बैंक निफ्टी में भी ट्रेडिंग कर के आप अच्छी कमाई कर सकते हैं अन्य शेयरों की अपेक्षा बैंक निफ़्टी में अत्याधिक उतार-चढ़ाव रहता है इसलिए प्रॉफिट के साथ-साथ नुकसान की भी संभावनाएं अधिक रहती है बैक निफ़्टी में ट्रेडिंग करने के लिए आपको बैंक निफ्टी की चाल और बैंकिंग शेयरों में उतार-चढ़ाव को पहचानने की कला आनी चाहिए
What are Candlesticks in stock Market?
स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह जहां बहुत सारे लोग किसी लिस्टेड कंपनी का स्टॉक को खरीद और बिक्री के लिए उपयोग में लाते हैं। क्या लोग कभी भी कोई स्टॉक को खरीद या बेच देते हैं? जवाब होगा नहीं। लोग खरीदने या बेचने के लिए पहले उस कंपनी के बारे में पूरी तरीके से जानकारी प्राप्त करते हैं अब वह तरीका या तो टेक्निकल एनालिसिस के द्वारा जानकारी प्राप्त करना हो या फिर उस कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस के द्वारा जानकारी प्राप्त करना हो।
अगर हम बात करें टेक्निकल एनालिसिस तो यहां पर लोग टेक्निकल चार्ट उस कंपनी का देखते हैं यह टेक्निकल चार्ट अलग-अलग प्रकार के हो सकते हैं उनमें से एक का नाम candlestick chart है। जिसके बारे में आज हम विस्तार से चर्चा करेंगे। यहां पर हम देखने वाले हैं कि candlestick chart कैसे बनता है बे क्या चीजें हैं जिससे मिलकर candlestick chart बनता है इन सभी बातों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और अलग-अलग candlestick किस प्रकार के होते हैं इसकी बात करेंगे।
What are Candlesticks in stock Market? कैंडल्स क्या है?
कैंडल स्टॉक मार्केट में खरीद और बिक्री कर रहे लोगों के लिए मूल्यों का उतार-चढ़ाव का एक संकेतात्मक प्रारूप है। जो हमें बाजार में खरीद और बिक्री होने के मूल्यों को सांकेतिक रूप में बताता है। कैंडल्स को बनने के लिए एक निश्चित समय अवधि में होने वाले खरीद और बिक्री के मूल्य का उपयोग कर बनाया जाता है।
यहां पर एक शब्द समय अवधि का जिक्र किया गया है जिसको समझना बहुत ही जरूरी है मान लीजिए कि अपना भारत में स्टॉक मार्केट 9:15 a.m. में खुलता है और 3:30 p.m. मे बंद हो जाता है। हमारे शेयर बाजार का यह पूरी अवधि जितने समय बाजार खुला होता है यह एक दिन का पूर्ण अवधि है। इसके अलावा अगर हम इस पूरी अवधि को और छोटे-छोटे समय अंतराल में बांटना चाहे तो हम इस पूरे अवधि को छोटे-छोटे समय अंतराल में बांट सकते हैं।
अगर आपने शेयर बाजार में काम किया हो तो देखा होगा कि कैंडल्स अलग-अलग समय अंतराल में बना होता है उदाहरण के लिए 5 मिनट का कैंडल, 15 मिनट का कैंडल, 30 मिनट का कैंडल, 1 घंटे का कैंडल, 2 घंटे का कैंडल, 1 दिन का कैंडल, 1 सप्ताह का कैंडल और महीने का कैंडल इस तरीके से अलग अलग समय अंतराल का एक एक कैंडल बना होता है।
कैंडल कैसे बनता है?
कैंडल कैसे बनता है इस सवाल का जवाब समझने के लिए हम किसी भी एक समय अंतराल का उपयोग करेंगे जिसके माध्यम से हम समझने का प्रयत्न करेंगे कि कैंडल्स बनने कि जो आधारभूत बिंदु है वह क्या है। मान लीजिए कि 5 मिनट का समय अंतराल हमने लिया है जिसमें एक कैंडल को बनने के लिए न्यूनतम समय 5 मिनट लगेगा अब इस 5 मिनट में शेयर बाजार में बहुत सारे लोग किसी एक ही प्रकार के शेयर को या तो खरीद रहे होंगे या बेच रहे होंगे।
मान लीजिए कि जब यह समय की शुरुआत हो रही होगी उस शुरुआती सेकंड में किसी व्यक्ति ने शेयर की खरीदारी एक निश्चित भाव ₹100 में खरीद कर उस शेयर का उस 5 मिनट के छोटे समय अंतराल में खरीदारी की शुरुआत की जिसके पश्चात और भी बहुत सारे लोग खरीदारी या बिकवाली के लिए अपने स्टॉक ब्रोकर के टर्मिनल पर अपना सौदा लगा रखे होंगे और उनकी खरीदारी बिकवाली हो रही होगी।
उसी क्रम में हम यह मानकर चलते हैं कि उस 5 मिनट की समय अवधि में सबसे कम पर जो सौदा बिका वह ₹90 पर बिका फिर उस 5 मिनट के समय अवधि में एक सौदा जो सबसे ऊंचे भाव पर बिका जो ₹110 का था और उस 5 मिनट का समय अवधि समाप्त होते-होते सबसे अंतिम का सौदा अगर ₹105 पर बिका तो हमें कैंडल को बनाने के लिए इन्हीं चार भाव की आवश्यकता होती है।
कैंडल और उसके रंग का संबंध।
What are Candlesticks in stock Market? कैंडल और उसके रंग में बहुत ही गहरा संबंध है कैंडल्स का रंग हमें भाव के चलने की दिशा को बताता है अगर भाव अपने न्यूनतम स्तर से चलकर उच्चतम स्तर की दिशा में जाती है तो उस क्रम में बनने वाले कैंडल का रंग सामान्य तौर पर हरा रखा जाता है यद्यपि इसे अपने मन मुताबिक अलग-अलग रंगों में रखा जा सकता है फिर भी अधिकतर लोग इसे हरा रंग में ही रखते हैं जो यह बताता है कि भाव नीचे से ऊपर के तरफ चल रहा है।
इसी तरह से अगर कैंडल का रंग लाल से दिखाया गया है तो इसका सामान्यतः अर्थ यह होता है कि भाव उच्चतम स्तर से गिरते हुए निम्नतम स्तर के और चल रहा है तो इस क्रम में बनने वाले कैंडल का रंग लाल से दिखाया जाता है जो सामान्य तौर पर यह बताता है कि मार्केट में विक्रेता का बोलबाला है।
कैंडल का हरा रंग अच्छी खरीदारी की सूचक है उसी तरह से लाल रंग की कैंडल अच्छी बिकवाली का सूचक होता है अच्छी खरीदारी से मतलब है की अधिकतम लोग उस दिन खरीदारी के मानसिकता के साथ बाजार में आए हैं और लाल कैंडल का मतलब है कि अधिकतम लोग बिकवाली के मानसिकता के साथ बाजार में काम कर रहे हैं।
Share Markets Closing Bells : शुरुआती झटके के बाद रिलायंस और आईटी शेयरों ने बाजार को संभाला, सेंसेक्स-निफ्टी चढ़ कर बंद
Stocks to watch out for today. (Image: REUTERS)
शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद सेंसेक्स, निफ्टी में रिकवरी दिखी और दोनों चढ़ कर बंद हुए. सेंसेक्स 153 प्वाइंट चढ़ कर 57,260.58 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी लगभग एक फीसदी चढ़ा और 17,053.95 पर बंद हुआ.
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निफ्टी की बढ़त में सबसे बड़ी भूमिका निभाई रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों ने. रिलायंस के शेयरों की बदौलत शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते हैं? निफ्टी में 1.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई.
सन फार्मा, एक्सिस बैंक और एनटीपीसी के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई.
कोटक महिंद्रा बैंक टॉप गेनर रहा. इसके शेयर 2.4 फीसदी चढ़ कर बंद रहे. इसके बाद सबसे ज्यादा बढ़त एचसीएल टेक्नोलॉजिज, टाइटन, टीसीएस और बजाज फाइनेंस में दिखी.
बाजार को शुरुआती झटके लगने के बाद निफ्टी के फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स, आईटी इंडेक्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडेक्स ने संभाला.
शेयर बाजार फिलहाल मंदड़ियों की पकड़ में दिख रहा है. निफ्टी फार्मा को छोड़ कर हर इंडेक्स बिकवाली के दबाव में गिरा दिख रहा है. हालांकि साप्ताहिक चार्ट में निफ्टी में चार फीसदी नीचे जाकर बंद होता दिख रहा है.यह 11 सप्ताह की सबसे तेज गिरावट है. इससे पहले ही करेक्शन फेज में मजबूत प्रॉफिट बुकिंग के आसार बने हुए हैं. ऐसे में कुछ शेयरों में खरीदारी की जा सकती है. आइए देखते हैं वे कौन से शेयर हैं जिनमें इस वक्त खरीदारी की जा सकती है और वे मुनाफा दे सकते हैं.
SGX NIFTY KYA HAI|यहां देखे SGX NIFTY देखने का सही तरीका
SGX NIFTY क्या है हम ये जानने से पहले आपलोगो से एक सवाल करते है आप लोग SGX NIFTY कैसे देखते है अगर आप को पता है तो कमेंट्स कर के बताए ,नही पता है तो हमने SGX NIFTY देखने का सही तरीका भी नीचे बताया है।
SGX NIFTY हमारी NIFTY की रेप्लिका (नकल) है। Singapore Exchange Limited में इंडियन nifty को ट्रेड करते है यह वैसे ही है जैसे BSE हमारा स्टॉक एक्सचेंज है और उसमे हम HDFC BANK, DABUR, SBIN को ट्रेड करते है।
हमारे market की तरह SGX NIFTY 3.30 बजे बंद नही होता ये रात को 2.30 बजे बंद होता है और सुबह 6.30 बजे फिर से ओपन हो जाता है
SGX NIFTY क्यों देखते है?
SGX NIFTY देखने का प्रमुख कारण यह है की इसे देख कर हमे यह हिंट्स मिलता है की कल हमारी nifty गैपअप खुलेगी या गैपडाउन। देखिए रात को जीतने प्वाइंट हमे ये उपर या नीचे दिखता है सुबह यह बदल भी सकता है लेकिन ज्यादातर वैसे ही रहता है।
विदेशी ट्रेडरों को भारतीय डेरिवेटिव बाजार में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
जो लोग इंडियन शेयर मार्केट में ट्रेड नही कर सकते है वो लोग SGX NIFTY में ट्रेड कर शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते हैं? सकते है
वर्ल्ड मार्केट ट्रेडरो को हिंट्स मिलता है की इंडियन मार्केट में क्या चल रहा है
SGX NIFTY देखने का सही तरीका :
बहुत सारे लोग अपने ब्राउजर में सर्च करते है SGX निफ्टी और उनको यह दिखता है
वो लोग सोचते है देख लिया SGX NIFTY नही ये जो आप लोग फोटो में देख रहे है ये Singapore Exchange है और जबकि हमे Singapore NIFTY देखना था।
Singapore निफ्टी अथवा SGX NIFTY देखने के लिए हमे अपने TradingView में जाना है और सर्च करना है IN1 और जो सबसे ऊपर आए उसे अपने वाचलिस्ट में एड कर ले।
राकेश झुनझुनवाला इन 3 वजहों से बेचते हैं कोई शेयर, जानें अभी कौन-कौन से शेयर हैं उनके पास
शेयर मार्केट के ‘बिग बुल’ राकेश झुनझुनवाला (Big Bull Rakesh Jhunjhunwala) हमेशा कैसे बाजार को लेकर इतने ‘बुलिश’ रहते हैं. कैसे उनके पास मौजूद शेयरों ने उन्हें एक दिन में 1100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई दी है और अभी उनके पास कौन-कौन सी कंपनियों के शेयर हैं, इन सबके बारे में उन्होंने इंडिया टुडे कॉनक्लेव में खुलकर बातें की.
हाल में राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में 1100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की. उनके पास Tata Group की दो कंपनियों Tata Motors और Titan के शेयर थे. बीते सप्ताह इन दोनों के शेयर ने जबरदस्त बढ़त हासिल की और इनके शेयरों से ‘बिग बुल’ ने एक ही दिन में 1,125 करोड़ रुपये की कमाई की. टाइटन, टाटा समूह की दूसरी ऐसी कंपनी है जिसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 2 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा है.
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा स्टॉक कैसे चुने
इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए सही स्टॉक का चुनाव जरूरी है शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग का दौर चल रहा है इसीलिए आपकी कमाई इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए चुने गए शेयरों पर निर्भर करती है इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयरों का चयन बड़ी ही सावधानी से करना चाहिए जैसे की कंपनी की बैलेंस शीट , ओवर वेट शेयर , खबरों के दम पर बढ़ने वाले शेयर इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयरों का चुनाव करतें समय इन बातो का ध्यान रखना चहिए।
शेयर मार्केट शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते हैं? से इंट्राडे ट्रेडिंग से कमाई करने के लिए आपको इंट्राडे ट्रेडिंग की जानकारी हासिल करनी होगी जिन शेयरों में आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने जा रहे हैं उन शेयरों पर पहले से नजर बनाए रखें सही समय का इंतजार करना होगा कल के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग की रणनीति आज ही बनानी होगी सही स्टॉक के चुनाव के लिए पेपर वर्क , न्यूज़ चैनल, कंपनी का लेखा-जोखा, इंट्राडे चार्ट , आदि सभी बिंदुओं पर नजर रखनी होगी
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