- मंत्र शास्त्र के अन्तर्गत निम्नलिखित लक्ष्मी मंत्र प्राप्त होता है। यदि नित्य इस मंत्र की एक माला अर्थात 108 बार जप किया जाए तो मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है और व्यापार अच्छा चलता है।
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः
लाल किताब के उपायों से बढाएं व्यापार को दिन दूना-रात चौगुना
Lal Kitab Remedies For Business
लाल किताब उपायों का एक महासागर है और इसमें विविध प्रकार की समस्याओं के निवारण के लिए अनेक प्रकार के उपाय दिये गये हैं। विवाह, नौकरी, रोग निवारण, धनलाभ, व्यापार वृद्धि इत्यादि के सम्बन्ध में लाल किताब के उपाय बहुत ही प्रभावी देखे गये है। इस लेख में हम लाए हैं जब व्यापार करने के लिए नहीं? आपके व्यापार को बढाने के लिए ऐसे ही लाल किताब के कुछ खास उपाय:-
1.यदि अच्छा भला चलता हुआ व्यापार अचानक रूक जाए तो यह प्रायः राहु ग्रह के कारण होता है। ऐसे में एक जटायुक्त नारियल लेकर उसे लाल वस्त्र में लपेटें और अपनी दुकान या व्यापार स्थल के ऐसे कोने में रख दें जहां किसी की नजर नहीं पडे। इसे 43 दिनों तक इसी प्रकार रखा रहने दें और 43 दिन के बाद इसे किसी निर्जन स्थान में जाकर पानी में बहा दें। ध्यान रखें कि जिस स्थान पर आप इसे पानी में बहाएं वह ऐसा होना चाहिए जहां आप पहले कभी नहीं गये हों।
2. जब कभी शनि की साढेसाती या ढैया चल रहा हो तो भी व्यापार में भयंकर मन्दी का सामना करना पडता है और इतना ही नहीं कभी कभी तो पैसे- पैसे के लिए मोहताज होना पडता है। ऐसे में आप जिस पलंग पर सोते हैं उसके चारों कोनों पर चार लोहे की कील लगा लें और 43 दिनों तक नित्य रात्री में सोते समय अपने सिरहाने एक लोहे के पात्र में पानी भरकर रख लें। प्रातः काल उठकर शनिदेव का मानसिक स्मरण करते हुए यह पानी किसी पीपल के वृक्ष में डाल दें।
3. यदि शत्रु या प्रतिस्पर्धी ने ईर्ष्या वश आपकी दुकान बंधवा दी है और ग्राहक दुकान में आकर भी खरीददारी नहीं करता है तो यह उपाय करें- शनिवार के दिन काले उडद के 21 साबुत दाने काले वस्त्र में बांधकर दुकान की चौखट पर लटका दें। इसे 7 दिनों तक इसी प्रकार लटका रहने दें और अगले शनिवार को पुराने दाने बाहर निकालकर पीपल के वृक्ष में समर्पित कर दें और नए दाने रखकर इसी प्रकार बांध दें। यह उपाय तीन शनिवार करना हैं। इससे आपकी बंधी हुई दुकान खुल जायेगी और किसी भी प्रकार का तंत्र मंत्र यदि किसी ने दुकान पर किया है तो वह दूर हो जायेगा।
4. यदि आप साझेदारी में व्यवसाय करते हैं और आपके पार्टनर के कारण किसी भी प्रकार की परेशानी आपको आ रही है तो इसके निवारण के लिए 43 दिनों तक अपने आफिस/व्यवसाय स्थल पर अपने इष्टदेवता का मानसिक स्मरण करते हुए श्वेत पुष्प और श्वेत रंग की मिठाई अर्पित करें। शीघ्र ही आपकी परेशानी दूर होगी।
5. शनिवार के दिन एक ऐसी दुकान पर जाएं जो बहुत अच्छी चलती हो। वहां से एक लोहे का नट या कोई कील दुकानदार से मांगकर लें यदि वह नहीं दे तो खरीद लेंया चुपचाप उठा लें । इसके बाद उसे अपनी दुकान पर लाकर दूध से साफ करें और थोडा सरसों का तेल लगाकर एक 21 उडद के दानों के साथ अपनी एक कांच की शीशी में रख लें । ध्यान रखें की ऐसा करते समय कोई भी ग्राहक ना तो आपको देखे और ना ही आपको टोके। शीघ्र ही इससे आपका व्यापार भी चलने लगेगा। और हां, जिसकी दुकान से आप वह लोहे का नट या कील लेकर आये हैं उसकी दुकान पर भी इसका कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है।
- मंत्र शास्त्र के अन्तर्गत निम्नलिखित लक्ष्मी मंत्र प्राप्त होता है। यदि नित्य इस मंत्र की एक माला अर्थात 108 बार जप किया जाए तो मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है और व्यापार अच्छा चलता है।
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः
विशेष - मैनें अपने अनुभव में देखा है कि बहुत लोग सदैव अपने व्यापार या काम धंधे की बुराई ही करते रहते हैं कि ‘‘ये तो बिलकुल खराब काम है। बिलकुल नहीं चलता, इससे अच्छा तो कुछ और होता आदि। ‘‘ देखिये अगर आप हमेशा ऐसा ही कहते रहेंगे तो आपके शब्दों का भी नकारात्मक असर व्यापार पर होता है। शब्द बहुत शक्ति शा ली होते हैं। इसलिए हमेशा अपने काम या व्यापार से प्यार करें , इसकी इज्जत करें और इसे कोसना बंद कर दें।
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जब व्यापार करने के लिए नहीं?
मुख्य आयुक्त के डेस्क से
व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के सरकार के एजेन्डा के अनुसार सभी हितधारकों को निरन्तर प्रोत्साहन देने एवं सहायता करने के लिए केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमाशुल्क बोर्ड के अधीन एक फील्ड संरचना के नाते दिल्ली सीमाशुल्क जोन वचनबद्ध है। लागू टैरिफ तथा व्यापार नीतियों के अनुसार न्याय संगत एवं पारदर्शी तरीके से राजस्व वसूली के लिए हम जब व्यापार करने के लिए नहीं? प्रयासरत हैं। हमारी कार्य योजना के हिस्से के रूप में, एक ओर हम व्यवसायियों को उनकी लागत प्रतिस्पर्द्धात्मकता को बढ़ाने, स्वैच्छिक अनुपालन को प्रोत्साहित करने तथा परस्पर विश्वास का निर्माण करने में उनकी मदद करने का प्रयत्न करते हैं और वहीं दूसरी ओर शुल्क चोरी, वाणिज्यिक धोखाधड़ी तथा तस्करी गतिविधियों को रोकने के उपाय करने के लिए भी संघर्षरत हैं । पूर्ण संदेश यहां पढ़ें
मुख्य आयुक्त की डेस्क से –
व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के सरकार के एजेन्डा के अनुसार सभी हितधारकों को निरन्तर प्रोत्साहन देने एवं सहायता करने के लिए केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमाशुल्क बोर्ड के अधीन एक फील्ड संरचना के नाते दिल्ली सीमाशुल्क जोन वचनबद्ध है। लागू टैरिफ तथा व्यापार नीतियों के अनुसार न्याय संगत एवं पारदर्शी तरीके से राजस्व वसूली के लिए हम प्रयासरत हैं। हमारी कार्य योजना के हिस्से के रूप में, एक ओर हम व्यवसायियों को उनकी लागत प्रतिस्पर्द्धात्मकता को बढ़ाने, स्वैच्छिक अनुपालन को प्रोत्साहित करने तथा परस्पर विश्वास का निर्माण करने में उनकी मदद करने का प्रयत्न करते हैं और वहीं दूसरी ओर शुल्क चोरी, वाणिज्यिक धोखाधड़ी तथा तस्करी गतिविधियों को रोकने के उपाय करने के लिए भी संघर्षरत हैं ।
आधुनिक जोखिम आधारित प्रबन्धन प्रणाली तथा गैर घुसपैठ जॉच तकनीक के प्रयोग के माध्यम से व्यापार सुविधा को बढा़ने की सरकार की समग्र नीति निर्देशों के हिस्से के रूप में सीमाशुल्क ड्यूटी संग्रहण, तस्करी एवं कर धोखाधड़ी की रोकथाम तथा सीमा नियंत्रण उपायों को लागू करने से संबंधित प्राथमिक कार्य को जोन में कार्यान्वित किया जा रहा है । आस्थगित शुल्क भुगतान, 24*7 निकासी, व्यापार सुविधा के लिए सिंगल विन्डो इन्टरफेस (स्विफ्ट) जैसे उपायों द्वारा कार्गो के प्रवास समय(ड्वेल टाइम) में कमी, निर्यात प्रक्रियाओं के सरलीकरण, ऑथराइज्ड इकोनोमिक आपरेटर्स(एईओ) योजना, बिल ऑफ एन्ट्री को अग्रिम दायर करना, कम डॉक्यूमेंटेशन तथा ई-संचित के माध्यम से दस्तावेजों को ऑन लाईन दायर करना और अन्य आधुनिक व्यापार प्रथाऍं आयात एवं निर्यात वस्तुओं की शीघ्र निकासी को सुगम बनाने के साधन के रूप में काम करते हैं। इसी प्रकार से, इंदिरा गॉधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा ,दिल्ली के आगमन एवं प्रस्थान टर्मिनल में यात्रियों एवं बैगेज की सीमाशुल्क निकासी को सुगम बनाने एवं विनियमित करने के लिए , हम अन्तर्राष्ट्रीय यात्रियों की पात्रता के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म के उपयोग के साथ-साथ जोखिम आधारित यात्री प्रोफाईलिंग का अधिक से अधिक प्रयोग कर रहे हैं ।
व्यावसायिक कुशलता को विकसित करते हुए और दैनिक कार्य वातावरण में अधिक जिम्मेदारी के भाव को बढ़ावा दे कर हम सर्विस डिलीवरी के उच्च मानकों के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। दिए गए कार्य को स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष तरीके से ईमानदारी, पारदर्शिता एवं उद्देश्यपरकता के साथ करने के लिए हम सतत रूप से प्रयत्नशील हैं। हमारे देश की भौगोलिक एवं आर्थिक सीमाओं की सुरक्षा करते हुए राष्ट्र निर्माण के प्रति समग्र जिम्मेदारी के हिस्से के रूप में हमारे अधिकारियों की वचनबद्ध एवं समर्पित टीम कर संग्रहण की सांविधिक भूमिका को निभाने एवं दूसरे सम्बद्ध कानूनों को लागू करते हुए व्यापारियों की समस्याओं का हल तलाशने के लिए सदैव तत्पर है।
हमारी कार्य प्रणाली में और अधिक सुधार के संबंध में किसी भी सुझाव का सदैव स्वागत है। आप ई-मेल के माध्यम से अथवा हमारे किसी कार्यालय में आ कर किसी कठिनाई अथवा शिकायत को हमारे ध्यान में ला सकते हैं ।
धोखाधड़ी से खुद को सुरक्षित रखें:
उदाहरणों में सूचनाएं आ चुकी हैं कि व्यक्तियों की संख्या टेलीफोन नंबरों के साथ-साथ ई-मेल और पत्र भी मिल रही है जिससे उन्हें व्यक्तिगत बैंक खातों में पैसा जमा करने के लिए कहा गया है कि कस्टम ऑफिसर ने उपहार पार्सल्स / पुरस्कारों को मंजूरी दे दी है, जब तक कि कोई भी कुछ शुल्क सीमा शुल्क, दंड आदि के लिए जमा किया जाता है और एक बैंक खाता नंबर भी दिया जाता है जहां धन जमा करना है।
एक अन्य सामान्य कार्यप्रणाली एक ई-मेल भेजती है कि यह बताता है कि प्राप्तकर्ता को एक पुरस्कार मिला है या पार्सल भेजा गया है और धन जमा करना है। ऐसे सभी कॉल / मेल जनता के साथ धोखाधड़ी का एकमात्र इरादा है।
सामान्य जनता को इसके द्वारा अधिसूचित किया जाता है और ऐसे फर्जी कॉल / मेलों का जवाब नहीं देने के लिए चेतावनी दी जाती है, क्योंकि कस्टम ऑफिसर टेलीफ़ोनिक कॉल नहीं करता है या व्यक्तिगत बैंक खातों में जमा राशि भेजने के लिए इस तरह की मेल भेजता है। इस संबंध में किसी भी तरह की धोखाधड़ी घटनाओं और शिकायतों के लिए किसी भी तरह से कस्टम डिपार्टमेंट जिम्मेदार नहीं है, यदि कोई हो, तो उसे पुलिस को बनाया जा सकता है।
व्यापार का प्रमाण पत्र
कुछ नियम और कानून हैं जो आपको कुछ भी और सब कुछ स्थापित करते समय पालन करने की आवश्यकता है। ये नियम और कानून आपको अपने काम के लिए एक मजबूत आधार बनाने में मदद करते हैं। किसी भी कानूनी उपक्रम से निपटने के दौरान ये नियम विशेष रूप से अनिवार्य हैं। इसी तरह, जब आप अपना व्यवसाय स्थापित करते हैं, तो आपको सरकार द्वारा निर्धारित कुछ नियमों और विनियमों का पालन करने की आवश्यकता होती है। यह आपकी इकाई को एक कानूनी पहचान देता है और साथ ही आपको अन्य लाभ भी प्रदान करता है। व्यवसाय के पंजीकरण का प्रमाण पत्र प्राप्त करना उन चरणों में से एक है जो आपको अपने व्यवसाय को पंजीकृत करने और चलाने के बीच पालन करने की आवश्यकता है। कंपनी अधिनियम, 2015 पेश होने तक यह एक अनिवार्य कदम था। अधिनियम ने अब इस प्रमाणपत्र के होने की पिछली अनिवार्यता को हटा दिया है। अब, यह आप पर निर्भर करता है कि आपको एक प्राप्त करना है या नहीं। कैसे भी हो,
कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत व्यवसाय शुरू करने का प्रमाण पत्र एक अनिवार्य कदम था । यह सार्वजनिक कंपनियों के लिए शेयर पूंजी के साथ अनिवार्य था। संयुक्त स्टॉक कंपनियों के रजिस्ट्रार द्वारा प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।
व्यवसाय शुरू करने का प्रमाण पत्र महत्वपूर्ण था क्योंकि प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद ही आपको किसी भी व्यवसाय से संबंधित गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दी गई थी। इससे पहले, आपको कंपनी पंजीकरण के साथ आने वाली किसी भी प्रकार की शक्तियों या लाभों का उपयोग करने की अनुमति नहीं थी ।
प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए कदम
- सबसे पहले, ई-फॉर्म 20 (एक घोषणा) फ़ाइल करें।
- अपनी कंपनी के प्रॉस्पेक्टस में कथन संलग्न करें (एक कानूनी दस्तावेज जो आपके द्वारा लिखित उत्पाद को खरीदने पर सभी प्रतिभूतियों को जनता को प्रदान करता है)।
- इसे रजिस्ट्रार के साथ दर्ज करें जिसके बाद एक सत्यापन होगा।
- सफल सत्यापन के बाद, आपको व्यवसाय के प्रमाण पत्र के साथ जारी किया जाता है।
उपरोक्त दस्तावेजों को पंजीकृत करते समय आपको कुछ अन्य दस्तावेजों की भी आवश्यकता होगी;
- पहचान और पता प्रमाण।
- DSC (डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट)।
- पंजीकरण का प्रमाणपत्र (जो केवल गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के मामले में RBI द्वारा जारी किया जाता है)।
- सभी निदेशकों (निदेशक घोषणा के साथ-साथ बोर्ड संकल्प) से एक सहमति पत्र।
- ये सभी दस्तावेज निर्धारित शुल्क के साथ जमा किए जाते हैं।
व्यवसाय के प्रमाण पत्र के लिए आवेदन आम तौर पर कंपनी के निगमन के एक सौ अस्सी दिनों के भीतर लागू किया जाता है।
पहले, व्यवसाय शुरू करने के प्रमाण पत्र के बिना व्यापार करने के परिणाम थे, जिसमें कंपनी का पंजीकरण रद्द करने के साथ-साथ जुर्माना भी शामिल था। हालांकि, सत्ता में नए कंपनी अधिनियम, 2015 के साथ, ऐसे कोई परिणाम नहीं हैं। प्रमाण पत्र होना या न होना आपकी इच्छाशक्ति है। हम, LegalRaasta में, कंपनी के गठन के साथ इस प्रमाण पत्र को प्राप्त करने में आपकी सहायता कर सकते हैं।
By LegalRaasta | 2021-06-30T16:33:36+05:30 January 30th, 2021 | Categories: business | Comments Off on व्यापार का प्रमाण पत्र
नुकसान के वक्त कैसे बर्तना चाहिए?
दादाश्री : रुई बाजार का घाटा कुछ बनिये की दुकान निकालने से पूरा नहीं होता। धंधे में हुआ घाटा धंधे से ही पूरा होगा, नौकरी से भरपाई नहीं होगा। 'कान्ट्रैक्ट' का घाटा कहीं पान की दुकान से भरपाई होगा? जिस बाजार में घाव हुआ है, उसी बाजार में वह घाव भरेगा, वहीं उसकी दवाई होगी।
हम ऐसा भाव रखें कि हमारे से किसी जीव को किंचित्मात्र भी दुःख नहीं हो। सारा कज़र् चुकता हो जाये ऐसा स्पष्ट भाव रखें। लक्ष्मी तो ग्यारहवाँ प्राण है। इसलिए किसी की लक्ष्मी हमारे पास नहीं रहनी चाहिए। हमारी लक्ष्मी किसी के पास रहे उसमें हज़र् नहीं। पर निरंतर यही ध्येय रहना चाहिए कि मुझे पाई-पाई चुकता कर देनी है। ध्येय लक्ष में रखकर आप सारे खेल खेलें। मगर खिलाड़ी मत हो जायें। खिलाड़ी हुए कि आप खतम!
व्यावहारिक कानून क्या है! शेयरबाज़ार में घाटा हुआ हो तो किराना बाज़ार से भरपाई मत करना। शेयरबाज़ार से ही भरपाई करना।
Book name: पैसों का व्यवहार (Page #48 Paragraph #3,#4,#5 & Page #62 Paragraph #4).
A. इसलिए हम परम हित की बात बताते हैं, ट्रिकें इस्तेमाल करना बंद करें। चोखा व्यापार करें। ग्राहकों से. Read More
A. प्रश्नकर्ता: अब धंधा कितना बढ़ाना चाहिए? दादाश्री: धंधा उतना बढ़ायें कि चैन से नींद आये, जब हम. Read More
A. प्रश्नकर्ता: किसी मनुष्य को हमने पैसे दिये हो और वह नहीं लौटाता हो तो उस समय हमें वापस लेने का. Read More
A. लक्ष्मी जी की कमी क्यों है? लक्ष्मी की कमी क्यों है? चारियों से।जहाँ मन-वचन-काया से चोरी नहीं. Read More
A. प्रश्नकर्ता : मनुष्य कर्ज छोड़कर मर जाये तो क्या होगा? दादाश्री : चाहे कर्ज अदा किये बिना मर जाये. Read More
A. प्रश्नकर्ता : जीवन में आर्थिक परिस्थिति कमज़ोर हो तब क्या करना? दादाश्री : एक साल बारिश नहीं होने. Read More
A. मुंबई में एक उच्च संस्कारी परिवार की बहन से मैंने पूछा, 'घर में क्लेश तो नहीं होता न?' तब वह बहन. Read More
A. प्रश्नकर्ता : आत्मा की प्रगति के लिए क्या करते रहना चाहिए? दादाश्री : उसे प्रामाणिकता की निष्ठा. Read More
A. जो चीज़ प्रिय हो गई हो उसी में मूर्र्छित रहना, उसका नाम लोभ। वह चीज़ प्राप्त होने पर भी संतोष नहीं. Read More
व्यापार का प्रमाण पत्र
कुछ नियम और कानून हैं जो आपको कुछ भी और सब कुछ स्थापित करते समय पालन करने की आवश्यकता है। ये नियम और कानून आपको अपने काम के लिए एक मजबूत आधार बनाने में मदद करते हैं। किसी भी कानूनी उपक्रम से निपटने के दौरान ये नियम विशेष रूप से अनिवार्य हैं। इसी तरह, जब आप अपना व्यवसाय स्थापित करते हैं, तो आपको सरकार द्वारा निर्धारित कुछ नियमों और विनियमों का पालन करने की आवश्यकता होती है। यह आपकी इकाई को एक कानूनी पहचान देता है और साथ ही आपको अन्य लाभ भी प्रदान करता है। व्यवसाय के पंजीकरण का प्रमाण पत्र प्राप्त करना उन चरणों में से एक है जो आपको अपने व्यवसाय को पंजीकृत करने और चलाने के बीच पालन करने की आवश्यकता है। कंपनी अधिनियम, 2015 पेश होने तक यह एक अनिवार्य कदम था। अधिनियम ने अब इस प्रमाणपत्र के होने की पिछली अनिवार्यता को हटा दिया है। अब, यह आप पर निर्भर करता है कि आपको एक प्राप्त करना है या नहीं। कैसे भी हो,
कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत व्यवसाय शुरू करने का प्रमाण पत्र एक अनिवार्य कदम था । यह सार्वजनिक कंपनियों के लिए शेयर पूंजी के साथ अनिवार्य था। संयुक्त स्टॉक कंपनियों के रजिस्ट्रार द्वारा प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।
व्यवसाय शुरू करने का प्रमाण पत्र महत्वपूर्ण था क्योंकि प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद ही आपको किसी भी व्यवसाय से संबंधित गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दी गई थी। इससे पहले, आपको कंपनी पंजीकरण के साथ आने वाली किसी भी प्रकार की शक्तियों या लाभों का उपयोग करने की अनुमति नहीं थी ।
प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए कदम
- सबसे पहले, ई-फॉर्म 20 (एक घोषणा) फ़ाइल करें।
- अपनी कंपनी के प्रॉस्पेक्टस में कथन संलग्न करें (एक कानूनी दस्तावेज जो आपके द्वारा लिखित उत्पाद को खरीदने पर सभी प्रतिभूतियों को जनता को प्रदान करता है)।
- इसे रजिस्ट्रार के साथ दर्ज करें जिसके बाद एक सत्यापन होगा।
- सफल सत्यापन के बाद, आपको व्यवसाय के प्रमाण पत्र के साथ जारी किया जाता है।
उपरोक्त दस्तावेजों को पंजीकृत करते समय आपको कुछ अन्य दस्तावेजों की भी आवश्यकता होगी;
- पहचान और पता प्रमाण।
- DSC (डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट)।
- पंजीकरण जब व्यापार करने के लिए नहीं? का प्रमाणपत्र (जो केवल गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के मामले में RBI द्वारा जारी किया जाता है)।
- सभी निदेशकों (निदेशक घोषणा के साथ-साथ बोर्ड संकल्प) से एक सहमति पत्र।
- ये सभी दस्तावेज निर्धारित शुल्क के साथ जमा किए जाते हैं।
व्यवसाय के प्रमाण पत्र के लिए आवेदन आम तौर पर कंपनी के निगमन के एक सौ अस्सी दिनों के भीतर लागू किया जाता है।
पहले, व्यवसाय शुरू करने के प्रमाण पत्र के बिना व्यापार करने के परिणाम थे, जिसमें कंपनी का पंजीकरण रद्द करने के साथ-साथ जुर्माना भी शामिल था। हालांकि, सत्ता में नए कंपनी अधिनियम, 2015 के साथ, ऐसे कोई परिणाम नहीं हैं। प्रमाण पत्र होना या न होना आपकी इच्छाशक्ति है। हम, LegalRaasta में, कंपनी के गठन के साथ इस प्रमाण पत्र को प्राप्त करने में आपकी सहायता कर सकते हैं।
By LegalRaasta | 2021-06-30T16:33:36+05:30 January 30th, 2021 | Categories: business | Comments Off on व्यापार का प्रमाण पत्र
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