Forex Trading Fraud: फॉरेक्स ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का झांसा, फर्जी ऐप के जरिए लोगों से ऐसे की 15 करोड़ की ठगी

उत्तर प्रदेश के नोएडा में फर्जी ऐप के जरिए लोगों के फांसने के खेल का भंडाफोड़ हुआ है। फॉरेक्स ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का लालच देकर लोगों से ठगी कर रहे एक गैंग को साइबर थाना पुलिस ने पकड़ा है। यह गैंग मध्य प्रदेश के इंदौर और देवास से चलाया जा रहा था। पुलिस ने देवास से इस गैंग में शामिल शातिर को पकड़ा। इसके बाद मंगलवार को नोएडा लाकर इस फर्जीवाड़े खुलासा किया। इस गिरोह ने नोएडा निवासी जीएसटी विभाग में कमिश्नर के पद से रिटायर अधिकारी से 15 लाख रुपये की ठगी की थी। इस ठगी में साइबर थाना पुलिस एफआईआर दर्ज कर जांच कर रही थी। पुलिस के मुताबिक, धोखाधड़ी करने वाले 3 शातिर अपराधी इस गैंग फॉरेक्स ट्रेडिंग को चला रहे थे। एक आरोपी पकड़ा गया है, जिससे मिले रेकार्ड से यह पता चला है कि अब तक ये देश भर के 500 लोगों से करीब 15 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके थे।

पुलिस कार्रवाई की जानकारी साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रीता यादव ने दी। उन्होंने बताया कि देवास की शिमला कॉलोनी से गिरफ्तार फॉरेक्स ट्रेडिंग किए गए आरोपी का नाम शोएब मंसूरी है। शोएब और इसके दो साथियों ने मिलकर इंदौर व देवास में 2020 में अमदानी सल्यूशन के नाम से ऑफिस खोला था। फिर ब्रोकिंग फर्म से ट्रेडिंग करने वालों का डेटा हासिल किया। ऑफिस में युवक-युवतियों को वह डेटा देकर फोन कॉल करवाई जाती थी। कॉल पर जो भी इनके झांसे में आ जाता था उसे फंसाकर मोटी रकम ठग लेते थे। थाना प्रभारी के मुताबिक अब तक जो पुलिस के पास तथ्य हैं 5-6 आरोपी इस धोखाधड़ी के गैंग के और हैं जो फरार हैं। इनकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है। पकड़े गए आरोपी से मिले रेकार्ड के आधार पर करीब 7 लाख रुपये की रकम बैंक अकाउंट्स में फ्रीज करवा दी गई है।

इस तरह करते थे ठगी

मेटा एक बड़ा फाइनेंशियल ट्रेडिंग प्लैटफार्म है। फोन कॉल करने वाले लोगों से इस प्लैटफार्म पर ही डीमेट अकाउंट खुलवाकर मोटा मुनाफा दिलाने का वादा करते थे। 10-12 हजार रुपये से ओरिजनल प्लैटफार्म पर डीमेट अकाउंट खुलवा दिया जाता था। इसके बाद अकाउंट का यूजर आईडी और पासवर्ड ठग अपने पास रख लेते थे। ठगों ने फर्जी फाइनैंशयल ट्रेडिंग प्लैटफार्म मेटा ट्रेडर्स-5 एक एंड्रायड एप्लीकेशन के रूप में प्ले स्टोर पर डाला हुआ था। यहां से ठगी का खेल शुरू होता था। दरअसल जिसे मोटे मुनाफे का लालच दिया जाता था उसकी आईडी फर्जी ट्रेडिंग प्लैटफार्म एप्लीकेशन पर बना देते थे। फिर उससे दूसरे बैंक अकाउंट में रकम ली जाती थी।

इसके बाद उस फर्जी ट्रेडिंग प्लैटफार्म पर मोटा मुनाफा बढ़ता हुआ दिखाते रहते थे। आईडी में डॉलर हर दिन बढ़ते जाते थे। यह देख पैसा लगाने वाले और तेजी से पैसा लगाते रहते थे। अब अगर कोई भी व्यक्ति अपनी यह रकम निकलवाना चाहता था तो उससे जीएसटी, सेटलमेंट चार्ज, कनवर्जन चार्ज व अन्य के नाम पर और भी रकम ले ली जाती थी। लगातार नए चार्ज बताए जाते थे। तंग आकर जाल में फंसा व्यक्ति जब पुलिस या अन्य जगहों पर पड़ताल करवाता था तो यह पता चलता था कि जो करोड़ों की रकम उसकी जमा दिखा रहा है दरअसल वह फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफार्म है। पैसा न मिलता देख आरोपी आईडी भी फर्जी प्लेटफार्म से हटा चुके होते थे और बात करना भी बंद कर देते थे।

यह होता है फॉरेक्स ट्रेडिंग

फॉरेक्स करंसी ट्रेडिंग के ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है। यूरो को डॉलर्स से एक्सचेंज करना हो डॉलर को रुपये से, यह सब फॉरेक्स मतलब फॉरेन एक्सचेंज मार्केट का हिस्सा होता है। करंसी ट्रेडिंग दुनिया का सबसे बड़ा फाइनैंशल मार्केट है।

यह होता है डीमेट अकाउंट

डीमेट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह होता है। इसमें शेयर सर्टिफिकेट और अन्य सिक्यॉरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट होता है। इस अकाउंट में शेयर, बॉन्ड्स, म्यूचुअल फंड, ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। यह अकाउंट अलग-अलग प्लेटफार्म पर खोले जाते हैं।

एक महीने बाद है शादी

साइबर थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी शोएब मंसूरी 12वीं तक पढ़ा है। एक महीने बाद शादी होने वाली है। ठगी से आने वाली रकम को यह अपने महंगे शौक पूरे करने में उड़ा देता था। महंगी एसयूवी को महीनों इसने किराए पर अपने पास रखा हुआ था।

महाराष्ट्र पुलिस भी कर रही थी तलाश

साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि टीम जब देवास पहुंची फॉरेक्स ट्रेडिंग और इस आरोपी को पकड़ने की जानकारी स्थानीय थाने में दी गई, तो स्थानीय थाना पुलिस ने भी कई जानकारियां इस गैंग के बारे में शेयर की। यह बताया कि इस गैंग ने मुंबई से लेकर पंजाब तक ठगी की हुई है। महाराष्ट्र पुलिस भी इनकी तलाश में देवास में डेरा डाले हुई थी। साइबर थाना पुलिस के पास सर्विलांस का इनपुट पुख्ता था, जिससे इसे पकड़ने में कामयाबी मिली।

Indore : फोरेक्स ट्रेडिंग फर्जीवाड़ा की फरार महिला को पुलिस ने हैदराबाद से किया गिरफ्तार

इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। करोड़ों रुपये के फर्जी फोरेक्स ट्रेडिंग फर्जीवाड़ा की एक आरोपी मोनिका बिष्ट को इंदौर पुलिस (Indore Police) ने हैदराबाद के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि मोनिका यहां अपने असली भेष और नाम से नहीं बल्कि अपनी पहचान छिपाकर रह रही थी, मगर पुलिस के साथ गया उसका भाई भी उसके नए रूप को देखकर हैरान हो गया। क्योंकि उसने पहचान छिपाने के लिए बाकायदा बुर्का पहन रखा था। फिर बाद में पुलिस ने उसे बेनकाब कर दिया।

बता दें कि इंदौर पुलिस काफी समय से आरोपी मोनिका बिष्ट की तलाश कर रही ही थी क्योंकि यह महिला फर्जी एडवाइजरी कंपनी का सर्वर ऑपरेट करती थी। इधर जांच में जुटी पुलिस को उसके हैदराबाद में होने की सूचना प्राप्त हुई, कि वह एक होटल में रुकी है। हैदराबाद में मोनिका के इलाइट (ओयो) होटल में होने की पुष्टि होने पर हैदराबाद पुलिस के साथ इंदौर पुलिस ने होटल में जाकर दबिश दी। और फिर होटल में पहुंचकर रजिस्टर की जांच की तो पता चला कि इस नाम का कोई भी नहीं रुका, फिर जब रजिस्टर की द्वारा जांच की तबा पता चला कि मोनिका वहां मोना नाम से रुकी थी। और उसने मोना नाम फॉरेक्स ट्रेडिंग का सभी डॉक्यूमेंट भी होटल में दिया था।

पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, होटल में मोना नाम से किसी महिला के कमरा लेने का पता चला। जांच के लिए टीम होटल के कमरे में पहुंची। गेट पर दस्तक दी तो गेट खुला तो वहां मोना नाम की महिला बुर्के में कमरे से बाहर निकली। बुर्के में महिला को देख पुलिस टीम को उस पर संदेह हुआ। लेकिन पुलिस मोनिका के भाई को भी उसकी पहचान के लिए साथ ले गई थी। बुर्के में छिपी मोनिका की सच्चाई जानने के लिए पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की। पुलिस के कई सवालों का मोनिका सही से जवाब नहीं दे सकी। लेकन, मोनिका के चेहरे से जब नकाब को हटाया गया, तो उसके भाई ने उसे तुरंत पहचान लिया। क्योंकि आवाज से तो भाई को भी लग रहा था कि बहन ही है! मगर, वह नकाब हटाने की पहले हिम्मत नहीं कर सका।

मोनिका से पूछताछ में पता चला कि स्कैम के आरोपी अतुल नेतनराम, पति अनिल बिष्ट और उसके साथी मिलकर ये काम करते थे। वह तो कम्प्यूटर ऑपरेट (नेटवर्किंग संभालती) करती थी। वे उसे गिफ्ट में फॉरेन ट्रिप देने के साथ ही ठगी के पैसे में भी हिस्सा देते थे। दूसरे आरोपियों ने मोनिका को एक मोबाइल फोन भी गिफ्ट में दिया था। इन लोगों की तरफ से वह साल की शुरुआत में ही दुबई की ट्रिप भी कर चुकी है। पुलिस ने मोनिका का मोबाइल, लैपटॉप जब्त किया है। इसे जांच के लिए भेजा जाएगा। पिछले दो साल से ये लोग काम कर रहे थे।

विजय नगर पुलिस ने मार्च महीने में बीजलपुर के देवेश की शिकायत पर फर्जीवाड़े का एक मामला दर्ज किया था। इसका मास्टरमाइंड अतुल नेतनराम फोरेक्स ट्रेडिंग कंपनी प्लेटिनम ग्लोबल के नाम से ये कंपनी संचालित करता था। पुलिस को जानकारी मिली कि ये लोग फर्जी सर्वर बनाकर ट्रेडिंग करवाते थे। उनके अकाउंट में कई गुना ज्यादा डॉलर या विदेशी करेंसी दिखाते थे! लेकिन, जब वे लोग राशि निकालने जाते तो उसे ब्लॉक का मैसेज दिखाते थे। अब पुलिस मामले में फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।

इस मामले से जुड़े चेतन, सोनिया, हरदीप और मोनिका के पति अनिल बिष्ट को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अभी भी अतुल नेतनराम, पारुल सहित अन्य आरोपी फरार है। जिनकी तलाश पुलिस कर रही है। पहले मोनिका विजय नगर थाने के पुलिसकर्मियों की पकड़ में आने से बच गई थी और उन्हें चकमा देकर भाग निकली थी। मामले में कार्रवाई करने वाली टीम को कुछ वक्त पहले ये सूचना भी मिली थी कि मोनिका मुख्य आरोपी अतुल के पास दुबई पहुंच गई है। मगर वह हैदराबाद के इस होटल में मिली।

फॉरेन एक्सचेंज मार्केट या फॉरेक्स ट्रेडिंग दरअसल वह बाजार है जहां करेंसी का एक-दूसरे के साथ आदान-प्रदान किया जा सकता है। फॉरेक्स ट्रेडिंग प्रमुख रूप से करेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है और यह उन बाजारों में से एक है जहां सबसे भारी ट्रेड होता है। मगर आरोपियों ने किया ये था कि इन्होंने प्लेटिनम ग्लोबल नाम से फॉरेक्स ट्रेडिंग कंपनी खोल ली थी। इसका मास्टरमाइंड अतुल नेतनराम था। आरोपी फेक सर्व बनाकर ट्रेडिंग करवाते थे। सामने वाले के अकाउंट में कई गुना ज्यादा डॉलर या दूसरी विदेशी करंसी शो होती थी, लेकिन जब वह रकम निकालने जाता तो उसे ब्लॉक का मैसेज मिलता।

अंतरराष्ट्रीय ट्रेडिंग के लिए नकली सर्वर बनाया. इस तरह कर दी करोड़ों की ठगी

अंतरराष्ट्रीय व्यापार का नकली सर्वर बनाया..इस तरह कंपनी ने कर दी करोड़ों की ठगी

Indore. अंतरराष्ट्रीय ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर फर्जी सर्वर बनाकर लोगों को करोड़ों की चपत लगाने वाली कंपनी का पुलिस ने भंडाफोड़ किया। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने दुबई में बैठे सरगना की इंदौर स्थित फर्म पर छापामार कार्रवाई की। यहां से दो आरोपी पकड़ाए। दोनों ने बताया कि वे लोगों को आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया पर विज्ञापन देते थे। लोग उनके संपर्क में आते तो वे फॉरेक्स फॉरेन ट्रेडिंग में निवेश कराने और विदेशी मुद्रा में भारी लाभ दिलाने का झांसा देते थे। शुरुआती जांच में फर्म के खाते में पुलिस को 20 करोड़ से ज्यादा का ट्रांजेक्शन फॉरेक्स ट्रेडिंग फॉरेक्स ट्रेडिंग मिला है।

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Benefits of Currency Trading: करेंसी ट्रेडिंग से कमा सकते है खूब पैसा, यहां जानिए इसके 10 फायदें

Benefits of Currency Trading: करेंसी ट्रेडिंग से कमा सकते है खूब पैसा, यहां जानिए इसके 10 फायदें

Benefits of Currency Trading in Hindi: अगर सही तरह से करेंसी ट्रेडिंग की जाए तो आप ढेर सारा पैसा कमा सकते है। लेकिन नए निवेशकों में करेंसी मार्केट को लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। यह लेख आपके भ्रम को मिटाने का प्रयास करेगा क्योंकि यहां करेंसी ट्रेडिंग के 10 फायदे बताएं गए है।

Benefits of Currency Trading in Hindi: फॉरेन एक्सचेंज मार्केट दुनिया में सबसे बड़े फाइनेंसियल मार्केट के रूप में उभरा है, इसकी पहुंच, तरलता और अंतरराष्ट्रीय प्रकृति के कारण यह तेजी से फलफूल रहा है। आप प्रॉफिट कमाने के लिए काउंटर पर करेंसी खरीद और बेच सकते हैं, क्योंकि अन्य बाजारों के विपरीत, इस तरह के व्यापार के लिए कोई फिजिकल एक्सचेंज मौजूद नहीं है। अगर सही तरह से करेंसी ट्रेडिंग की जाए तो आप ढेर सारा पैसा कमा सकते है। लेकिन नए निवेशकों में करेंसी मार्केट को लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। यह लेख आपके भ्रम को मिटाने का प्रयास करेगा क्योंकि यहां करेंसी ट्रेडिंग के 10 फायदे (Benefits of Currency Trading in Hindi) बताएं गए है।

करेंसी ट्रेडिंग के फायदे | Currency Trading Benefits in Hindi

1) बाजार बड़ा और वैश्विक है

दुनिया के सभी हिस्सों से भाग लेने वाले ट्रेडर्स के साथ फॉरेक्स एक्सचेंज मार्केट वास्तव में विस्तृत है। फॉरेक्स एक्सचेंज मार्केट का महत्व इस तथ्य से स्पष्ट है कि हर दिन करेंसी मार्किट में औसतन $ 4 ट्रिलियन से अधिक का आदान-प्रदान होता है।

2) शुरुआती लोगों के लिए अच्छा है

पहली बार छोटे निवेश करने वाले व्यापारी आसानी से Forex Market में प्रवेश कर सकते हैं। फॉरेन एक्सचेंज के कई फायदों में से एक यह है कि ब्रोकर डेमो एकाउंट के प्रावधान की पेशकश करते हैं। इनका उपयोग करके, धोखेबाज़ व्यापारी किसी भी डील को करने से पहले मार्केट सिमुलेशन में अपने स्किल का टेस्ट कर सकते हैं।

3) चौबीसों घंटे बाजार

यह देखते हुए कि Forex Market वैश्विक है, व्यापार लगभग तब तक हो सकता है जब तक कि दुनिया में कहीं मार्केट खुला हो। यह सप्ताह में पांच दिन, 24 घंटे प्रत्येक दिन संचालित होता है। रविवार को शाम 5 बजे ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में पहला बड़ा बाजार खुलता है और शुक्रवार को शाम 5 बजे US का न्यूयॉर्क बाजार बंद होने पर ट्रेडिंग खत्म हो जाती है।

फॉरेन एक्सचेंज ब्रोकर खुदरा व्यापारियों को पूंजी की एक छोटी राशि के खिलाफ उधार लेने की अनुमति देते हैं, जिससे एक हाई पोजीशन खोलने का मौका मिलता है। लीवरेज से आपके द्वारा जुटाई गई राशि को आम तौर पर अनुपात के रूप में दर्शाया जाता है। उदाहरण के लिए, 1:30 का मतलब होगा कि आपका उत्तोलन 30 गुना है जो आपने वास्तव में बाजार में निवेश किया था।

फॉरेक्स मार्किट में चौबीसों घंटे होने वाली बड़ी मात्रा में व्यापारिक गतिविधि के कारण, इसे दुनिया में सबसे अधिक तरल बाजार माना जाता है। तरलता से तात्पर्य एसेट को उनके मूल्य पर बहुत कम प्रभाव के साथ खरीदे और बेचे जाने की क्षमता से है। फॉरेक्स मार्केट के मामले में, तरलता आपको न्यूनतम जोखिम के साथ ट्रेड करने की अनुमति देती है।

भू-राजनीति, आर्थिक स्थिरता, नीतियां, प्राकृतिक आपदाएं और व्यापार सौदे बाजार को प्रभावित करने वाली ताकतों की लंबी सूची में शामिल हैं। इनमें से किसी में भी एक छोटा सा ग्रोथ मार्केट में एक बड़े बदलाव में तब्दील हो जाता है। किसी बाजार की इस संवेदनशीलता को उसकी अस्थिरता कहा जाता है। जब इन निर्धारकों के कारण मुद्राओं के मूल्य बेहतर के लिए बदलते हैं, तो वे बड़े मुनाफे में परिणत होते हैं। हालांकि, अगर मूल्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, तो व्यापारियों को महत्वपूर्ण नुकसान हो सकता है। चूंकि अस्थिरता को पूरी तरह से टाला नहीं जा सकता है, इसलिए आपको अस्थिर बाजारों से निपटने के लिए रणनीतियां बनानी चाहिए।

7) दिशात्मक व्यापार पर कोई प्रतिबंध नहीं

शेयर बाजार के विपरीत Foreign exchange market में दिशात्मक व्यापार पर कोई प्रतिबंध नहीं है। चूंकि व्यापारी हमेशा बाजार की स्थिति के अनुसार एक करेंसी खरीद या बेच रहे हैं, आप उनके मूल्य में परिवर्तन की आपकी भविष्यवाणी के आधार पर आसानी से लंबी या छोटी बिक्री कर सकते हैं। मुद्राओं की उच्च तरलता के कारण, दलाल ऐसे व्यापार के लिए कोई ट्रांजैक्शन चार्ज नहीं लेते हैं जो शेयर बाजारों में आवश्यक हैं।

8) बाजार पर किसी का कंट्रोल नहीं

फॉरेक्स मार्केट में बड़ी संख्या में प्रतिभागी हैं, यही वजह है कि कोई सिंगल विंडो नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था जैसे बाहरी कारक ही कीमतों को कंट्रोल कर सकते हैं। यह फैक्टर ट्रेडर्स के पोर्टफोलियो पर निवेश विकल्प के रूप में फॉरेन एक्सचेंज के महत्व को दर्शाता है। इस बाजार में कोई बिचौलिया मौजूद नहीं है, और ब्रोकर केवल खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़ने में मदद करते हैं।

9) कम ट्रांजैक्शन चार्ज

ट्रांजैक्शन करने की किसी भी बड़ी लागत के बिना, ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करने के लिए एक छोटी पूंजी राशि पर्याप्त है। ट्रांजैक्शन की लागत में बड़े पैमाने पर ब्रोकर का शुल्क शामिल होता है, जिसे वह स्प्रेड से अर्जित करता है। स्प्रेड को पिप्स या पॉइंट्स में प्रतिशत में मापा जाता है, जो कि आस्क प्राइस और बिड के बीच का अंतर है।

चूंकि यह मार्केट अपेक्षाकृत नया है, फॉरेन एक्सचेंज के फायदों (Benefits of Currency Trading) में यह है कि इसके प्रतिभागियों ने स्वेच्छा से इंडस्ट्री को अपनाया है। बहुत सारे सॉफ्टवेयर और मोबाइल एप्लिकेशन हैं जो दुनिया भर से वास्तविक समय में ट्रेड की सुविधा प्रदान करते हैं।

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