उधर, वित्त मंत्रालय ने भी स्पष्ट किया है कि सार्वजनिक क्षेत्र के किसी भी बैंक ने सेवा शुल्क में बढ़ोतरी नहीं की है. मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के किसी भी बैंक ने सेवा शुल्क नहीं बढ़ाया है. यहां तक कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक बैंक खाते में प्रत्येक महीने में नि:शुल्क नकद जमा लेनदेन से संबंधित बदलावों को भी वापस लेने का फैसला किया है.

Diwali 2022: दिवाली के मौके पर मां लक्ष्मी की पूजा करते समय सामग्री में इन चीज़ों को जरूर करें शामिल- ये है लिस्ट

Diwali 2022: मां लक्ष्मी की पूजा करते समय ​पूजन सामग्री में कुछ विशेष चीजों को होना बेहद जरूरी है. ऐसे में आज ही पूजा के लिए पूजन सामग्री नोट कर लें.Quotex में पैसे कैसे जमा करें

Diwali 2022: हिंदू धर्म में दिवाली का पावन त्योहार काफी धूम-धाम से मनाया जाता है. इस दिन सब भगवान गणेश और लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं साथ ही घरों में दीव जलाते हैं और रंगोली बनाकर मां लक्ष्मी का स्वागत करते हैं. कहते हैं कि मां लक्ष्मी जिस जातक पर प्रसन्न हो जाएं उसको कभी किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है. यह त्योहार हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन मनाया जाता है. इस साल पूरा देश छोटी दिवाली 23 अक्टूबर को और बड़ी दिवाली 24 अक्टूबर 2022, सोमवार के दिन मना रहा है. (Diwali 2022 Pujan Vidhi) धन की देवी कही जाने वाली मां लक्ष्मी की पूजा करते समय ​पूजन सामग्री में कुछ विशेष चीजों को होना बेहद जरूरी है. (Diwali Pujan Vidhi) ऐसे में पूजा से पहले ही पूजन सामग्री नोट कर लें.

दिवाली पर पूजन सामग्री की लिस्ट

दीपक: दिवाली के दिन सबसे महत्वपूर्ण दीपक Quotex में पैसे कैसे जमा करें होते हैं और इस दिन मिट्टी के दीपक खरीदना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि मिट्टी पंचतत्वों में से एक है और इसलिए दिवाली के दिन इनको अधिक महत्वपूर्ण माना गया है. दिवाली के दिन कम से कम एक चौमुखा दीपक जरूर लेकर आएं और उसे मां लक्ष्मी के समक्ष लगाएं.

कौड़ी: मां लक्ष्मी की पूजा में कौड़ी का भी विशेष महत्व है और ज्योतिष शास्त्र में कौड़ी को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है. इसलिए पूजा करते समय चांदी के सिक्के के सासथ ही कौड़ी भी अवश्य रखें. मान्यता है कि इससे घर में सुख-समृद्धि का Quotex में पैसे कैसे जमा करें वास होता है.

कलश: दिवाली के दिन कलश की पूजा करने का भी विधान है और शास्त्रों के अनुसार पूजा स्थल पर मंगल कलश रखकर उसकी पूजा अवश्य करनी चाहिए. इसके लिए आप कांसा, तांबा, चांदी या सोने के कलश का उपयोग कर सकते हैं. ध्यान रखें कलश पर नारियल अवश्य रखा जाता है.

Bank News: क्या बैंकों से पैसे निकालने और जमा करने पर अब भी देना होगा चार्ज? जानें क्या है इस खबर की सच्चाई.

Published: November 7, 2020 12:55 PM IST

Bank News: क्या बैंकों से पैसे निकालने और जमा करने पर अब भी देना होगा चार्ज? जानें क्या है इस खबर की सच्चाई.

Bank News Today: सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे खबर में दावा किया जा रहा था कि अब बैंकों में पैसा जमाा करने और निकालने पर भी पैसा देना होगा. खबर में बताया गया था कि बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) समेत कई बैंकों ने किसी भी ट्रांजैक्शन से जुड़े नियमों में बदलाव किया है. इसके अलावा जनधन खातों पर भी यह नियम लागू होगा. हालांकि जब खबर की पड़ताल की गई तो ये तथ्य गलत निकले. बता दें कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने कुछ नियमों में बदलाव का फैसला किया था, हालांकि कोरोना संकट की वजह से अब वह अपने फैसले से पीछे हट चुका है.

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सरकार की तरफ से संचालित पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने ट्वीट किया, एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि कुछ बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के लिए अपने चार्ज बढ़ाने का निर्णय किया है. यह दावा गलत है. उक्त बैंकों ने बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के चार्ज बढ़ाने का कोई निर्णय नहीं लिया है.

सरकार की तरफ से संचालित पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने ट्वीट कर बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने सूचित किया है कि बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के चार्ज बढ़ाये नहीं गए हैं.

इसके अलावा PIB Fact Check की तरफ से एक अन्य ट्वीट में यह भी कहा गया कि जनधन खाते लो लेकर किया जा रहा दावा भी गलत है. ट्वीट में कहा गया, यह दावा गलत है. जनधन खातों की मुफ्त बैंकिंग सेवाओं के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता है. इस सन्दर्भ में RBI के दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाता है.

जब दिवाली की सुबह-सुबह सूप-दौरा पीटती हुई निकलती थीं दादी, नानी, क्या होती है ये 'दरिद्र भगाने' की प्रथा?

यूपी-बिहार में यह चलन आज भी है. दिवाली की सुबह यहां महिलाएं भोर-भोर में सूप-दौरा या बेना (लकड़ा का पंखा) लेकर लोहे की किसी चीज से पीटती हैं और इसे लेकर पूरे घर में पीटती हुई जाती हैं. इसे दलिद्दर खेदना या दरिद्र भगाना कहते हैं.

बचपन में दिवाली की सुबह-सुबह आंखें खुलती थीं दादी के सूप पीटने की आवाज से. हमारी दादी दिवाली के भोर में ही एक पुराना सूप और लोहे का हंसुआ या ऐसी ही कोई चीज लेकर पूरे घर में सूप पीटतीं थीं और साथ में बोलती थीं- "ईश्वर पइसे, दलिद्दर भागे" यानी कि 'ईश्वर आकर बैठें और दरिद्र भागे'. उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर के एक घर में मैंने दिवाली की सुबह यह प्रथा देखी है. यूपी-बिहार में यह चलन आज भी है. दिवाली की सुबह यहां महिलाएं भोर-भोर में सूप-दौरा या बेना (लकड़ा का पंखा) लेकर लोहे की किसी चीज से पीटती हैं और इसे लेकर पूरे घर में पीटती हुई जाती हैं. स्थानीय भाषा में इसे दलिद्दर खेदना यानी कि दरिद्र भगाना कहते हैं.

क्यों मनाई जाती है ये रस्म

दिवाली मां लक्ष्मी का त्योहार है. इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा होती है. ऐसे में इस त्योहार के लिए लोग अपने घरों की सफाई करते हैं, रंग-रोगन करते हैं और सजावट करते हैं, ताकि मां लक्ष्मी हमारे घर में वास करें. ऐसे में जहां लक्ष्मी का वास होगा, वहां, से पहले दरिद्रता यानी गरीबी को भगाया जाना जरूरी है, ऐसा माना जाता है. कई जगहों पर दरिद्रता भगाने की ये रस्म दिवाली के एक दिन बाद होती है.

अगर आपके घर भी यह प्रथा होती Quotex में पैसे कैसे जमा करें है, तो आप अपने दादी, नानी से पूछ सकते हैं कि वो इसे कैसे मनाती हैं. मेरी दादी बताती हैं कि मोहल्ले की औरतें पहले अपने-अपने घर के कोनों-कोनों में जाकर सूप पीटती हैं और दरिद्र को भगाने और ईश्वर के आने का आह्वान करती हैं. उनके साथ एक जलता हुआ दीपक भी होता है. फिर इस सूप, लोहे के हंसुआ या ऐसी ही कोई चीज और वो दीपक लेकर घर से दूर किसी जगह पर जाती हैं. वहां सूप पर दीपक रखती हैं और हाथ जोड़कर प्रणाम करती हैं. लोहे की जो चीज साथ में होती है, उसे उस दीपक की आंच में सेंक लेती हैं.

Chanakya Niti: आजीवन सुख पाने के लिए पति-पत्नी कर लें बस ये 2 काम, फिर देखें कमाल!

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Chanakya Niti for Life Lesson: आचार्य चाणक्य नीतियों को आपने सोशल मीडिया पर खूब देखा और सुना होगा. ऐसा भी बताया जाता है कि चाणक्य नीतियों को ही अपनाकर चंद्रगुप्त मौर्य सम्राट बन गए थे और उनकी नीतियों को अपनाकर आप भी अपने जीवन में सफलता को पा सकते हैं. आचार्य चाणक्य की कई शिक्षाएं और नीतियां आज भी प्रासंगिक है. उनकी शिक्षाएं सफलता पाने पाने और अच्छा इंसान बनने में काफी मदद कर सकता है. पति-पत्नी का रिश्ता काफी नाजुक होता है. अगर आप इसको हमेशा मजबूत बनाना चाहते हैं, इसके लिए चाण्क्य के मूल मंत्र हैं जिससे आपके जीवन में खुशियां बनी रहेंगी.

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Exit Poll 2022: गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव के सभी एग्जिट पोल यहां देखें

Exit Poll 2022, गुजरात एग्जिट पोलहिमाचल एग्जिट पोल

गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Election 2022) के लिए मतदान पूर्ण हो चुका है. गुजरात में 5 दिसंबर को दूसरे चरण का मतदान खत्म होने के साथ ही एग्जिट पोल (Exit Poll 2022) भी सामने आ गए हैं. एग्जिट पोल के मुताबिक, गुजरात में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलते दिख रहा है. हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल में भी अधिकांश सर्वे ने बीजेपी को बढ़त मिलते हुए दिखाया है. वहीं, दो सर्वे ऐसे भी रहे जिन्होंने बीजेपी-कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद जताई है.

दोनों राज्यों में वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुनाव 12 नवंबर को हुए थे, जबकि गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान हुआ है.

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