आमदनी की बात करें तो साल 2018 में कंपनी की आमदनी 26 करोड़ रुपये थी. 2019 में ये गिरकर 21 करोड़ रुपये पर आ गई. साल 2020 में 20 करोड़ रुपये, 2021 में 18 करोड़ रुपये, साल 2022 में 24 करोड़ रुपये रही है.

बाजार बंद होने के बाद 20 रुपये से सस्ते शेयर पर आई बड़ी खबर- बोर्ड वित्तीय बाज़ार क्या हैं बैठक में मिली राइट्स इश्यू को मंजूरी

पहले आपको बताते हैं राइट्स इश्यू के बारे में. राइट्स इश्यू के तहत मौजूदा शेयरधारकों (जिन्होंने शेयर को खरीदा हुआ है) को निश्चित अनुपात में नए शेयर जारी किये जाते हैं. कंपनी अक्सर रकम जुटाने के लिए राइट्स इश्यू का सहारा लेती है.

शेयरधारक के पास जितने शेयर होते हैं, उसी के हिसाब से उसे राइट्स वित्तीय बाज़ार क्या हैं शेयर बेचे जाते हैं. इंडोविंड एनर्जी का राइट्स इश्यू 2:5 का है. निवेशक को 5 शेयरों पर 2 राइट्स शेयर बेचे जाएंगे. आमतौर पर राइट्स इश्यू को आकर्षक बनाने के वित्तीय बाज़ार क्या हैं लिए इनका भाव चालू बाज़ार भाव से कम रखा जाता है. राइट्स इश्यू जारी करने से कंपनी की पूंजी बढ़ती है.

Indowind Energy राइट्स इश्यू के जरिए 43.07 करोड़ रुपये जुटाएगी. 27 जनवरी को कंपनी का राइट्स इश्यू खुलेगा. 10 फरवरी को बंद होगा. इस दौरान निवेशक शेयर खरीद सकते हैं. इश्यू की रिकॉर्ड डे 13 जनवरी है.

बाजार बंद होने के बाद 20 रुपये से सस्ते शेयर पर आई बड़ी खबर- बोर्ड बैठक में मिली राइट्स इश्यू को मंजूरी

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शेयरधारक के पास जितने शेयर होते हैं, उसी के हिसाब से उसे राइट्स शेयर बेचे जाते हैं. इंडोविंड एनर्जी का राइट्स इश्यू 2:5 वित्तीय बाज़ार क्या हैं का है. निवेशक को 5 शेयरों पर 2 राइट्स शेयर बेचे जाएंगे. आमतौर पर राइट्स इश्यू को आकर्षक बनाने के लिए इनका भाव चालू बाज़ार भाव से कम रखा जाता है. राइट्स इश्यू जारी करने से कंपनी की पूंजी बढ़ती है.

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बाजार बैठकी की नीलामी बंद करने के निर्णय पर सियासत, शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला

पहले महापौर ने लगाया आरोप, अब अध्यक्ष ने ठहराया जिम्मेदार .

Politics started on decision to stop auction of market tax

सिंगरौली. अगले वित्तीय वर्ष में बाजारों की नीलामी नहीं करने और बाजार बैठकी की वसूली बंद होने का मुद्दा नगर निगम परिषद की बैठक के एजेंडा में भले ही शामिल न हो, लेकिन इसको लेकर वित्तीय बाज़ार क्या हैं वित्तीय बाज़ार क्या हैं आम आदमी पार्टी और भाजपा नेताओं में सियासत तेज हो गई है। नगर निगम के अध्यक्ष और महापौर इसके लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। फिलहाल यह मुद्दा परिषद में उठेगा, इसकी पूरी संभावना है।

रमेश सिंह टेस्ट: भारतीय वित्तीय बाजार

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साल 2022 में ग्लोबल मार्केट को हुआ 1.4 ट्रिलियन डॉलर का भारी नुकसान, जानें क्या है कारण

Mind-boggling one point four trillion dollars wiped off global markets in 2022 | साल 2022 में ग्लोबल मार्केट को हुआ 1.4 ट्रिलियन डॉलर का भारी नुकसान, जानें क्या है कारण

नई दिल्ली: 2022 के वैश्विक वित्तीय बाजार में अशांत वर्षों में से एक बनने की संभावना है। वैश्विक इक्विटी 1.4 ट्रिलियन डॉलर की भारी गिरावट के साथ अपने दूसरे सबसे खराब वर्ष की ओर बढ़ रहे हैं। भारतीय रुपये में परिवर्तित ये आंकड़ा 1,15,79,47,00,00,00,000 रुपये है। वित्तीय बाज़ार क्या हैं ये मुख्य रूप से वैश्विक उथल-पुथल से प्रेरित है जो कोविड के बाद के झटकों के साथ शुरू हुई थी और फरवरी 2022 में शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध से बढ़ गई थी।

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