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Buying US Stocks: क्या आप खरीदना चाहते हैं अमेरिकी शेयर, यहां जानें यूएस स्टॉक मार्केट में कैसे शुरू करें ट्रेडिंग

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 27 Sep 2021 10:17 PM (IST)

US Stocks Market: विदेशों में निवेश करने की चाहत रखने वाले भारतीय निवेशकों की खासी चर्चा हो रही है. मौजूदा विदेशी फंडों के अलावा, हाल ही में कई इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड स्कीम्स शुरू की गई हैं, इस प्रकार उनके घरेलू पोर्टफोलियो में विविधता लाने का विकल्प दिया गया है.

इनमें से कुछ अंतरराष्ट्रीय फंड, ‘फंड ऑफ फंड्स’ हैं जबकि कुछ फीडर फंड हो सकते हैं, विशेष रूप से कई निष्क्रिय इंडेक्स फंड हैं जो अधिकांश प्रमुख वैश्विक सूचकांकों पर नज़र रखते हैं.

विदेशी स्टॉक खरीदना जटिल मामला नहीं
वैकल्पिक रूप से, विदेशी स्टॉक खरीदना कोई जटिल मामला नहीं है जैसा कि यह लगता है. सेल्सफोर्स, वीज़ा, अमेरिकन एक्सप्रेस कंपनी, कॉस्टको होलसेल कॉर्प, एक्सपीडिया ग्रुप, ज़िवो बायोसाइंस, पल्टॉक जैसे हालिया टॉप मूवर्स सहित फेसबुक, ऐप्पल या अमेज़ॅन जैसे कुछ टॉप अमेरिकी शेयर्स का मालिक होना, भारतीय निवेशकों के लिए संभव है. यह ठीक वैसे ही जैसे आप भारतीय शेयर बाजार में जौमेटो, रिलायंस, टाटा मोटर्स आदि के शेयर्स के मालिक बन सकते हैं.

पेनी स्टॉक में क्या आप भी पैसा लगाते रहते हैं, शेयर खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

 पेनी स्टॉक्स में उतना ही इन्वेस्ट करें जितना डूबने पर आप बर्दाश्त कर सकें, क्योंकि पेनी स्टॉक ज्यादा रिस्की होता है.

पेनी स्टॉक्स में उतना ही इन्वेस्ट करें जितना डूबने पर आप बर्दाश्त कर सकें, क्योंकि पेनी स्टॉक ज्यादा रिस्की होता है.

पेनी स्टॉक को बहुत सारे निवेशक कम समय में अमीर बनने का रास्ता भी समझते हैं. लेकिन ये रास्ता अक्सर कांटों भरा ही होता है . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : June 30, 2022, 22:59 IST

मुंबई . शेयर बाजार में निवेशकों के बीच अक्सर पेनी स्टॉक की चर्चा होती रहती है. बहुत सारे निवेशक मल्टीबैगर स्टॉक की तलाश में पेनी स्टॉक में पैसा लगाते रहते हैं. पेनी स्टॉक को बहुत सारे निवेशक कम समय में अमीर बनने का रास्ता भी समझते हैं. लेकिन ये रास्ता अक्सर कांटों भरा ही होता है. ज्यादातर निवेशक पेनी स्टॉक के चक्कर में अपनी पूंजी गंवा बैठते हैं.

दरअसल पेनी स्टॉक वैसे शेयर होते हैं जिनकी कीमत कम होती या 10 रुपए से कम होती है. साथ ही कंपनी का मार्केट कम होता है. तमाम एक्सपर्टस 500 करोड़ के नीचे मार्केट कैप वालों को इसी कटगरी में रखते हैं. पेनी स्टॉक से जुड़ी कंपनियां छोटी होती हैं. इनके बारे में पता लगाना क्या स्टॉक एक खरीद है और जानकारियां इक्ट्ठा करना बहुत मुश्किल होता है. बिना किसी जानकारी ऐसे स्टॉक्स में इन्वेस्ट करना रिस्की होता है.

शेयर खरीदने हेतु P/E Ratio क्या होने चाहिए

अब आपके मन में यह सवाल उठता होगा कि शेयर खरीदने वक्त हमें कितना P/E Ratio का शेयर खरीदना चाहिए और कितना P/E Ratio शेयर नहीं खरीदना चाहिए।

आमतौर पर वित्तीय सलाहकार कहते हैं कि जिसका P/E Ratio 30 से ज्यादा है उसे हमें नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि यदि मुझे ₹30 लगाकर सालाना ₹1 प्राप्त हो यहां तक तो ठीक माना जा सकता है। पर उससे ज्यादा लगाकर यदि मुझे ₹1 प्राप्त हो तो यह कभी भी ठीक नहीं माना जा सकता।

वैसे जैसे जैसे कंपनी मुनाफा कमाता रहता है उसका P/E Ratio बढ़ता रहता है। इसलिए आप कंपनी के पिछले कुछ सालों का मुनाफा देख सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि P/E Ratio ज्यादा होने से उस शेयर में निवेश ना करें।

क्या केवल P/E Ratio द्वारा ही अच्छे शेयर का चुनाव सही है?

यदि आप सोच रहे हैं कि मुझे P/E Ratio निकालना आ गया और इसे देखकर मैं अच्छे से शेेेयर खरीद कर एक सफल निवेशक बन जाऊंगा तो यह आप गलत सोच रहे हैं। कई बार हम भ्रम में भी आ जाते हैंं। गलत P/E Ratio दौरा भी हम गलत शेयर खरीद कर नुकसान उठा लेते हैं।

कई ऐसे भी कंपनी होती हैं जिसकी P/E Ratio में काफी उतार-चढ़ाव होता रहता है। यानी किसी वर्ष यह बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और किसी बात बहुत कम हो जाता हैै।

उदाहरण रियल स्टेट कंपनी का लेते हैं। किसी वर्ष 50 घर भी नहीं बिकता तो किसी वर्ष 500 घर बिक जाता है। जिस वर्ष इस कंपनी का 500 घर बिका है उस वर्ष का P/E Ratio 20 मान लेते हैं। हम यह सोच कर शेयर खरीद लेते हैं कि P/E Ratio उसका कम है।

P/E Ratio और क्या बताता है?

P/E Ratio द्वारा किसी कंपनी के शेयर सस्ते या महंगे का अनुमान लगा सकते हैंं। इसके अलावा आप यह भी अनुमान लगा सकते हैं कि वर्तमान में शेयर बाजार महंगा है या सस्ता हैै।

मेरा कहने का अर्थ यह है कि कई बार नये निवेशक सोचते हैं कि जब बाजार सस्ता होगा तब निवेश की शुरुआत करूंगा। यह पता कैसे चलेगा कि मार्केट अभी सस्ता है या महंगा है। उसके लिए आप मार्केट का P/E Ratio देख सकते हैं।

भारतीय बाजार में मुख्य रूप से दो जगह शेयर की खरीद बिक्री की जाती है। एक सेंसेक्स और दूसरा है निफ्टी। सेंसेक्स 30 कंपनी का प्रतिनिधित्व करती है और निफ्टी भारत के 50 कंपनी का प्रतिनिधित्व करती है।

सेंसेक्स और निफ्टी यह बताती है कि अभी भारतीय बाजार का क्या हाल है। यदि आप नये निवेशक हैं या शेयर मार्केट में निवेश करने की सोच रहे हैं तो सेंसेक्स और निफ्टी का P/E Ratio जाकर जरूर देख लें। आपको पता लग जाएगा कि अभी भारतीय शेयर बाजार सस्ता है या महंगा है।

P/E Ratio बदलता रहता है

P/E Ratio हमेशा बदलता रहता क्या स्टॉक एक खरीद है है। यह नहीं कि आपने एक बार जो P/E Ratio देख लिया वह हमेशा के लिए रहेगा। मान लीजिए किसी कंपनी का P/E Ratio अभी 25 है।

कुछ दिनों बाद कंपनी ने अच्छा मुनाफा कमाया और उसके शेयर का दाम बढ़ गया। क्योंकि सभी लोग उसके शेयर को खरीदने लगे। हम उस कंपनी का P/E Ratio बढ़ जाएगा।

इसलिए आप जिस वक्त शेयर खरीदते हैं उस वक्त उस शेयर का भी P/E Ratio देख ले।

जाते जाते एक बात आपको बता कर जा रहा हूं शेयर बाजार जितना ही लाभदायक है उतना ही नुकसानदायक। इसमें हम 1 दिन में लाखों कमा भी सकते हैं और लाखों गंवा भी सकते हैं।

आप तभी इसमें निवेश करने की सोचे जब आप लाखों कमाने और गंवाने के लिए तैयार हो। किसी के भी कहने पर कहीं भी निवेश ना करें। सोच समझ कर फैसला ले। आपके मेहनत की कमाई पर पहला अधिकार आपका ही है।

किसी के कहने पर किसी भी शेयर में निवेश ना करें। निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले। आप चाहे कितने बड़े खिलाड़ी हो लेकिन कर्ज लेकर कभी भी स्टॉक मार्केट में निवेश ना करें इससे आप ज्यादा कठिनाई में पड़ सकते हैं।

शेयर मार्केट में शेयर के अलाावा आप क्या खरीद और बेच सकते हैं

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर मार्केट में कई फाइनैंशियल इंस्ट्रूमेंट खरीदे और बेचे जाते हैं जैसे शेयर/स्टॉक, डेरिवेटिव्स, बॉण्ड और म्युचुअल फंड। चेक भी एक फाइनैंशियल इंस्ट्रूमेंट है पर इसकी खरीद-बिक्री शेयर बाजार में नहीं होती है। अलग-अलग बजट, अलग-अलग उम्र और जोखिम लेने की क्षमता और निवेश की अवधि के अनुसार सभी के लिए फाइनैंशियल इंस्ट्रूमेंट उपलब्ध हैं।

यदि आप खुद जानकारी रखते हैं या जानकार बनने के इच्छुक हैं और आपके पास शेयर बाजार का ध्यान रखने के लिए पर्याप्त समय है तो शेयर/स्टॉक में पैसे लगा सकते हैं। यदि किसी अन्य रोजगार में हैं तो आपके लिए म्युचुअल फंड बेहतर होगा जो जानकार और अनुभवी लोगों के माध्यम से निवेश करने का अधिक सुरक्षित जरिया है। इसी तरह बॉण्ड एक सुनिश्चित दर से आमदनी का जरिया है। लेकिन इन सबसे अधिक आमदनी के लिए आज कल डेरिवेटिव्स का चलन बढ़ रहा है। हालांकि इसमें जोखिम भी ज़्यादा है।

शेयर /स्टॉक

किसी भी शेयर में पूरे दिन उतार-चढ़ाव लगा रहता है। और यह सिलसिला कभी रुकता नहीं है। लोग अपने आर्थिक लक्ष्य और जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार एक दिन से लेकर सालों-साल के लिए शेयर खरीद सकते हैं। उसके दाम में लगातार हो रहे अंतर का लाभ उठा कर मुनाफा कमा सकते हैं। शेयर मार्केट की भाषा में ब्लूचिप स्टॉक खरीद कर लोग आने वाली पीढ़ियों के लिए रख देते हैं जो अक्सर बहुत अच्छा निवेश साबित होता है।

म्युचुअल फंड मोटे तौर पर इसके बहुत से हिस्सेदारों की पूंजी मिला कर अच्छी कंपनी के शेयर में लगाई जाती है। लेकिन किस कंपनी में और कितनी अवधि के लिए पैसा लगेगा यह निर्णय आपकी ओर से म्युचुअल फंड के जानकार लेते हैं। मुमकिन है इसमें रिटर्न कुछ कम मिले पर नुकसान भी बहुत कम होने का भरोसा रहता है।

बॉण्ड में पैसा लगाने से मुनाफा कम हो सकता है पर निर्धारित तिथि पर एक सुनिश्चित दर से आमदनी का भरोसा जरूर रहता है। हालांकि ब्याज दर घट-बढ़ सकती है पर स्टॉक मार्केट में बॉण्ड जारी करने की तिथि में घोषित ब्याज दर से कम नहीं होगी। अब इतनी सुरक्षा होगी तो मुनाफा कम होना लाजिमी है।

डेरिवेटिव्स

डेरिवेटिव्स आसान शब्द में बयाना देकर पूरा माल उठा लेने का खेल है जो अनजान लोगों के लिए बहुत खतरनाक है। डेरिवेटिवस के तहत किसी स्टॉक के ‘फ्यूचर’ और ‘ऑप्शन’ आते हैं। इसमें एक तय समय पर या उससे पहले खरीदने या फिर बेचने की जिम्मेदारी होती है। इसके तहत आपको किसी शेयर मसलन टीसीएस के 150 शेयरों का एक पूरा लॉट (फ्यूचर या ऑप्शन) लेना होता है जिसके लिए बयाना के तौर पर केवल 1 लाख रु. या ऑप्शन में तो उससे बहुत कम देने होंगे जबकि टीसीएस के 150 शेयरों का बाजार भाव फिलहाल लगभग 4.5 लाख रु. का क्या स्टॉक एक खरीद है होगा। लेकिन यह फ्यूचर तय समय पर या पहले बेचना (या खरीदना) होगा चाहे नफा हो या नुकसान।

इसी तरह आप्शन में भी बहुत कम रकम देकर पूरे 150 शेयर का लाभ ले सकते हैं पर नुकसान भी बहुत अधिक होगा। इसलिए डेरिवेटिवस में पड़ने से पहले जोखिम की थाह लें और फिर कदम बढ़ायें। एक बार इरादा पक्का कर लिया तो बेहतर होगा शुरुआत करेंसी डेरिवेटिव्स से करें। इसमें भारतीय रुपये के साथ अमेरिकी डालर, यूरो, पाउंड और जापानी येन की जोड़ी ट्रेड की जाती है। खरीदने और बेचने की लागत बहुत कम होती है इसलिए आजमाने में ज्यादा नुकसान का खतरा नहीं है। हमेशा ध्यान रखें कि शेयर बाजार में सुरक्षित रहना आमदनी सुनिश्चित करना है।

ICICI Bank Share Target: क्या आपके पास है ये Bank क्या स्टॉक एक खरीद है Stock, बेचना मत. एक्सपर्ट्स बोले- खरीद डालो!

आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों को लेकर एक्सपर्ट बुलिश

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 दिसंबर 2022,
  • (अपडेटेड 05 दिसंबर 2022, 8:14 PM IST)

अगर आप शेयर बाजार (Share Market) में निवेश का प्लान कर रहे हैं, तो फिर ये खबर आपके फायदे की है. दरअसल, एक बैंकिंग शेयर को लेकर एक्सपर्ट्स खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं और इन्वेस्टर्स को खरीदने की सलाह दे रहे हैं. ये स्टॉक है आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) का. Jefferies से लेकर Morgan Stanley तक ने इस पर भरोसा जताया है.

एक्सपर्ट्स दे रहे Buy रेटिंग
Stock Market पर बारीकी से नजर रखने वाले ज्यादातर मार्केट एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर आपके पोर्टफोलियो में आईसीआईसीआई बैंक का शेयर (ICICI Bank Share) है, तो ये आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है. आने वाले दिनों में ये जोरदार उछाल मारकर निवेशकों को मालामाल कर सकता है. ऐसे में एक्सपर्ट्स इसे खरीदने की सलाह दे रहे हैं. वहीं इन्वेस्टर्स के पोर्टफोलियो में ये स्टॉक पहले से है उसे होल्ड रखने की बात कहते नजर आ रहे हैं.

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115 रुपये का टारगेट प्राइस
ब्रोकरेज हाउसेज ने आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों के लिए Buy रेटिंग देते हुए इसे 1115 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है. मॉर्गन स्टैनली के मुताबिक, आईसीआईसीआई बैंक के शेयर अच्छी स्थिति में है. नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि मैक्रो टेलविंड्स और मजबूत निष्पादन इस बैंकिंग स्टॉक को विनर बनाता है. वहीं जेफरीज ने कहा है कि ICICI Bank हमारे टॉप सेलेक्शन में है. निकट अवधि की कमाई के लिए कोई रास्ता नहीं होने के बावजूद इसकी ग्रोथ अच्छी रहने वाली है. कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि स्टॉक पर अपना टारगेट प्राइस 1,070 रुपये पर बरकरार रखा है.

शेयर बाजार लाल निशान पर बंद
सोमवार को शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई थी. दिन भर उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद अंत में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (BSE Sensex) 33.9 अंक यानी 0.05 फीसदी की की मामूली गिरावट के साथ 62,834.60 अंक पर बंद हुआ. जबकि एनएसई का निफ्टी (NSE Nifty) 4.95 अंक यानी 0.03 फीसदी टूटकर 18,701.05 के लेवल पर क्लोज हुआ. पहले दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स 360.62 अंक तक का गोता लगा गया था.

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