नयन सुखड़वाला ईडी के केसाें के लिए स्पेशल पीपी नियुक्त किए गए
कार का इंतजार कर रहे लाखों लोगों को झटका! कम हो सकता है मारुति का प्रोडक्शन
नई दिल्ली. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) चालू वित्त वर्ष में 20 लाख इकाइयों के उत्पादन लक्ष्य से कुछ अंतर से चूक सकती है. कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (मार्केटिंग एंड सेल्स) शशांक श्रीवास्तव ने यह बात कही है. हालांकि, उन्होंने कहा कि कंपनी अब भी अपने पेंडिंग ऑर्डर के जरिये इस चुनौती को पूरा करने की उम्मीद कर रही है. कंपनी के पेंडिंग ऑर्डर 3.75 लाख के करीब हैं.
इससे पहले इसी साल अगस्त में मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कंपनी की 2021-22 की सालाना रिपोर्ट में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा था कि कंपनी अपना उत्पादन बढ़ाएगी और चालू वित्त वर्ष में सेमीकंडक्टर की उपलब्धता में सुधार के साथ 20 लाख इकाइयों की चुनौती को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि नई मिड साइज एसयूवी ग्रैंड विटारा 20 लाख इकाइयों की चुनौती तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
तलाक की अर्जी लंबित होने पर भी मान्य है दूसरी शादी: सुप्रीम कोर्ट
क्या था मामला
रमेश कुमार (बदला हुआ नाम) की शादी हुई। शादी के बाद पत्नी ने तलाक की अर्जी दाखिल की, तीस हजारी कोर्ट ने 31 अगस्त 2009 को पत्नी के फेवर में तलाक की डिक्री पारित कर दी। रमेश ने उस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी। इसी बीच दोनों में केस वापस लेने के बारे में समझौता हो गया। 15 अक्टूबर, 2011 को रमेश ने समझौते के आधार पर अपील वापस लेने की अर्जी दाखिल कर दी। 28 नवंबर 2011 को हाई कोर्ट में मामला टेकअप हुआ और 20 दिसंबर 2011 को अर्जी का निपटारा कर दिया गया। लेकिन पेंडेंसी के दौरान 6 दिसंबर 2011 को रमेश ने दूसरी शादी कर ली।
मानव सम्पदा पोर्टल पर उपस्थिति लॉक करने के विभिन्न स्टेप एवं सभी प्रश्नों के उत्तर देखें
Most Important:- मानव सम्पदा पोर्टल (सर्वर) के डाउन रहने के कारण बिना ऑनलाइन रिफरेन्स नंबर के विद्यालय अभिलेखों में दर्ज पेंडिंग ऑर्डर कैसे दें आकस्मिक अवकाश को अनधिकृत अनुपस्थित (Unauthorized Absentee) में प्रदर्शित करने की गलती(जल्दबाजी) नहीं करें। क्योंकि ऐसी स्थिति में बिना किसी दोष के केवल पोर्टल की समस्या (विभाग की गलती) के चलते ऑनलाइन अवकाश आवेदन में हुई समस्या की सज़ा आपके साथी शिक्षकों को मिल सकती है। ऐसी स्थिति में पहले बीईओ कार्यालय में सम्पर्क करके उक्त ऑफलाइन अवकाश को बैकलॉग के माध्यम से बीईओ कार्यालय से फीड कराने एवं लीव बैलेंस से कटवाने की कार्यवाही करें (वो अवकाश अब मात्र बीईओ स्तर से ही स्वीकृत किया जाना सम्भव है) एवं स्वीकृत होने के पश्चात सामान्य स्वीकृत अवकाश की प्रक्रिया (View and Lock attendance) से उपस्थिति मॉड्यूल में उपस्थिति लॉक करें।
प्रथम स्थिति:-
यदि आपके विद्यालय में किसी शिक्षक ने कोई अवकाश नहीं लिया है या लिए हुए अवकाश पोर्टल पर दर्ज एवं स्वीकृत हैं (अर्थात रिफरेन्स नंबर और लीव आर्डर उपलब्ध है) तो आप सीधे बिंदु 3 (View and lock attendance) पर क्लिक करें, वहां एक मैसेज आएगा कि "All employees of the school are present in the entire attendance duration." तथा नीचे LOCK लिखा आएगा, तो यहीं लॉक कर दें। अगली विंडो में लिखा आएगा "Are you sure you wish to lock 0 Records?" तो इसे ok कर दें। तुरंत आपकी अटेंडेंस लॉक हो जाएगी जिसका प्रिंट लेकर अथवा फोन में सेव करके रख लें।
ध्यान दें:- इस प्रकार अटेंडेंस लॉक करने पर प्रिंट पर किसी भी शिक्षक का नाम प्रदर्शित नहीं होगा क्योंकि सभी शिक्षक प्रत्येक दिन उपस्थित हैं एवं कोई भी एब्सेंट नहीं है।
द्वित्तीय स्थिति:-
यदि आपके विद्यालय में पेंडिंग ऑर्डर कैसे दें किसी शिक्षक ने अवकाश लिया है एवं रिफरेन्स नंबर भी प्राप्त हुआ है परंतु वह अवकाश अभी तक प्र0अ0/बीईओ/बीएसए स्तर पर स्वीकृति हेतु पेंडिंग है। (अर्थात लीव आर्डर जारी नहीं हुआ है) ऐसी स्थिति में सर्वप्रथम पहले ऑप्शन ( Extract pending leaves) पर क्लिक करेंगे। जहां आपको निर्धारित अवधि भरने के लिये आयेगी और जिस महीने की उपस्थिति भर रहे हैं वह अवधि सेलेक्ट करके SUBMIT पर क्लिक कर देंगे। इसपर आपके विद्यालय के ऐसे सभी लीव रिक्वेस्ट जो किसी भी स्तर पर पेंडिंग है प्रदर्शित होने लगेंगी। उपरोक्त पेंडिंग रिक्वेस्ट में से यदि कोई प्र0अ0 स्तर पर पेंडिंग है तो उसपर उचित एक्शन ले लेंगे एवं अन्य (beo/bsa स्तर पर पेंडिंग) को सेव कर देंगे। ततपश्चात बिंदु 3 (View and lock attendance) पर क्लिक करेंगे। वहां सभी पेंडिंग लीव प्रदर्शित होंगी तथा नीचे LOCK लिखा आएगा, तो यहीं लॉक कर दें। अगली विंडो में लिखा आएगा "Are you sure you wish to lock?" तो इसे ok कर दें। तुरंत आपकी अटेंडेंस लॉक हो जाएगी जिसका प्रिंट लेकर अथवा फोन में सेव करके रख लें।
तीसरी स्थिति:-
यदि आपके विद्यालय में किसी निरीक्षण में अथवा बिना सूचना के कोई शिक्षक अनुपस्थित रहा है। ऐसी पेंडिंग ऑर्डर कैसे दें स्थिति में सर्वप्रथम दूसरे ऑप्शन (Add Unauthorized absentee) पर क्लिक करेंगे। जहां आपको समस्त स्टाफ की सूची प्राप्त होगी। जो कोई शिक्षक अनुपस्थित था उसको सेलेक्ट करने पर एब्सेंट की तिथि, निर्धारित अवधि, कारण आदि भरने के लिये आयेगी उक्त सभी विवरण भरकर सेव कर पेंडिंग ऑर्डर कैसे दें देंगे। ततपश्चात बिंदु 3 (View and lock attendance) पर क्लिक करेंगे। वहां सभी अनाधिकृत अनुपस्थित कर्मियों का विवरण प्रदर्शित होंगा तथा नीचे LOCK लिखा आएगा, तो यहीं लॉक कर दें। अगली विंडो में लिखा आएगा "Are you sure you wish to lock?" तो इसे ok कर दें। तुरंत आपकी अटेंडेंस लॉक हो जाएगी जिसका प्रिंट लेकर अथवा फोन में सेव करके रख लें।
ध्यान दें:- इस प्रकार अटेंडेंस लॉक करने पर प्रिंट पर अनाधिकृत अनुपस्थिति वाले शिक्षकों का नाम प्रदर्शित होगा।
लॉकडाउन में बढ़ी ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping)
@clubfactoryapp my last two consecutive orders
— Rhea Matreja (@MatrejaRhea) June 27, 2020
order number- SO283846729 and SO29007491612185 have come wrong.
in first one i had ordered M size and received L size
in other one i ordered cake foil and received flower foil pic.twitter.com/xY7L9BA49F
कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण ऑनलाइन शॉपिंग (Lockdown Shopping) बढ़ गई है। जारा (ZARA) की पेरेंट कंपनी इंडीटेक्स (Inditex) ने भी इस बात का जिक्र किया था कि कपड़ों की ऑनलाइन बिक्री बढ़ी है। इसलिए वे इसमें निवेश करने जा रहे हैं और करीब 1 हजार फैशन स्टोर बंद कर देंगे।
इसलिए हम यह कह सकते हैं कि, कई लोगों ने इन फैशन एप (Fashion Apps) के जरिए ड्रेस या अन्य चीजों के ऑर्डर दिए होंगे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इनके पेंडिंग ऑर्डर का क्या होगा? क्या सरकार इसके लिए कुछ करने वाली है?
पेंडिंग ऑर्डर्स (Pending Orders Of Shein and Club Factory)पेंडिंग ऑर्डर कैसे दें
@clubfactoryapp
— Pranshu goyal (@Pranshu54189233) July 2, 2020
Hi order no. SO281738156. I wanted to return it since past month and you said covid issue now please initiate a return request now as it was a wrong product.
Please do it quickly.
भारत में चाइनीज एप को बैन करने को लेकर लंबे समय से सोशल मीडिया पर अभियान चलते आ रहे थे। मगर, किसी को अंदाजा नहीं था कि सरकार नोटबंदी की तरह इसका भी एलान कर सकती है। इसलिए लोगों ने यकीनन ऑर्डर किए होंगे।
रिफंड मनी कैसे मिलेगी (How To Get Refund From Club Factory and Shein)
ऑनलाइन शॉपिंग कई यूजर्स खरीदते हैं तो कई रिटर्न भी करने वाले होते हैं। इस रिफंड पैसे के चक्कर में कई दिन लग जाते हैं। इसलिए कैंसिल ऑर्डर्स के पैसे यूजर्स को किस तरह मिलेंगे? इसके अलावा पेंडिग ऑर्डर्स के रिफंड पैसे या सामान मिलने की संभावना कितनी है?
चूंकि, भारत सरकार ने इन एप को बैन कर दिया है इसलिए इन्होंने पूरी तरह काम करना बंद कर दिया है। ऐसे में इनका करंट स्टेट्स पता नहीं चल रहा है।यानी कि अब हम इन एप के साथ कुछ नहीं कर सकते हैं। इसलिए यूजर्स को अपने पेंडिंग ऑर्डर और रिफंड मनी की चिंता सता रही है।
Shein got banned. I have no life now. No fashion. No accessories. No shoes. #shein pic.twitter.com/lcGHjpumU9
— Sitara Thomas (@SitaraMThomas) June 29, 2020
चाइनीज एप को बैन (Chines Apps Banned) करना सरकार का मामला है। किंतु हम भारतीय यूजर्स के फंसे पैसों के बारे में भी सोचना चाहिए। क्योंकि अगर ये पैसे वापस न मिले तो भी इसमें हमारा ही आर्थिक नुकसान होने वाला है।
केसों की संख्या बढ़ी: फैमिली कोर्ट में 5000 केस पेंडिंग, हर महीने 200 से 250 तलाक के मामले कोर्ट में आ रहे
कोरोना काल में फैमिली कोर्ट में केसों की संख्या पेंडिंग ऑर्डर कैसे दें तेजी से बढ़ी है। अधिकांश केसों में पारिवारिक विवाद, पति-पत्नी के झगड़े, संयुक्त परिवार में पेंडिंग ऑर्डर कैसे दें छोटे-मोटे विवाद वकीलों के टेबल पर आए थे। इसमें से अधिकांश केस कोर्ट में दायर हुए हैं। वकीलों की मानें तो लॉकडाउन में पति-पत्नी के बीच घर में काम करने को लेकर अधिक झगड़े हुए थे।
एडवोकेट अश्विन जोगड़िया ने बताया कि कोरोना काल में पति-पत्नी के सामान्य झगड़े भी कोर्ट में पहुंच गए थे। हालांकि परिस्थिति के अनुसार अधिकांश केसों में समझाैते भी हुए हैं। फैमिली कोर्ट में 5000 केस पेंडिंग हैं। कोरोना के बाद हर महीने 200 से 250 केस आ रहे हैं। एक साल का आंकड़ा औसतन 2200 से 2500 के बीच है।
कोर्ट के ऑर्डर के बगैर भी भरण-पोषण की रकम दे दी
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