Trucker Tools
ट्रूकॉलर टूल ऐप एक सस्ता, सटीक तरीका है, अपना प्रीमियम लोड बुक करें और सड़क पर रहते हुए सबसे सस्ता ईंधन मूल्य निर्धारण और ट्रक स्टॉप खोजने के दौरान अपने मार्ग की योजना बनाएं। ट्रूकॉलर टूल्स ऐप डाउनलोड किया गया है और बाजार में किसी भी अन्य ट्रकिंग ऐप की तुलना में अधिक उपयोग किया जाता है।
भार और पुस्तक भार ज्ञात करें
समय ही धन है। अपने ट्रक को चालू रखने के लिए ऐप में "लोड" आइकन का उपयोग करके दोनों को सहेजें। आसानी से अपने पसंदीदा दलालों के साथ "लोड" चुनें, कीमत देखें और अपने फोन से इसे सही बुक करें। बुक-इट-नाउ सुविधा के साथ आसानी से अपने लोड को 24/7 बुक करें।
• बुक-इट-नाओ विकल्प के साथ अपने पसंदीदा ब्रोकर के साथ जल्दी से अपना लोड बुक करें
• दलाल को भुगतान करने के लिए प्रतिबद्ध दर देखें
• लोड बुक करने से पहले अपनी लोड आवश्यकताओं की समीक्षा करें
• लोड और पुनः लोड खोजने और दरें प्राप्त करने के लिए दलालों को कई कॉल को खत्म करें
• कोई प्रतीक्षा समय और कोई खोए हुए लोड के अवसर नहीं
• बेहतर दरों पर बुक करें
• उपलब्ध भारों की सटीक और पारदर्शी सूची
• यदि आप कोई भार उठाना चाहते हैं तो निर्णय लेने के लिए तैयार हैं
अपनी यात्रा की योजना बनाएं
ऐप 17+ उपकरण प्रदान करता है और सड़क पर चलते समय ट्रक ड्राइवरों के लिए उपयोगी है। ट्रूकॉलर टूल ऐप के साथ आसानी से अपनी यात्रा की योजना बनाएं। अपने पसंदीदा स्थान के आधार पर अपने अगले ट्रक स्टॉप को खोजने या अपने ईंधन स्टेशन को चुनने के लिए सटीक ट्रक स्टॉप गाइड का उपयोग करें। हम वास्तविक समय में ईंधन की कीमतों को अपडेट करते हैं!
कुछ ऐप सुविधाएँ जो आप सड़क पर रहते हुए उपयोग करना चाहते हैं:
ट्रक स्टॉप गाइड
रूटिंग और फ्यूल ऑप्टिमाइज़र
वॉलमार्ट स्थान खोजक
वजन तराजू
ट्रक धोता है
बाकी क्षेत्र
चिकित्सा देखभाल
जल्दी भुगतान प्राप्त करें
अपने दलालों द्वारा भुगतान पाने के लिए अपने फ़ोन से सही डिलीवरी और अपने फ़ोन से किसी भी आवश्यकता दस्तावेज़ के प्रमाण प्रस्तुत करें।
लोड ट्रैक करने के लिए अपने ब्रोकर ईंधन दलाल क्या है की आवश्यकता को पूरा करें। ट्रूकॉलर टूल्स ऐप के साथ आपको लोड ट्रैक होने पर पूरी पारदर्शिता होती है। आपको ट्रैकिंग प्रक्रिया शुरू करने, रोकने या रोकने की शक्ति है। हमारी लोड ट्रैकिंग सुविधा आपके लिए अपडेट की गई लोकेशन भेजती है, चेक-इन कॉल को समाप्त कर देती है, जिससे आप निर्बाध रूप से ड्राइव कर सकते हैं।
दिल्ली NCR की औद्योगिक इकाइयों में अब ईंधन के रूप में नहीं होगा लकड़ी का प्रयोग, उल्लंघन पर होगी ये कार्रवाई
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में किसी फैक्ट्री में लकड़ी को ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाता है तो यह गलत है। ऐसे में पकड़े जाने पर संबंधित फैक्ट्री को सील कर दिया जाएगा। साथ ही आयोग की ओर से भारी-भरकम जुर्माना भी लगाया जाएगा।
बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों में ईंधन के रूप में अब लकड़ी का प्रयोग भी नहीं हो सकेगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम द्वारा किए गए निरीक्षण में सामने आया है कि दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयां बायोमास फ्यूल की आड़ में लकड़ी के गुटके व ब्लाक का प्रयोग कर रहे हैं। इससे प्रदूषण फैलता है। ऐसे में आयोग ने स्पष्ट किया है कि लकड़ी का इस तरह के स्वरूप स्वीकृत ईंधन में नहीं है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने जारी किए आदेश, लकड़ी काे बुरादा व चिप्स बनाकर किया जा सकता है प्रयोग
गत 23 जून को जारी किए आदेशों में भी आयोग ने बायोमास फ्यूल व लकड़ी के ईंधन को लेकर ईंधन दलाल क्या है निर्देश जारी किए थे। ऐसे में आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त आदेश जारी किए हैं अगर दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में किसी फैक्ट्री में लकड़ी को ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाता है तो यह गलत है। ऐसे में पकड़े जाने पर संबंधित फैक्ट्री को सील कर दिया जाएगा। साथ ही आयोग की ओर से भारी-भरकम जुर्माना भी लगाया जाएगा। लकड़ी का ईंधन दलाल क्या है प्रयोग केवल धार्मिक उद्देश्य व श्मशान में दाह संस्कार के लिए ही किया जा सकता है।
सीटीओ में संशोधित करवाएं फैक्ट्रियां
कोयले, डीजल व अन्य अवैध ईंधन की बजाय पीएनजी, सीएनजी व बायोमास फ्यूल का प्रयोग करने वाली औद्योगिक इकाइयों को राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी की गई एनओसी कन्सेंट टू आपरेट (सीटीओ) में भी संशोधन कराना जरूरी है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग(सीएक्यूएम) ने ऐसी फैक्ट्रियों को अपनी सीटीओ में जल्द से जल्द संशोधन करने के निर्देश जारी किए हैं। औद्योगिक इकाइयों को सीटीओ में संशोधन कराते समय एयर पोल्यूशन कंट्रोल डिवाइस लगाकर एमिशन स्टैंडर्ड की फिजिबलिटी रिपोर्ट भी देनी होगी। अगर औद्योगिक इकाइयों की ओर से सीटीओ में संशोधन नहीं कराया तो उनके खिलाफ सीएक्यूएम की गाइडलाइन के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
ये हैं बायोमास फ्यूल
- तूड़ी
- बायो ब्रेकेट
- राइस हस्क
- बादाम व अखरोट के छिलके
- मस्टर्ड हस्क
- एग्रो वेस्ट
अधिकारी के अनुसार
दिल्ली एनसीआर की औद्योगिक इकाइयों में लकड़ी को ईंधन के रूप में प्रयोग करने पर रोक लगा दी गई है। आयोग के आदेश पर अगर क्षेत्र में कोई फैक्ट्री ईंधन के रूप में लकड़ी का प्रयोग करते मिली तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुंबई में शेयर दलाल ने परिवार समेत की आत्महत्या
वैश्विक वित्तीय संकट का असर अब भारत में दिखने लगा है। मुंबई के एक शेयर दलाल, उसकी पत्नी और उनके दो संतान रविवार को अपने घर में मृत मिले। आशंका जताई जा रही है कि शेयर बाजारों के धराशायी होने की वजह से.
वैश्विक वित्तीय संकट का असर अब भारत में दिखने लगा है। मुंबई के एक शेयर दलाल, उसकी पत्नी और उनके दो संतान रविवार को अपने घर में मृत मिले। आशंका जताई जा रही है कि शेयर बाजारों के धराशायी होने की वजह से हुए नुकसान के कारण पूरे परिवार ने आत्महत्या कर ली। मुंबई के कस्तूरबा मार्ग पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि 77 वर्षीय शेयर दलाल एके नायर, उनकी 65 वर्षीय पत्नी श्यामला, 43 वर्षीया पुत्री सुचित्रा और 42 वर्षीय पुत्र सुधीर बोरिवली (पूर्व) के राहेजा कांप्लेक्स स्थित अपने फ्लैट में रविवार दोपहर 3.30 बजे मृत मिले। पुलिस अधिकारी के कहा कि शुरुआती जांच से ऐसा प्रतीत होता है कि शेयर बाजारों के धराशायी होने की वजह से हुई आर्थिक क्षति के कारण इस परिवार ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली। घटनास्थल पर पाए गए एक ‘सुसाइड नोट’ में लिखा है कि उन्होंने अपनी मर्जी से यह कदम उठाया है और इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। गौरतलब है कि सुचित्रा और सुधीर अविवाहित थे और अपने माता-पिता के साथ ही रहते थे। उनका शव बेडरूम में पंखे से लटका हुआ बरामद हुआ। इन दोनों ने जरूरत से ज्यादा नींद की गोलियां ले रखी थी। मृतकों के शव परीक्षण के लिए भगवती अस्पताल भेज दिए गए हैं।
निर्यात में एक सीमा शुल्क ब्रोकर क्या है?
जबकि आपके उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के पार बेचने की संभावना आकर्षक है, माल की सोर्सिंग और परिवहन, सीमा शुल्क निकासी और पार्सल का वितरण / वितरण एक बोझिल प्रक्रिया है। इसके ऊपर, आपके द्वारा भेजे जाने वाले प्रत्येक देश के पास अपने सीमा शुल्क नियमों का अपना सेट होता है, और उनके लूप में होना वैश्विक व्यवसायों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है, क्योंकि ये नियम हर दूसरे दिन बदलते रहते हैं।
यह वह जगह है जहाँ सीमा शुल्क ब्रोकरेज या एक सीमा शुल्क दलाल खेल में आता है।
एक सीमा शुल्क ब्रोकर कौन है?
सीमा शुल्क ब्रोकरेज, या अंतरराष्ट्रीय सीमा शुल्क में एक सीमा शुल्क दलाल, एक तृतीय पक्ष कंपनी है जो गंतव्य देश के सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा नियमों द्वारा आगे रखी गई सभी सीमा शुल्क आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए व्यवसायों के साथ समन्वय करती है।
एक सीमा शुल्क ब्रोकर के प्रमुख कार्य क्या हैं?
निषिद्ध/प्रतिबंधित वस्तुओं पर परामर्श व्यवसाय
व्यवसायों के लिए एक कम ज्ञात तथ्य - दक्षिण अफ्रीका या मैक्सिको में खेल के जूते आयात करना, या अल्जीरिया देश में किसी भी दंत उत्पाद का आयात करना मना है। इसी तरह, हर देश की अपनी विशिष्ट निषिद्ध वस्तुओं की सूची होती है जो समय-समय पर अपडेट होती रहती है।
सरकारी मंजूरी पारित करना
किसी देश में आयात किए जा रहे माल के प्रकार के आधार पर, चर्चा में देश से विशेष सरकारी मंजूरी की आवश्यकता होती है। एक सीमा शुल्क दलाल यहां सरकार की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है और माल को सुरक्षित रूप से निर्दिष्ट सीमाओं में स्थानांतरित करता है।
दंड से बचना
कस्टम ब्रोकर शिपमेंट सूचनाओं और अनुपालन स्थिति के इलेक्ट्रॉनिक डेटा को साझा करने का कार्यभार भी संभालते हैं शिपिंग जब भी पूछताछ की जाती है, विवरण, जो बदले में आपके अंतरराष्ट्रीय आदेशों में गैर-अनुपालन दंड से बचने में मदद करता है।
एक सीमा शुल्क ब्रोकर की अन्य सेवाएं
एक सीमा शुल्क दलाल निम्नलिखित आवश्यकताओं में एक वैश्विक व्यापार की भी मदद करता है:
- दूसरे देश से आयातित माल के शिपमेंट को साफ़ करना।
- शिपमेंट के लंबित कर्तव्यों और करों का संग्रह करना।
- सीमा शुल्क उद्देश्यों के लिए लेखांकन दस्तावेज तैयार करना।
- मुक्त व्यापार समझौते के विकल्पों पर विक्रेता से परामर्श करना।
सीमा शुल्क ब्रोकरेज में शामिल शुल्क क्या हैं?
एक कस्टम ब्रोकर आमतौर पर ब्रोकरेज शुल्क लेता है, जो आमतौर पर आयातित शिपमेंट के मूल्य का प्रतिशत होता है। सीमा शुल्क प्रविष्टि की जटिलता, आयातित माल के मूल्य और अनुपालन की सुगमता के आधार पर, आयातक और सीमा शुल्क दलाल दलाली के शुल्क पर परस्पर सहमत होते हैं।
कृपया ध्यान दें कि कंपनी और डिलीवरी के स्थान के आधार पर शुल्क भी भिन्न हो सकते हैं।
ब्रोकरेज शुल्क का भुगतान सीधे सीमा शुल्क दलाल को पहले ही कर दिया जाता है ताकि एजेंट दस्तावेज जमा करने और सीमा शुल्क शुल्क संसाधित करते समय होने वाली लागत को कवर कर सके। ब्रोकरेज को कई तरह से चार्ज किया जा सकता है -
- प्रति सेवा के लिए एक फ्लैट के रूप में
- सेवाओं के बंडल के लिए एक मूल्य के रूप में, या
- शिपमेंट मूल्य के प्रतिशत के रूप में।
निष्कर्ष: सीमा शुल्क ब्रोकर को काम पर रखना क्यों फायदेमंद है?
एक नए आयातक या निर्यातक के रूप में, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिपिंग की खामियों को हमेशा नहीं जाना जाता है। गलत या अधूरे दस्तावेज़ीकरण के झंझट से बचने के लिए देरी करें सीमा शुल्क की हरी झण्डी साथ ही एक विदेशी देश में शिपिंग करते समय सभी प्रतिबंधों या प्रतिबंधों के अद्यतन में होना, एक सीमा शुल्क दलाल आपके पास सबसे अच्छी सहायता है। जबकि भारत में सीमा शुल्क दलालों को किराए पर लेने की कोई कानूनी आवश्यकता नहीं है, आपके पास हमेशा देरी, गलत संचार और अधिक भुगतान शुल्क से बचकर माल भेजने में मदद करने के लिए एक हो सकता है।
भास्कर खास: बायो फ्यूल अथॉरिटी के निलंबित सीईओ सुरेन्द्र सिंह राठौड़ व दलाल को 40 दिन बाद हाईकोर्ट से मिल गई जमानत
हाईकोर्ट में सोमवार को रिश्वत आरोप में गिरफ्तार बायाेफ्यूल अथॉरिटी के निलंबित सीईओ सुरेन्द्र सिंह राठौड़ की जमानत ईंधन दलाल क्या है अर्जी पर बहस के दौरान एएजी डॉ. विभूतिभूषण शर्मा के हाईकोर्ट जजों पर की टिप्पणी से सुनवाई कर रहे जस्टिस एनएस ढड्ढ़ा नाराज हो गए। उन्होंने एएजी को कहा कि उन्हें हाईकोर्ट जजों पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। हालांकि सुरेन्द्र सिंह राठौड़ व दलाल संविदाकर्मी देवेश शर्मा को जमानत दे दी गई है।
आरोपी पक्ष की दलील; एसीबी ने सुरेंद्र के माइनिंग कारोबारी बेटे के घर से जब्त किए ~3.66 करोड़, जो सरकारी रकम
सुरेन्द्र सिंह की जमानत अर्जी के दौरान एएजी ने कहा कि सुरेन्द्र सिंह के घर से 3.66 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं, वह इतने रुपए कहां से लाया? वह 70 करोड़ रुपए का आदमी है और इतने रुपए तो हाईकोर्ट जज के पास भी नहीं होते। एएजी की इस टिप्पणी से जस्टिस ढड्ढा नाराज हो गए और उन्होंने एएजी को कहा कि आप ये कैसी बहस कर रहे हो, आपको एएजी किसने बना दिया, आप हाईकोर्ट जजों को तोलोगे क्या? आप कोर्ट में फालतू की बातें नहीं करें। इस दौरान दूसरे एएजी राजेन्द्र यादव ने अदालत से कहा कि एएजी डॉ. विभूतिभूषण शर्मा से गलती हो गई।
अदालत ने कहा कि उन्हें कोर्ट में बकवास बातें नहीं करनी चाहिए। सुनवाई के दौरान राठौड़ के अधिवक्ता दीपक चौहान ने कहा कि ट्रेप की राशि आरोपी सुरेन्द्र सिंह से बरामद नहीं हुई है। उन्हें जेल में 40 दिन हो गए हैं और मामले में चालान पेश नहीं हो पाया है। एसीबी ने जिस 3.66 करोड़ रुपए की राशि का हवाला दिया है वह राशि एफआईआर से पहले ही एसीबी ने सुरेन्द्र सिंह के बेटे दीपेन्द्र सिंह के घर से जब्त की गई थी।
यह राशि सुरेन्द्र सिंह के बेटे की कंपनी गैलेक्सी माइनिंग की थी, जो सरकारी टोल नाकों से इकट्ठा की गई थी। यह वास्तविक तौर पर सरकारी रुपए थे, जो जमा होने थे। यही कारण है कि एसीबी ने सुरेन्द्र सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर में जो आरोप लगाए हैं, उनमें 3.66 करोड़ रुपए का हवाला नहीं दिया है। यह राशि सुरेन्द्र सिंह की होती तो एसीबी उसकी एफआईआर में हवाला देती।
इसलिए आरोपी को जमानत दी जाए। इसके विरोध में एएजी डॉ. विभूतिभूषण शर्मा ने कहा कि आरोपी राठौड़ व दलाल देवेश शर्मा रिश्वत मामले में आरोपी हैं और देवेश ने ही राठौड़ के लिए पांच लाख रुपए की रिश्वत ली थी। मामले में अभी अनुसंधान चल रहा है इसलिए आरोपियों को जमानत नहीं दी जाए।
अदालत ने दोनों पक्षों की बहस सुनकर आरोपी सुरेन्द्र सिंह राठौड़ व दलाल देवेश शर्मा को जमानत दे दी। गौरतलब है कि एसीबी की टीम ने 7 अप्रैल को राठौड़ व संविदाकर्मी दलाल को परिवादी का लाइसेंस रिन्यू करने की एवज में उससे दलाल के जरिए पांच लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। राठौड़ ने परिवादी से लाइसेंस रिन्यू करने व बिना रुकावट व्यापार करने की एवज में बीस लाख रुपए रिश्वत मांगी थी।
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