एक अच्छा लाभ कैसे प्राप्त करें?
कृषि संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु - 1800 180 1551
भारत सरकार कृषि मंत्रालय के सहयोग से
कृषि संबंधित जानकारी
जैविक खेती
विभागीय गतिविधियाँ
भारतवर्ष कृषि प्रधान देश है, जिसकी अर्थव्यवस्था में कृषि रीढ़ की हड्डी के समान है । हमारे देश प्रदेश में हमारी आजीविका का प्रमुख साधन कृषि है । हमेशा से और आज भी कृषि उत्पादन में बीजों की भूमिका अत्याधिक महत्वपूर्ण रही है। बीज खेती की नींव का आधार और मूलमंत्र है। अत: अच्छी गुणवत्ता वाले बीज से, फसलों का भरपूर उत्पादन प्राप्त होता है।
कृषक बन्धु जानते है , कि उत्तम गुणवत्ता वाला बीज सामान्य बीज की अपेक्षा 20 से 25 प्रतिशत अधिक कृषि उपज देता है। अत:शुध्द एवं स्वस्थ "प्रमाणित बीज" अच्छी पैदावार का आधार होता है। प्रमाणित बीजों का उपयोग करने से जहां एक ओर अच्छी पैदावार मिलती है वहीं दूसरी ओर समय एवं पैसों की बचत होती है,किसान भाई अगर अशुध्द बीज बोते व तैयार करते हैं तो उन्हे इससे न अच्छी पैदावार मिलती है और न बाजार में अच्छी कीमत । अशुध्द बीज बोने से एक ओर उत्पादन तो कम होता ही है और दूसरी ओर अशुध्द बीज के फलस्वरूप भविष्य के लिए अच्छा बीज प्राप्त नहीं होता है बल्कि अशुध्द बीज के कारण खेत में खरपतवार उगने से नींदा नियंत्रण के लिए अधिक पैसा खर्चा करना एवं अन्त में उपज का बाजार भाव कम प्राप्त होता है,जिससे किसानों को अपनी फसल का उचित लाभ नहीं प्राप्त होता है । यदि किसान भाई चाहें कि उनके अनावश्यक खर्चे घटें और अधिक उत्पादन व आय मिले तो उन्हे फसलों के प्रमाणित बीजों का उत्पादन एवं उपयोग करना होगा।
कृषि उत्पादन में बीज का महत्वपूर्ण योगदान है । एक ओर "जैसा बोओगे वैसा काटोगे"यह मर्म किसानों की समझ में आना चाहिए इसलिए अच्छी किस्म के बीजों का उत्पादन जरूरी है । दूसरी ओर सर्व गुणों युक्त उत्तम बीज की कमी रहती है । इसलिए बीज उत्पादन को उद्योग के रूप में अपनाकर कृषक जहां स्वयं के लिए उत्तम बीज की मांग की पूर्ति कर सकते हैं,वहीं इसे खेती के साथ साथ रोजगार स्वरूप अपनाकर अतिरिक्त आय का साधन बना सकते हैं तथा राज्य के कृषि उत्पादन को बढ़ाने में सहयोग दे सकते है ।
प्रदेश में बेहतर लक्षणों से युक्त बीजों की मांग बढ़ाने और इसको उपलब्ध कराने में,राज्य स्तर की बीज प्रमाणीकरण संस्था ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है परंतु अब समय आ गया है,कि बीज उत्पादन को कृषकों और वैज्ञानिकों के नजरिये से नहीं ,बल्की उद्यमी के नजरिये से देखा जाये । अनुसंधान से प्राप्त नई उन्नत किस्मों के केन्द्रक बीज बहुत कम मात्रा में उपलब्ध हो पाता है । कृषकों को इसकी संततियों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धि होती रहे इसके लिए निम्न स्तरों पर इस बीज का प्रगुणन किया जाता है,इन स्तरों पर उनके अनुवांशिक लक्षण एवं गुणवत्ता हर स्तर पर बनी रहे,इसलिए इस प्रगुणन व्यवस्था में उत्पादित बीजों को तीन श्रेणियों में रखा जाता है । अनुसंधानित किस्म के केन्द्रक बीज से प्रथमत:विभिन्न अधिकृत प्रजनकों द्वारा प्रजनक श्रेणी का बीज तैयार किया जाता है,तथा प्रजनक बीज से आधार बीज भी तैयार किया जाता है,और यह प्रक्रिया राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था की देखरेख में प्रजनक बीज से आधार एवं प्रमाणित बीज की श्रेणी तक बीज के उत्पादन तक निर्धारित है । प्रमाणित उत्तम बीज को स्त्रोत के आधार पर निम्न तीन श्रेणियों में रखा गया है ।
1. प्रजनक बीज :- अनुवांशिक शुध्दता का बीज उत्पादन और उनको कृषकों को उपलब्ध होना, उत्तम प्रजनक बीजों के उत्पादन पर निर्भर रहता है,प्रजनक बीज उत्पादन का कार्य भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के नियंत्रण में अनुसंधान केन्द्रों व राज्यों के कृषि विश्व विद्यालयों द्वारा किया जाता है । प्रजनक बीज अधिकृत प्रजनक विशेषज्ञ की देख रेख में तैयार किया जाता है। यह आधार बीज उत्पादन का मूल स्त्रोत होता है । इस बीज की थैली पर सुनहरे पीले रंग का बीज के विवरण का लेविल लगा होता है । जिस पर फसल प्रजनक विशेषज्ञ के हस्ताक्षर होते हैं।
2. आधार बीज :- यह बीज प्रजनक बीज की संतति होती है । जिसे बीज प्रमाणीकरण संस्था की देखरेख में निर्धारित मानकों पर पाये जाने पर प्रमाणित किया जाता है । आधार बीज की थैलियों पर सफेद रंग का प्रमाणीकर टैग (लेबिल) लगा होता है । जिस पर संस्था के अधिकृत अधिकारी के हस्ताक्षर होते है ।
3. प्रमाणित बीज :- आधार बीज से द्विगुणन कर प्रमाणित बीज तैयार किया जाता है । जिसे बीज प्रमाणीकरण संस्था द्वारा निर्धारित मानक अनुसार पाये जाने पर प्रमाणित किया जाता है । प्रमाणित बीज की थैलियों पर नीले रंग का प्रमाणीकरण टैग लगा होता है । जिस पर संस्था के अधिकृत अधिकारी के हस्ताक्षर होते है।
गरीब आदमी को लोन कैसे मिलेगा
गरीब आदमी को लोन कैसे मिलेगा : आज के समय में गरीब नागरिकों का अक्सर यही सवाल होता है कि उन्हें लोन कैसे मिलेगा , कैसे वे लोग सरकारी लोन प्राप्त कर सकते हैं। तो आज हम इस आर्टिकल में बताएंगे कि गरीब आदमी को लोन कैसे मिलेगा कैसे वे काम ब्याज़ पर सरकारी योजना से लोन लेकर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यहाँ बताये जानकारी के अनुसार गरीब नागरिक अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए भी लोन ले सकते हैं और पर्सनल लोन ले सकते हैं। लोन के माध्यम से लोग अपनी जरूरतों को पूरा करते हैं , कई बार पैसे न होने के कारण गरीब परिवार के बच्चे पढ़ाई तक नहीं कर पाते। लेकिन लोन के माध्यम से वे अपनी जरूरतों को पूरी कर सकते हैं।
सरकार ने गरीबों को लोन देने के लिए कई योजनाएं भी शुरु किया है जिससे वे अपना बिजनेस भी कर सकते हैं , सरकारी योजनाओं में ऐसी सुविधा भी होती है जिससे गरीब नागरिक धीरे – धीरे लोन चूका सके। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं से लोन लेने पर ब्याज भी कम लगता है जिससे गरीबों आदमी को लोन चुकाने में आसानी होती है। गरीब आदमी कितने प्रकार का लोन ले सकता है इसकी जानकारी हम आपको इस आर्टिकल में देंगे। सभी जानकारी लेने के लिए आप इस आर्टिकल का अंत तक अवलोकन करें और आसानी से लोन प्राप्त करें।
गरीब आदमी को लोन कैसे मिलेगा ?
गरीबों के लिए एजुकेशन लोन
सरकार गरीबों को एजुकेशन लोन देते हैं जिससे गरीब नागरिक भी अच्छे से पढ़ाई कर सके और पैसों की कमी के कारण उन्हें पढ़ाई रोकनी न पड़े। सरकार उन्हें लोन चुकाने के लिए काफी समय भी देता है जिससे वे अपनी पढ़ाई पूरी करके लोन को धीरे – धीरे चूका सके। एजुकेशन लोन के माध्यम से सरकार स्टूडेंट्स को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किये हैं जिससे वे आगे बढ़ सके।
गरीबों के लिए मुद्रा लोन
सरकार प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना को व्यापार के लिए लोन देने के लिए शुरू किये हैं जिससे गरीब आदमी भी अपना खुद का व्यापार कर सके। मुद्रा लोन योजना के माध्यम 50 हजार से लेकर 10 लाख तक का लोन लिया जा सकता है , इसके अंतर्गत तीन प्रकार का लोन मिलता है शिशु लोन , किशोर लोन और तरुण लोन। तो जो गरीब नागरिक इसके लिए आवेदन करना चाहता है वे इसके ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर कर सकता है।
गरीबों के लिए पर्सनल लोन
गरीबों के लिए पर्सनल लोन भी बहुत अच्छा है इसमें लोन चुकाने का समय अधिक होता है जिससे नागरिक धीरे – धीरे आसानी से लोन चूका सकते हैं। इससे वे अपनी बच्चो की पढ़ाई और अपनी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। इस लोन को लेने के लिए आप किसी भी बैंक में जाकर जानकारी लेकर आवेदन कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न ( FAQ )
जी हाँ , ऐसी कई बैंक है जो गरीबों को सरकारी योजनाओं के माध्यम से लोन देते हैं। सरकारी योजना के लोन में गरीबों बहुत कम ब्याज लिया जाता है।
पीएम मुद्रा लोन योजना के माध्यम से गरीबों को 50 हजार से 10 लाख तक का लोन मिल सकता है।
जी हाँ , अब कोई भी नागरिक मोबाइल ऐप के माध्यम से घर बैठे लोन ले सकते हैं। आजकल कई सारी मोबाइल ऐप है जो घर बैठे लोन प्रदान करते हैं।
गरीब आदमी को लोन कैसे मिलेगा , इसकी सभी जानकारी आपको इस आर्टिकल में विस्तार से मिल गया है जिससे आप कोई भी लोन आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। पर्सनल लोन लेने के लिए आप किसी भी बैंक में जाकर उसकी जानकारी ले और पर्सनल लोन प्राप्त कर सकते हैं। ऊपर बताये गए सभी जानकारी के माध्यम से गरीब आदमी को लोन मिल जायेगा जिससे गरीब आदमी अपनी जरूरतों को पूरा कर पाएंगे अपने बच्चो को पढ़ा सकते हैं।
हमने आपको गरीब आदमी को लोन कैसे मिलेगा इसकी सभी जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से दे दिया है उम्मीद है आपको सभी जानकारी अच्छे से समझ आई होगी। अगर आपको ऐसी और भी जानकारी लेना है तो आप इस वेबसाइट से ले सकते हैं यहाँ से आपको सरकारी योजनाओं की भी जानकारी मिलेगी। आर्टिकल के अवलोकन के बाद इसे शेयर अवश्य करें , धन्यवाद।
अटल पेंशन योजना
भारत सरकार का सह योगदान वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2019-20 के लिए यानी 5 साल के लिए उन ग्राहकों को उपलब्ध है जो 1 जून, 2015 से 31 मार्च, 2016 की इस अवधि के दौरान इस योजना में शामिल होते हैं और जो किसी भी वैधानिक और सामाजिक सुरक्षा योजना में शामिल नहीं हैं एवं आयकर दाताओं में शामिल नहीं हैं। सरकार का सह-योगदान पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा पात्र स्थायी सेवानिवृत्ति खाता पेंशन संख्या को केंद्रीय रिकार्ड एजेंसी से ग्राहक द्वारा वर्ष के लिए सभी किस्तों का भुगतान की पुष्टि प्राप्त करने के बाद वित्तीय वर्ष के अंत में लिए ग्राहक के बचत बैंक खाता/डाकघर बचत बैंक खाते में कुल योगदान का 50% या 1000 रुपये का एक अधिकतम अंशदान जमा किया जाएगा। वैसे लाभार्थी जो वैधानिक सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के अंतर्गत आते हैं, एपीवाई के तहत सरकार के सह-योगदान प्राप्त करने के पात्र नहीं हैं। उदाहरण के लिए, निम्नलिखित अधिनियमों के तहत सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के सदस्य एपीवाई के तहत सरकार के सह-योगदान प्राप्त करने के लिए पात्र नहीं हो सकते है:
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और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952
- कोयला खान भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1948
- असम चाय बागान भविष्य निधि और विविध प्रावधान, 1955
- नाविक भविष्य निधि अधिनियम, 1966
- जम्मू-कश्मीर कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1961
- कोई भी अन्य वैधानिक सामाजिक सुरक्षा योजना
अटल पेंशन योजना के तहत न्यूनतम पेंशन की इस अर्थ में सरकार द्वारा की गारंटी होगी कि यदि पेंशन योगदान पर वास्तविक रिटर्न अंशदान की अवधि के दौरान कम हुआ तो इस तरह की कमी को सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा। दूसरी ओर, यदि पेंशन योगदान पर वास्तविक रिटर्न न्यूनतम गारंटी पेंशन के लिए योगदान की अवधि में रिटर्न की तुलना में अधिक हैं तो इस तरह के अतिरिक्त लाभ ग्राहक के खाते में जमा किया एक अच्छा लाभ कैसे प्राप्त करें? जायेगा जिससे ग्राहकों को बढ़ा हुआ योजना लाभ मिलेगा।
सरकार कुल योगदान का 50% या 1000 रुपये प्रति साल जो भी कम हो का सह-योगदान प्रत्येक पात्र ग्राहक को करेगी जो इस योजना में 1 जून 2015 से 31 मार्च 2016 के बीच शामिल होते हैं और जो किसी भी अन्य सामाजिक सुरक्षा योजना के एक लाभार्थी नहीं है एवं आयकर दाता नहीं है। सरकार के सह-योगदान वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2019-20 तक 5 साल के लिए दिया जाएगा।
वर्तमान में, नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) के तहत ग्राहक योगदान एवं उसपर निवेश रिटर्न के लिए के लिए कर लाभ पाने के पात्र है। इसके अलावा, एनपीएस से बाहर निकलने पर वार्षिकी की खरीद मूल्य पर भी कर नहीं लगाया जाता है और केवल ग्राहकों की पेंशन आय सामान्य आय का हिस्सा मानी जाती है उसपर ग्राहक के लिए लागू उचित सीमांत दर लगाया जाता है। इसी तरह के कर उपचार एपीवाई के ग्राहकों के लिए लागू है।
- बैंक शाखा/पोस्ट ऑफिस जहां व्यक्ति का बचत बैंक है को संपर्क करें या यदि खाता नही है तो नया बचत खाता खोलें
- बैंक/डाकघर बचत बैंक खाता संख्या उपलब्ध करायें और बैंक कर्मचारियों की मदद से एपीवाई पंजीकरण फार्म भरें
- आधार/मोबाइल नंबर उपलब्ध कराएं । यह अनिवार्य नहीं है, लेकिन योगदान के बारे में संचार की सुविधा हेतु प्रदान की जा सकती है।
- मासिक/तिमाही/छमाही योगदान के हस्तांतरण के लिए बचत बैंक खाता/डाकघर बचत बैंक खाते में आवश्यक राशि रखना सुनिश्चित करें
योगदान की विधि, कैसे योगदान करें और योगदान की नियत तारीख
निरंतर चूक के मामले में
ग्राहकों को अपने बचत बैंक खातों/डाकघर बचत बैंक खाते में निर्धारित नियत दिनांक देरी योगदान के लिए किसी भी अतिदेय ब्याज से बचने के लिए पर्याप्त राशि रखनी चाहिए। मासिक/तिमाही/छमाही योगदान बचत बैंक खाता/डाकघर बचत बैंक खाते में महीने/तिमाही/छमाही की पहली तारीख को जमा किया जा सकता है। हालांकि, अगर ग्राहक के बचत बैंक खाते/डाकघर बचत बैंक खाते में पहले महीने के अंतिम दिन/पहले तिमाही के अंतिम दिन/ पहले छमाही के अंतिम अपर्याप्त शेष है तो इसे एक डिफ़ॉल्ट माना जायेगा और देरी से योगदान के लिए अतिदेय ब्याज के साथ अगले महीने में भुगतान करना होगा। बैंकों को प्रत्येक देरी मासिक योगदान के लिए प्रत्येक 100 रुपये में देरी के 1 रुपये प्रति माह शुल्क लेना है। योगदान की तिमाही/छमाही मोड एक अच्छा लाभ कैसे प्राप्त करें? के लिए देरी योगदान के लिए अतिदेय ब्याज के हिसाब से वसूल किया जाएगा। एकत्र बकाया ब्याज की राशि ग्राहक के पेंशन कोष के हिस्से के रूप में रहेगा। एक से अधिक मासिक/तिमाही/छमाही योगदान धन की उपलब्धता के आधार पर लिया जा सकता है। सभी मामलों में, योगदान यदि कोई हो अतिदेय राशि के साथ-साथ जमा किया जा सकता है। यह बैंक की आंतरिक प्रक्रिया होगी। देय राशि की वसूली खाते में उपलब्ध धन के अनुसार की जाएगी।
रखरखाव शुल्क और अन्य संबंधित शुल्कों के लिए ग्राहकों के खाते से कटौती एक आवधिक आधार पर किया जाएगा। उन ग्राहकों के लिए जिन्होंनें सरकार के सह-योगदान का लाभ उठाया है के लिए, खाते की राशि शून्य माना जाएगा जब ग्राहक कोष एवं सरकार के सह-योगदान खाते से घटाने पर राशि रखरखाव शुल्क, फीस और अतिदेय ब्याज के बराबर हो जाये और इसलिए शुद्ध कोष शून्य हो जाता है । इस मामले में सरकार का सह अंशदान सरकार को वापस दिया जाएगा।
पैसे उधार कैसे लें भारत में ? जानिए 8 आसान तरीके
क्या आपको पैसों की जरूरत है लेकिन आपके पास पैसों की कमी है और आप सोच रहे हैं कि क्या पैसे उधार लेना एक अच्छा समाधान है? अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो यह पूरी तरह से सामान्य है क्योंकि उच्च शिक्षा, शादी, नए घर, नए व्यवसाय, आदि के खर्चों को पूरा करने के लिए प्रत्येक वयस्क को अपने जीवन में किसी स्थान पर पैसे उधार लेने की आवश्यकता होती है। सौभाग्य से, आज के टाइम में कई विश्वसनीय ऋणदाता और वित्तीय उत्पाद आपको जरूरत पड़ने पर धन उधार लेने में मदद कर सकते हैं।
जबकि पैसे उधार लेने की बारीकियां आपके द्वारा मांगे जा रहे ऋण के प्रकार के आधार पर अलग हो सकती हैं, उधार लेना अनिवार्य रूप से किसी से पैसा लेने का कार्य है, और आप इस उधार को भविष्य में ब्याज के साथ चुकाएंगे।
पैसे उधार लेने से पहले आपको जिन कारकों पर विचार करना चाहिए
हालांकि, पैसे उधार लेने से पहले आपको कुछ कारकों पर विचार करना चाहिए जो कि निम्नलिखित हैं:
- उच्च ब्याज भुगतान से बचने के लिए ऋण अवधि कम से कम होनी चाहिए।
- ईएमआई आपके पास मौजूद वित्तीय संसाधनों के साथ देय होनी चाहिए।
- पैसे उधार लेने पर कम दरों की तलाश करें या अपने ऋण को कम दरों की पेशकश करने वाले स्रोत पर स्थानांतरित करें और हमेशा फौजदारी लागत को ध्यान में रखें।
- टैक्स लाभ लंबे समय में पैसे बचाने के बराबर नहीं हैं, इसलिए केवल कर लाभ प्राप्त करने के लिए पैसे उधार न लें या अपने ऋण चुकौती को लम्बा न करें।
- अपनी जरूरत की न्यूनतम राशि उधार लें ताकि आपकी ईएमआई आपकी मासिक आय के 40% से कम हो और आपका ऋण-से-आय अनुपात कम हो।
अपनी सभी जरूरतों के लिए उधार लें!
भारत में पैसे उधार लेने के सर्वोत्तम तरीके
भारत में ऑनलाइन पैसे उधार लेने के 5 बेहतरीन तरीके हैं:
- मनी क्लब चिट फंड प्लेटफॉर्म
चिट फंड आपको पैसे बचाने के साथ-साथ उधार लेने की अनुमति देता है। डिजिटलीकरण के साथ, चिट फंड ऑनलाइन हो गए हैं, जैसे द मनी क्लब में, जहां एक सत्यापित सदस्य एक सरल प्रक्रिया के माध्यम से भारत में कहीं से भी क्लब में शामिल हो सकता है। लोगों का एक समूह सदस्यों की संख्या के बराबर कुल अवधि के लिए चिट फंड में मासिक योगदान देता है। एकत्र की गई राशि उस व्यक्ति को दी जाती है जो या तो लकी ड्रा या नीलामी द्वारा जीतता है। चिट फंड प्रणाली कम ब्याज दरों पर उच्च लाभांश देती है।
द मनी क्लब तेज़ी से बढ़ने वाला डिजिटल चिट फंड प्लेटफॉर्म है जहां आप अपने स्मार्टफोन के माध्यम से कुशलतापूर्वक बचत, निवेश या उधार ले सकते हैं। आप कम से कम 200 रुपये की राशि से बचत शुरू कर सकते हैं। बैंक FD और RD से मिलने वाले रिटर्न से 3-4 गुना अधिक ब्याज भी कमा सकते हैं। मनी क्लब के कुल पंजीकृत सदस्य 2.59 लाख से अधिक हैं और ऐप डाउनलोड करने वालों की कुल संख्या 2.98 लाख से अधिक है। मनी क्लब ने भारत के 350 से भी ज़्यादा शहरों के लोगों को आकर्षित किया है।
पर्सनल लोन आपकी वर्तमान वित्तीय जरूरतों जैसे यात्रा व्यय, गृह सुधार, आपातकालीन ऑटो मरम्मत, शादियों आदि को पूरा करने में आपकी मदद कर सकता है। हालांकि, व्यक्तिगत ऋण का उपयोग आमतौर पर उच्च शिक्षा या नए घर की खरीद के लिए नहीं किया जा सकता है। हालांकि, ऋण समझौते की शर्तों के आधार पर कार्यकाल और ब्याज भिन्न हो सकते हैं, यदि आपका क्रेडिट स्कोर 700 से ऊपर है, तो व्यक्तिगत ऋण सबसे सस्ते धन-उधार विकल्पों में से एक हो सकता है।
पीयर-टू-पीयर लेंडिंग (पी2पी) को सोशल लेंडिंग या क्राउड लेंडिंग के रूप में भी जाना जाता है। पी2पी प्लेटफॉर्म व्यक्तिगत निवेशकों को एक अच्छा लाभ कैसे प्राप्त करें? जोड़ता है जो कर्जदारों को अपना पैसा उधार देने के इच्छुक हैं। पीयर-टू-पीयर प्लेटफॉर्म के माध्यम से उधार पैसे लेने या उधार देने में कोई वित्तीय मध्यस्थ शामिल नहीं है, जिससे यह थोड़ा जोखिम भरा हो जाता है। हालांकि, पीयर-टू-पीयर लेंडिंग प्लेटफॉर्म उपयोगी हो सकते हैं, यदि कोई उधारकर्ता मानक वित्तीय मध्यस्थों से अनुमोदन प्राप्त नहीं कर सकता है।
एक बंधक ऋण वह है जहां आप अपनी संपत्ति को गिरवी रखकर धन सुरक्षित कर सकते हैं। बंधक ऋण पर ब्याज दरें 8% से 12% तक भिन्न हो सकती हैं। आप 15 साल तक की पुनर्भुगतान अवधि के साथ पंजीकृत संपत्ति मूल्य के 60% -70% तक का लाभ उठाकर बैंकों से बंधक-आधारित ऋण उधार ले सकते हैं। होम लोन का इस्तेमाल घर खरीदने के लिए किया जा सकता है, जबकि कमर्शियल प्रॉपर्टी लोन से कमर्शियल स्पेस खरीदा जा सकता है। दूसरी ओर, संपत्ति पर दिए गए ऋण का उपयोग विवाह, विदेश में शिक्षा, गृह नवीनीकरण आदि के लिए किया जा सकता है।
क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने की मूल अवधारणा सामान या सेवाओं को आसानी से खरीदने के लिए पैसे उधार लेना है। क्रेडिट कार्ड कंपनी आपकी ओर से व्यापारी को भुगतान करती है बशर्ते कि आप समय पर क्रेडिट कार्ड बिल का निपटान करें। आप क्रेडिट कार्ड, बैंक या वैकल्पिक ऋणदाता से अल्पकालिक ऋण के माध्यम से भी नकद आप आगे भी प्राप्त कर सकते हैं। क्रेडिट कार्ड पर नकद अग्रिम में तेजी से अनुमोदन और तुरंत धन की सुविधा होती है, लेकिन दूसरी तरफ, वे अत्यधिक ब्याज दरों और शुल्क के साथ आते हैं।
म्यूचुअल फंड निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकते हैं, साथ ही कठिनाई के समय में उनके खिलाफ उधार लेने की क्षमता भी प्रदान कर सकते हैं। कई बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) आपके द्वारा म्यूचुअल फंड में निवेश की गई राशि के विरुद्ध ऋण प्रदान करती हैं। यह सिर्फ एक प्रकार का बंधक ऋण है। इसकी ब्याज दर व्यक्तिगत ऋण की तुलना में कम है और आमतौर पर 9 से 13% तक होती है। आप आमतौर पर अपनी इक्विटी म्यूचुअल फंड इकाइयों के मूल्य का 50 से 60 प्रतिशत तक उधार ले सकते हैं।
आपकी ब्रोकरेज फर्म आपके पोर्टफोलियो में स्टॉक, बॉन्ड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड और म्यूचुअल फंड के मूल्य के मुकाबले आपको पैसा उधार दे सकती है। आपके द्वारा उधार ली जा सकने वाली राशि उस वित्तीय संस्थान पर निर्भर करती है जो क्रेडिट लाइन उपलब्ध कराती है हालाँकि यह 70% तक हो सकती है। पोर्टफोलियो ऋण निवेश बेचने के बिना आपको आवश्यक धन प्राप्त करने का एक तरीका प्रदान करते हैं।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक लोकप्रिय निवेश है क्योंकि ये सोने को भौतिक रूप में रखने से जुड़े जोखिम को खत्म करते हैं। सरकारी स्वर्ण बांड का उपयोग बैंकों, वित्तीय संस्थानों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) से ऋण के लिए संपार्श्विक के रूप में किया जा सकता है। ऋण राशि 20,000 रुपये से लेकर 20 लाख तक होती है।
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