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10 मिनट में समझे फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है?
आज इस पोस्ट में हम बाजार का एक प्रमुख अंग कहे जाने वाले फोरेक्स मार्किट के बारे में जानेंगे | करेंसी ट्रेडिंग क्या है हम में से अक्सर लोग शेयर बाजार से सुरुवात करते है और जब ओ फोरेक्स मार्किट करेंसी ट्रेडिंग क्या है में कदम रखते है तब उनका पहला ही सवाल होता है के forex trading kya hai ? तो करेंसी ट्रेडिंग क्या है अगले 10 मिनट में समझते है फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है?
विदेशी मुद्रा व्यापार क्या है करेंसी ट्रेडिंग क्या है और यह कैसे काम करता है: विदेशी मुद्रा, (Forex or FX ) विदेशी मुद्रा व्यापार एक प्रकार का व्यापार है जिसमें एक मुद्रा का दूसरे के लिए कारोबार किया जाता है। इसमें मुद्राओं की जोड़ी शामिल है जहां विदेशी मुद्रा व्यापारी विश्लेषण पर ट्रेड करता है यदि एक मुद्रा का मूल्य दूसरे की तुलना में बढ़ेगा या घटेगा|
तो Forex trading kya h? इसे और भी आसानी से ऐसे बोल सकते है के एक-दूसरे के साथ राष्ट्रीय मुद्राओं के आदान-प्रदान के लिए करेंसी ट्रेडिंग क्या है एक आंतरराष्ट्रीय बाजार है। व्यापार के सबसे लोकप्रिय रूपों में से एक है जो मुद्रा की कीमतों के बारे में वित्तीय अटकलों पर आधारित है।
ट्रेडिंग फॉरेक्स क्या है?
किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग में आप कोई भी एसेट खरीदते और बेचते हैं। विदेशी मुद्रा व्यापार में, यह कार्य मुद्रा के आदान-प्रदान के रूप में किया जाता है।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग को करेंसी ट्रेडिंग भी कहा जाता है।
मुद्रा व्यापार सबसे लोकप्रिय व्यवसायों में से एक है। इसे एफएक्स या फॉरेक्स भी कहा जाता है। मुद्रा व्यापार किसी भी देश के अंदर चल रहे शेयर बाजार से भी लोकप्रिय है। संयुक्त राज्य अमेरिका के अनुसार, दुनिया में 180 आधिकारिक मुद्राएं हैं जिन्हें विदेशी मुद्रा व्यापार में खरीदा और बेचा जा सकता है। और यही मुद्रा व्यापार संक्षेप में है।
तो आइए जानते हैं कि फॉरेक्स कैसे काम करता है। जैसा कि हम जानते हैं कि विदेशी मुद्रा सबसे लोकप्रिय वास्तविक व्यापार है। करेंसी का लेन-देन अब सिर्फ एक देश से दूसरे देश में जानने वाले लोगों तक ही सीमित नहीं रहा, अब विदेशी मुद्रा का लेन-देन बिना कहे भी किया जा सकता है।
How Forex works?
Currencies in Forex explained for dummies
फोरेक्स मार्किट पूरी तरीके से मुद्रा के व्यापार का ही नाम है ; यह अलग अलग देशो के मुद्राओसे जुड़ा है| इसमें आपको तकरीबन २०० अलग अलग नामांकित मुद्राये मिल जायेगी |
🍁 करेंसी पेअर : 'मुद्रा जोड़े' यह एक विशिष्ट नाम है जो दो मुद्राओ और उनकी उस वक्त की कीमत के बिच के सम्बन्ध को दिखाता है| जैसे के करेन्सी पेअर USD / EUR इसमें युरो और डॉलर शामिल है|
यह जोड़ी दोनों करेंसी का विनिमय दर दिखाती है ; इसका यह मतलब होता है के 1USD में कितने यूरो ख़रीदे जा सकते है |
🍁 जैसे के विनिमय दर 2.0 का है तो 1usd में २ यूरो ख़रीदे जाएंगे | विदेशी मुद्रा व्यपार में विनिमय दरे ही व्यापार का मुलभुत आधार है | ये दरे फिक्स्ड , फ्लोटिंग, बढ़ने और घटने वाली आदि किसम की होती है |
इस बात से आप यह अंदाजा तो लगा सकते है के एक ट्रेडर मुद्रा व्यापार में क्या करना चाहिए? उत्तर विल्कुल साफ़ है |
Forex Trading क्या होती है – FOREX TRADING IN HINDI
जिस तरह से लोग शेयर मार्केट में Profit यानी पैसा कमाने के लिए शेयरों की खरीदी बेचा करते है। इसी तरह इस forex market में किसी करेंसी को कम दाम में खरीद कर ज्यादा दाम में बेचने को ही फॉरेक्स ट्रेडिंग या करेंसी ट्रेडिंग कहते है। जिस तरह शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने पर high या medium रिस्क होता है। इस मार्केट में ट्रेडिंग करने पर medium या low रिस्क होता है। इसमें ट्रेड करने पर मार्जिन काम देना पड़ता है। आगे हम मार्जिन और जो भी फॉरेक्स मार्केट में concept है उसको करेंसी ट्रेडिंग क्या है जानेंगे।
भारत में यह दो तरीके से हो सकती है
- इंडियन ब्रोकर अकाउंट जैसे – Zerodha,Upstox Etc.
- International ब्रोकर अकाउंट जैसे – Octafx, Exness,Tickmill Etc.
फॉरेक्स मार्केट को इफेक्ट करने वाले कारक
USD/INR का प्राइस कम को एप्रीसिएशन कहते है और प्राइस बढ़ने को डिप्रीशिएशन कहते है। प्राइस कम होने का मतलब है भारतीय रुपया मजबूत होता है।जब प्राइस बढ़ता है तो भारतीय रुपया कमजोर होता है।
- इनफ्लेशन (मुद्रास्फीति) – जब महगाई की दर यानी महंगाई कम होती है तब INR एप्रीसिएशन होता है
- इंटरेस्ट रेट्स (ब्याज दर) – जब rbi रेट्स बढ़ाता है तब भी INR एप्रीसिएशन होता है।
- RBI का USD/INR का बेचना – जब INR का प्राइस बढ़ने लगता है।इससे एक्सपोर्ट व इंपोर्ट करने में परेशानी होने लगती है तो RBI USD/INR बेचने लगता करेंसी ट्रेडिंग क्या है है इससे मार्केट स्थिर हो जाता है और एप्रेशियट होने लगता है।
- निर्यात – जब एक्सपोर्ट या निर्यात बढ़ने लगता है।तब INR एप्रीसिएशन होता है।
- राजनीतिक स्थिरता – भारत में जब सरकार बार – बार नही बदलती है और एक सरकार पूरे पांच साल तक रहती है तो भी INR एप्रीसिएशन होता है
- करेंट अकाउंट डेफिसिट – करेंट अकाउंट डेफिसिट होता है तो भी INR का प्राइस कम होने लगता है
Forex Trading में जरुरी टिप्स
- ट्रेडिंग करने के लिए करेंसी ट्रेडिंग क्या है सबसे जरूरी है सही ब्रोकर को चुनना।कुछ ब्रोकर hidden चार्जेस लेने लगते है।
- ट्रेडिंग करते समय जरूरी है आप इमोशन पर काबू करे नही तो ट्रेडिंग आपकी दुश्मन बन जायेगी। जिसने भी इमोशन को कंट्रोल कर लिया वह ट्रेडर बन गया। ट्रेडिंग में 90% साइकोलॉजी यानी इमोशन और करेंसी ट्रेडिंग क्या है 10% स्किल important है।
- आप हमेशा सीखते रहे और प्रैक्टिस करते है इससे आपकी स्किल improve होगी आप और भी अच्छे ट्रेडर बन पायेंगे।
- एक अच्छा ट्रेडर मार्केट की साइकोलॉजी को समझता है वह यह जानता है अब मार्केट ओवरबॉट या ओवरसेल हो चुका है
- जो ट्रेडर रिस्क नहीं लेता वह ट्रेडर नही होता है ।बिना रिस्क लिए आप प्रॉफिट नहीं कमा सकते है।वो डायलॉग सुना है रिस्क है तो इश्क है।
- टेक्निकल एनालिसिस करे! और उसे ज्यादा से ज्यादा सीखे और चार्ट पैटर्न को देख कर ट्रेड करने का निर्णय लीजिए ।
- स्टॉप लॉस ट्रेडिंग सबसे जरूरी हिस्सा है ।जब भी आप ट्रेड में एंटर हो पहले आप अपना स्टॉप लॉस सेट करने के बाद ही किसी ट्रेड में एंटर करे।
Step 2. Choose the platform
Choose whether you करेंसी ट्रेडिंग क्या है want to use the MetaTrader 4 or MetaTrader 5 platform to trade. MetaTrader 4 is the long-established and arguably the best standard for pure Forex trading, while MetaTrader 5 allows you to better set up your trading preferences. Research both and see which suits you best.
Step 3. Make your first deposit
Once your email and identity are verified, you can add funds to your trading account. Don’t forget that adding funds allows you to get a 50% deposit bonus and maximise your potential profit.
Step 4. Download the crypto trading system
Download the appropriate desktop or mobile MetaTrader app, and sign in with your trading account number, which you have received after the account registration in steps 1 and 2.
In order to start trading cryptocurrencies within the MetaTrader systems, you need to add them into the asset list:
Desktop: right-click on Market Watch and select Show All
Mobile: press +, select Crypto, and then choose the currencies you want to trade.
What you need to know about trading cryptocurrency
Trading cryptocurrency pairs don't require any specific knowledge. It's not that different from trading Forex, commodity, or other markets. Despite the asset's unusual nature, the crypto price rises and falls just like any other currency, stock, or commodity. As the crypto market is also affected by predictable external factors, you have the opportunity to make a substantial profit.
You can trade bitcoin, Ethereum, Litecoin, Bitcoin Cash, Ripple, and 25 other pairs with us 24/7. However, there is server maintenance when trading is unavailable from 12:00 a.m to 2:00 a.m. on Saturday and 3:30 a.m. to 4:00 a.m. on Sunday. In addition, you'll be able to get our free trading signals plugin that offers detailed technical analysis and some of the best crypto price predictions करेंसी ट्रेडिंग क्या है in the market.
क्या फॉरेक्स मार्केट का मतलब जानते हैं आप?
आप भी कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग
इंटरनेट के जरिये आप घर बैठे फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हैं. लेकिन सबसे पहले आपको किसी फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. फॉरेक्स मार्केट में एक करेंसी को दूसरी करेंसी से बदला (एक्सचेंज) जाता है. ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा जरूरी बात है एक्सचेंज रेट. इसका मतलब है कि एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा से एक्सचेंज करने की दर क्या होगी.
आपने आमतौर पर देखा होगा कि रुपये की कीमत डॉलर की अपेक्षा इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो की तुलनी में कितनी है. उदाहरण के तौर पर अगर एक डॉलर की कीमत 70 रुपये है तो एक डॉलर के लिए आपको 70 रुपये चुकाने होंगे.
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एक डिजिटल मार्केटप्लेस है, जहां आप क्रिप्टोकरेंसी को खरीद और बेच सकते हैं. इन प्लेटफॉर्म्स की मदद से आप डिजिटल और रुपये या डॉलर के बदले एक्सचेंज में क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कर सकते हैं. ये प्लेटफॉर्म्स खरीदार और विक्रेता के बीच एक इंटरमीडियरी के तौर पर काम करते हैं और इनमें एक कमीशन या ट्रांजैक्शन फीस ली जाती है. CoinDCX, करेंसी ट्रेडिंग क्या है CoinSwitch Kuber, और UnoCoin भारत में मौजूद कुछ ऑनलाइन एक्सचेंज के उदाहरण हैं. एक निवेशक ऑनलाइन एक्सचेंज का क्रिप्टो क्वॉइन्स को वापस रुपये या डॉलर में बदलने के लिए भी इस्तेमाल कर सकता है. इसके बाद वे अपने बैंक अकाउंट से राशि को विद्ड्रॉ कर सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्रिप्टोकरेंसी के खरीदार और विक्रेता के बीच एक इंटरमीडियरी या ब्रोकरेज कंपनी की तरह काम करता है. इसके जरिए खरीदार कई तरीकों का इस्तेमाल करके पैसे जमा करा सकता है जैसे सीधे बैंक से ट्रांसफर, यूपीआई, क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करना आदि. इसकी सर्विसेज का इस्तेमाल करने के लिए हर ट्रांजैक्शन पर एक कमीशन या फीस तय की गई है.
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