरकार शीतकालीन सत्र में बिल लाने की तैयारी क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला में है. मीडिया इंटरव्यू के दौरान आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सवाल पूछे गये. जिस पर उन्होंने क्रिप्टोमार्केट को लेकर बड़ा बयान दिया है.
चिटफंड की तरह जल्द ही फूटेगा क्रिप्टोकरेंसीज का बुलबुला
आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने क्रिप्टो निवेशकों को चेताया भी है. उन्होंने कहा है कि आने वाले दिनों में क्रिप्टो एसेट्स रखने वाले को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. रघुराम राजन का दावा है कि चिटफंड की तरह क्रिप्टोकरेंसीज का बुलबुला जल्द ही फूट जायेगा. जिसमें से अधिकांश करेंसी का वजूद खत्म हो जायेगा.
मार्केट में रह जायेंगी एक या दो करेंसी
रघुराम राजन के अनुसार, दुनिया भर में फिलहाल 6000 करेंसीज हैं. लेकिन मार्केट में केवल एक या दो करेंसी ही बच जायेंगी. उन्होंने बताया कि ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी इसलिए वजूद में हैं क्योंकि लोगों को इसके बारे में पता नहीं है. राजन का कहना है कि ये करेंसीज भेड़चाल में बढ़े जा रहे है.
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RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दी चेतावनी! कहा-जल्द ही फूटेगा ‘बुलबुला’
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने एक इंटरव्यु में बताया कि इस समय दुनिया में करीब 6,000 क्रिप्टोकरेंसीज हैं और राजन का कहना है कि इनमें से केवल 1 या दो ही बाकी रह जाएंगी. उन्होंने बिजनेस चैनल CNBC-TV18 को बताया कि ज्यादातर क्रिप्टो का वजूद इसलिए है क्योंकि लोगों को इसकी जानकारी नहीं है. वो भेड़चाल में बढ़े जा रहे है. उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसीज से देश में उसी तरह की समस्याएं होगी जैसी चिट फंड से हुई हैं. चिट फंड्स लोगों से पैसा लेते हैं और फिर गायब हो जाते हैं. क्रिप्टो एसेट्स रखने वाले कई लोगों को आने वाले दिनों में परेशानी होगी.
रघुराम राजन ने दी चेतावनी
राजन ने कहा कि अधिकांश क्रिप्टो की कोई स्थायी कीमत नहीं है लेकिन पेमेंट्स खासकर क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स के लिए कुछ क्रिप्टो का वजूद बना रह सकता है.
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को बनाए रखने के बारे में राजन ने कहा कि केंद्र सरकार को देश में इसे आगे बढ़ाने की इजाजत देनी चाहिए. सरकार ने कहना है कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की इजाजत दी जा सकती है.
आपको क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला बता दें कि 4 सितंबर, 2013 को देश के 23वें गवर्नर के रूप में रघुराम राजन नए गवर्नर बने. रघुराम राजन देश के सबसे युवा बनने वाले गवर्नरों में से हैं. रघुराम राजन ने 22वें गवर्नर डी. सुब्बाराव की जगह ली.
RBI भी जल्द लाएगा अपनी डिजिटल करेंसी
भारत का सेंट्र बैंक सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC देश की फिएट करेंसी (जैसे रुपया, डॉलर या यूरो) का एक डिजिटल संस्करण है. इसे केंद्रीय बैंक जारी करता है. साथ ही इसकी गारंटी भी देता है. यह फिएट करेंसी के साथ ही वन टु वन एक्चेंजेबल है. इससे ट्रांजैक्शन बिना किसी मध्यस्थ या बैंक के हो जाता है.
इसे लेकर देशों का रिस्पॉन्स एक-सा नहीं है. भारत और चीन जैसे देश इसका विरोध करते हैं. भारत में तो रिजर्व बैंक ने इस पर बैन लगा रखा था, पर अमेरिका समेत कई देश इसके अनुकूल स्कीम बना रहे हैं.
सेंट्रल अमेरिका के अल सल्वाडोर की कांग्रेस ने 8 जून 2021 को बिटकॉइन कानून पास किया और यह छोटा देश बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने वाला दुनिया का पहला देश क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला बन गया.
वर्तमान में, देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई भी रेगुलेशन नहीं है. इस वजह से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ क्रिप्टोकरेंसी पर एक बैठक की थी और मजबूत रेगुलेटरी स्टेप्स उठाने के संकेत दिए थे. सरकार का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर रेगुलेशन नहीं होने से इसका उपयोग टैरर फंडिंग और काला धन की आवाजाही में हो रहा है.
Cryptocurrencies crash: फूटा क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का बुलबुला…क्या चीन है इसकी वजह
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टीआरपी डेस्क। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत में गिरावट की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले 24 घंटे में क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला भारी बिकवाली के कारण बिटकॉइन की कीमत में 30 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज हुई। एक महीने पहले जिस बिटकॉइन की कीमत 66 हजार डॉलर तक पहुंच गई थी। वहीं अब इसकी कीमत 30 हजार डॉलर तक नीचे आ गई है। बिटकॉइन का यह हाल चीनी बैंक और टेस्ला के बयान के बाद हुआ है।
बता दें, मंगलवार को चीन से खबर आई थी कि चीनी सरकार ने वित्तीय संस्थानों और पेमेंट कंपनियों को क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन से संबंधित सर्विस प्रदान करने से बैन कर दिया है। साथ ही निवेशकों को क्रिप्टो ट्रेडिंग के खिलाफ चेतावनी भी दी है। ऐसे में अब चीन के बैंक और ऑनलाइन पेमेंट चैनल जैसे संस्थान ग्राहकों को क्रिप्टोकरेंसी में रजिस्ट्रेशन, ट्रेडिंग, सेटलमेंट और क्लीयरिंग जैसी सर्विस प्रदान नहीं कर सकते।
एलन मस्क के फैसले से मार्केट में कंफ्यूज़न
इसके अलावा हाल ही में दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी एलन मस्क ने भी अपने ट्वीट के जरिए मार्केट में काफी कंफ्यूज़न पैदा किया। पहले मस्क ने ट्वीट कर घोषित किया कि उनकी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी Tesla भुगतान के रूप में Bitcoin लेगी। एक हफ्ते से भी कम समय में उन्होंने इस फैसले से यू-टर्न ले लिया और ट्वीट किया कि पर्यावरणीय प्रभाव की वजह से कंपनी फिलहाल बिटकॉइन नहीं लेगी।
इसके बाद उन्होंने Dogecoin निर्माता के साथ मिलकर एनर्जी आर्किटेक्चर को बेहतर और कुशल बनाने की बात की। जिससे निवेशकों की रूची डॉजकॉइन की तरफ बढ़ने लगी। इसी तरह एलन के एक के बाद एक ट्वीट के साथ निवेशकों की दुविधा बढ़ गई और कहीं न कहीं आज ऐसे मार्केट के क्रैश होने के कई कारणों में से एक कारण यह भी हो क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला सकता है।
अन्य क्रिप्टोकरेंसी में भी आई गिरावट
इसके अलावा अन्य क्रिप्टोकरेंसी का भी यही हाल है। क्वॉइन मैट्रिक्स के मुताबिक बिटकॉइन की कीमत बुधवार को सुबह 30,001.51 डॉलर क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला पर आ गई जबकि अंतरराष्ट्रीय समय के अनुसार शाम 6 बजकर 20 मिनट पर इसकी कीमत 36,901.54 डॉलर थी। अन्य क्रिप्टोकरेंसी में इथेरियम की कीमत इसी समय 2501.40 डॉलर थी। डोजीक्वॉइन की कीमत भी बुधवार को 30 प्रतिशत घट गई।
वहीं बाजार के विश्लेषकों का मानना है कि बिटकॉइन की कीमत 30 हजार डॉलर से भी नीचे आने वाली है। बुधवार को भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के क्रेश होने के बाद लाखों यूजर को खरीद-बिक्री करने में परेशानी हुई। जिसके बाद यूजर ने सोशल मीडिया पर अपना आक्रोश दिखाना शुरू किया तो वजीरएक्स ने ट्वीटर पर लिखा हमें पता चला है कि आपको कारोबार करने में परेशानी हो रही है। हम इस मामले को देख रहे हैं और यथाशीघ्र इस समस्या का समाधाना खोजने की कोशिश कर रहे हैं।
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