• इस स्कीम के तहत बीमा लेने वाले की एक्‍सीडेंट में मौत होने या पूरी तरह से अपंग होने पर 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मिलता है। स्‍थायी रूप से आंशिक अपंग होने पर 1 लाख रुपये का कवर मिलता है। इस स्कीम का सालाना प्रीमियम महज 12 रुपये है। क्लेम की राशि का भुगतान घायल या डिसेबल होने की स्थिति में बीमित व्यक्ति के खाते में होगा। दुर्घटना में मृत्यु होने पर नॉमिनी के खाते में भुगतान किया जाएगा।
  • सड़क, रेल या ऐसे ही किसी अन्य एक्सीडेंट, पानी मे डूबने, अपराध में शामिल होने से मौत के मामले में पुलिस रिपोर्ट करना जरूरी होगा। सांप के काटने, पेड़े से गिरने जैसे हादसों में क्लेम हॉस्पिटल के रिकॉर्ड के आधार पर मिल जाएगा।

प्रेफरेंस शेयर क्या है इसके प्रकार (इक्विटी शेयर और प्रेफरेंस शेयर में अंतर)

Preference Share In Hindi: शेयर मार्केट से जुड़े कुछ ऐसे छोटे – छोटे टर्म होते हैं जो आपके निवेश की समझ को बेहतर बनाते हैं, उन्हीं में से एक टर्म है Preference Share. यह एक ऐसा टर्म है जिसके बारे में नए निवेशक बहुत कम ही जानते हैं लेकिन अगर आप वास्तव में शेयर मार्केट से पैसे कमाना चाहते हैं तो आपको Preference Share क्या है के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए.

कोई भी कंपनी जब शेयर जारी करती है तो वह मुख्य रूप से दो प्रकार के शेयर जारी करती है, एक Equity और दूसरा Preference शेयर. प्रेफरेंस शेयर स्टॉक मार्केट में ट्रेड नहीं किये जाते हैं, इन शेयर को केवल कम्पनी के चुनिंदा निवेशकों और प्रोमोटरों को दिए जाते हैं.

जब कम्पनी को कम समय में अधिक पैसे की आवश्यकता होती है तो वह प्रेफरेंस शेयर जारी करती है. प्रेफरेंस शेयर के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको इस लेख को अंत तक पढना होगा.

इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Preference Share क्या है, प्रेफरेंस शेयर कितने प्रकार के होते हैं, प्रेफरेंस शेयर के फायदे नुकसान क्या हैं तथा प्रेफरेंस शेयर और इक्विटी शेयर में क्या अंतर है.

प्रेफरेंस शेयर क्या है इसके प्रकार (इक्विटी शेयर और प्रेफरेंस शेयर में अंतर) Preference Share in Hindi

तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं हम आज के इस लेख – प्रेफेरेंस शेयर क्या है इन हिंदी.

बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बीच शेयर मार्केट में इन 10 बातों का रखें ध्यान, नुकसान से बचेंगे और फायदे में रहेंगे

 शेयर बाजार लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की बेहतर जगहों में से एक है न कि जुआ घर. मजबूत कंपनी में निवेश करिए और लंबे समय या मध्यम अवधि के लिए अच्छा रिटर्न पाइए.

शेयर बाजार लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की बेहतर जगहों में से एक है न कि जुआ घर. मजबूत कंपनी में निवेश करिए और लंबे समय या मध्यम अवधि के लिए अच्छा रिटर्न पाइए.

शेयर बाजार में आए नए या युवा निवेशक अक्सर कुछ सामान्य गलतियां करते हैं. इस वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है. कि . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : February 28, 2022, 08:05 IST

Investment Tips: रूस-यूक्रेन संकट के शेयर बाजार में पैसे डूबने के 6 सामान्य कारण बीच दुनिया भर के शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव चल रहा है. भारतीय शेयर बाजार में उथल-पुथल जारी है. इन सबके बीच निवेशक सोच रहे हैं कि कहां और कैसे निवेश करें. किन गलतियों से बचें और क्या करें ? खासतौर से कोरोना के बाद कोरोड़ों की संख्या में नए डिमैट अकाउंट खुले हैं. इन नए निवेशकों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

शेयर बाजार में आए नए या युवा निवेशक अक्सर कुछ सामान्य गलतियां करते हैं. इस वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है. किसी निवेशक को कुछ बुनियादी बातों को जरूर सीखना चाहिए और सामान्य सी गलतियां करने से बचना चाहिए.

आईए जानते हैं ऐसी ही दस प्रमुख बातें …

1- पहले कंपनी को समझें
यह निवेश का पहला और बेसिक नियम है, जिसे हर एक निवेशक को फॉलो करना चाहिए. वैसे हर आदमी से यह उम्मीद करना मुश्किल है कि वह हर एक कंपनी की समझ रखे. इसके बावजूद हमें प्रयास करना चाहिए कि कम से कम कंपनी के बिजनेस की बेसिक समझ रखें, जैसे कंपनी क्या करती है और अपनी प्रतिद्वन्दी कंपनियों के सामने कैसे खड़ी है.

2- पोर्टफोलियों कैसा होना चाहिए
अक्सर हम देखते हैं कि निवेशक या तो अपने पोर्टपोलियो में विविधता नहीं रखते या फिर अत्यअधिक विविधता कर लेते हैं. जबकि इन दोनों के बीच संतुलन रखना सबसे महत्वपूर्ण है. जैसे मान लीजिए आपके पास दस शेयर हैं और आपने किसी एक या दो सेक्टर के ही सारे शेयर ले रखें हैं. इससे बचना चाहिए. दस में से दो बैंकिंग सेक्टर, दो मेटल सेक्टर, दो फार्मा सेक्टर, दो टेक सेक्टर इस तरह से पोर्टफोलियों में विविधता रखनी चाहिए. ज्यादा संख्या में भी शेयर रखने से बचना चाहिए. इसलिए जोखिम से बचने के लिए एक संतुलित वाली पोर्टफोलियों रखें.

3- दूसरे के पोर्टफोलियो का अनुकरण
सफल निवेशकों के पोर्टफोलियो को देखना गलत नहीं है और शुरुआत में उसके निवेश निर्णय से आप भी सीख सकते हैं. इसके साथ ही निवेश की अपनी समझ विकसित करें. लंबे समय में दूसरे को ब्लाइंडली फॉलो करना खतरनाक होता है क्योंकि हर निवेशक के पास विभिन्न फैक्टर शेयर बाजार में पैसे डूबने के 6 सामान्य कारण होते और अपने प्लान होते हैं. इस चीज को आप ऐसे समझ सकते हैं कि हम सभी जानते हैं कि कार कैसे चलाते हैं लेकिन जब आप सड़क पर गाड़ी लेकर जाते हैं तो सामने वाली कार को देख कर चलाते हैं या अपने हिसाब से निर्णय लेते हैं. सामने वाली कार को फॉलो करना कितना खतरनाक हो सकता है यह आप समझ सकते हैं. यही स्थिति निवेश में भी होती है.

4- अपने निवेश के साथ भावनात्मक लगाव न रखें
सबसे खराब निवेश के निर्णय वो होते हैं जो आप भावनाओं के आधार पर लेते हैं या फिर आपके निर्णय लेने की प्रक्रिया को आपके इमोशन प्रभावित करते हैं. यह देखने की बजाय कि कंपनी का प्रदर्शन और उसका फंडामेंटल कैसा है.

5- अपनी निवेश के सिद्धांत पर अडिग रहें
जब हम किसी कंपनी को निवेश के लायक समझते हैं तब हम उससे संबंधित कुछ प्रमुख निर्धारक बिंदु देखते हैं. कंपनी कितना विकास करेगी और भविष्य में कंपनी की रणनीति क्या होगी, ऐसी बहुत सारी चीजें हम समझते हैं. यह कंपनी का एक्सपेंसन प्रोजेक्ट, रेवेन्यू ग्रोथ, मार्केट शेयर गेन, प्रोडक्ट की आगे वैल्यू एडिशन जैसे महत्वपूर्ण बिंदु होते हैं. यदि इनमें से किसी भी चीज को आप निवेश शेयर बाजार में पैसे डूबने के 6 सामान्य कारण के बाद गड़बड़ होते हुए पाते हैं तो तुरंत समीक्षा करिए.

6. घाटे से डरिए मत, सीखिए
हां, यह हर निवेशक के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है इसे सीखना और इससे बचना. सभी लोग कभी न कभी, किसी न किसी स्टॉक में गलत निर्णय ले लेते हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है. यह हमारे सीखने की प्रक्रिया का भी हिस्सा है. अगर कभी आप गलत शेयर ले लिए हैं और घाटा हो रहा है तो घाटे से डरिए मत, उससे निकल लीजिए. ज्यादा देर मत करिए और किसी दूसरे स्टॉक में मौका देखिए. घाटे से डरिए मत, सीखिए.

7. पेनी स्टॉक से बचना चाहिए
अक्सर नए निवेशक जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में पेनी स्टॉक में पैसा लगा देते हैं. किसी दूसरे का सुन के कि इस 2 रुपए के स्टॉक ने 6 महीने में 500 फीसदी रिटर्न दिया, निवेश नहीं करना चाहिए. सैमको सिक्योरिटी के रिसर्च हेड उमेश मेहता कहते हैं पेनी स्टॉक जब चढ़ता है या उसमें अपर सर्किट लगने लगता है तो लोग पैसा लगाने के लिए जल्दीबाजी करने लगते है. लेकिन जब पेनी स्टॉक गिरता है या उसमें लोअर सर्किट लगता है तो निवेशक शेयर बेट भी नहीं पाते औऱ घाटा उठाना पड़ता है. इसलिए हमेशा फंडामेंटली मजबूत कंपनियों में निवेश करें.

8- जल्दी से जल्दी करोड़पति बनने की चाहत वाले शेयर बाजार से दूर रहें
अक्सर नए निवेशक शेयर बाजार में रातों रात करोड़पति बनना चाहते हैं. वो किसी और का सुन रख होते हैं या फिर बाजार को सट्टा का अड्डा समझते है. ऐसा सोचने वालों को बाजार से दूर रहना चाहिए. शेयर बाजार लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की बेहतर जगहों में से एक है न कि जुआ घर. मजबूत कंपनी में निवेश करिए और लंबे समय या मध्यम अवधि के लिए अच्छा रिटर्न पाइए.

9 – नए निवेशकों को इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचना चाहिए
वर्तमान में बाजार में बहुत ही ज्यादा उतार-चढ़ाव है. सामान्य परिस्थिति में भी नए निवेशक को इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचना चाहिए. यहीं जल्दी पैसा डूबता है. क्योंकि आपको बाजार का लंबा अनुभव औऱ ज्ञान नहीं है. बारिकियां नहीं पता है. लिहाजा घाटा होने की आशंका बहुत ज्यादा होती है. इसलिए बेहतर कंपनी में निवेश करें न कि इंट्रा डे ट्रेडिंग करें.

10- जितना पैसा लगाइए उतना ही ज्यादा पढ़िए
शेयर बाजार में आप जितना ज्यादा पैसा लगा रहे हैं उतना ही ज्यादा पढ़िए. मार्केट, कंपनी, रिजल्ट, विशेषज्ञों की सलाह, ग्लोबल मार्केट का रूख इन सारी चीजों के बारे में जितना जानेंगे, आपके लिए बेहतर होगा.

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अक्षय कुमार की सूर्यवंशी ने बदले मल्टीप्लेक्स इंडस्ट्री के दिन! अब आपको भी मिलेगा पैसा कमाने का मौका

Multiplex Industry-सिनेमा के शौकीनों वाले इस देश में 2020-21 में पहली बार ये दोनों कंपनियां घाटे में आई थीं. लेकिन अब ये कंपनियां फायदे की ओर बढ़ रही हैं. चलिए इस पूरे मामले को समझते हैं 9 पॉइंट्स में-

अक्षय कुमार की सूर्यवंशी ने बदले मल्टीप्लेक्स इंडस्ट्री के दिन! अब आपको भी मिलेगा पैसा कमाने का मौका

मल्टीप्लैक्स इंडस्ट्री, आसान शब्दों में कहें तो सिनेमाघरों (Cinema Hall) की चेन चलाने वाली कंपनियां. जैसे पीवीआर (PVR) और आईनॉक्स (Inox). कोरोना से पहले तक ये मल्टीप्लैक्स (Multiplex Industry), सिनेमाप्रेमियों की भीड़ से गुलजार रहते थे. जितनी भीड़, उतना मुनाफा. लेकिन बीती 7 तिमाही से पीवीआर (PVR Share Price) और आईनॉक्स (Inox Share Price) के शेयर (Stocks) घाटे में थे. सिनेमा के शौकीनों वाले इस देश में 2020-21 में पहली बार ये दोनों कंपनियां घाटे में आई थीं. लेकिन अब ये कंपनियां फायदे की ओर बढ़ रही हैं. चलिए इस पूरे मामले को समझते हैं 9 पॉइंट्स में-

1. वित्तीय वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में पीवीआर का घाटा 74 करोड़ और आईनॉक्स का घाटा 82 करोड़ था. वहीं वित्तीय वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में पीवीआर का घाटा 289 करोड़ और आईनॉक्स का घाटा 94 करोड़ तक पहुंच गया. वित्तीय वर्ष 2020 की चौथी तिमाही से लेकर वित्तीय वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही तक पीवीआर का कुल घाटा 1194 करोड़ और आईनॉक्स का कुल घाटा 632 करोड़ तक पहुंच चुका था.

2. कोरोना के कारण सिनेमाघर बंद थे. भुज और बिगबुल जैसी बड़े स्टारकास्ट वाली फिल्में भी ओटीटी पर रिलीज की जा रही थीं. इस सबके बीच ऐसी चर्चाएं, ऐसी बहस तक भी होने लगी थीं कि अब ओटीटी ही भविष्य है और आने वाले वक्त में फिल्में सिनेमा की जगह ओटीटी पर ही रिलीज होंगी. मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की बिग बजट फिल्म ब्लैक विडो जब डिज़्नी हॉटस्टार पर रिलीज हुई तब इस बहस ने और जोर पकड़ लिया.

3. शेयर बाजार के जानकारों को ये उम्मीद थी कि आज नहीं तो कल एक बार फिर से मल्टीप्लैक्स खुलेंगे और एक बार फिर पीवीआर, आईनॉक्स के शेयरों में तेजी आएगी. पिछले एक साल का ग्राफ देखें तो भी ये साफ हो जाता है कि बेशक दोनों के शेयर गिरे लेकिन उसके बाद भी लोग इन दोनों में पैसा लगाते रहे.

4. बाजार के जानकारों का मानना था कि सिनेमाघर में जाना और बड़े पर्दे पर सिनेमा का आनंद लेना एक अलग ही अनुभव है. ओटीटी बेशक व्यक्तिगत अनुभव देता हो लेकिन बड़े पर्दे का अनुभव देने में नाकाम है. अधिकतर जानकारों का मानना था कि जैसे ही सिनेमाघर खुलेंगे वैसे ही भीड़ सिनेमा देखने आएगी. और हुआ भी यही.

शेयरों का प्रदर्शन

शेयर बाजार में पैसे डूबने के 6 सामान्य कारण
शेयर 1 हफ्ता 1 महीना 6 महीने 1 साल
PVR 4% 6% 56% 46%
Inox 5% 8% 63% 67%

5. पीवीआर सिनेमा के चेयरमैन अजय बिजली ने भी बार-बार मीडिया में यही कहा था कि जैसे ही हालात सामान्य होंगे. लोग बड़े पर्दे पर फिल्में देखने के लिए वापस मल्टीप्लैक्स का रुख करेंगे.

6. सूर्यवंशी करीब एक साल से बन कर तैयार थी. लेकिन कोरोना के कारण रिलीज नहीं हो सकी. फिल्म के निर्देशक रोहित शेट्टी ने भी मन बना लिया था कि अगर वो फिल्म को रिलीज करेंगे तो केवल बड़े पर्दे पर. आखिर कोरोना प्रोटोकॉल के बीच सरकारों ने सिनेमाघर खोलने का शेयर बाजार में पैसे डूबने के 6 सामान्य कारण फैसला किया और सूर्यवंशी उम्मीद के मुताबिक कमाई करने में कामयाब रही है.

अभी तो पिक्चर शुरू हुई है !

8. अक्षय कुमार, अजय देवगन औऱ रणवीर सिंह की मल्टीस्टारर फिल्म सूर्यवंशी ने बॉक्सऑफिस पर तगड़ी ओपनिंग की है. पहले ही वीकेंड पर फिल्म ने 80 करोड़ का कलेक्शन किया. पंजाबी और दक्षिण भारत की फिल्मों का कारोबार तो प्री कोविड स्टेज के भी पार जा चुका है वहीं बॉलीवुड भी जोर पकड़ता दिख रहा है.

8. सूर्यवंशी के अलावा मार्वल की इटर्नल्स रिलीज हुई है जो काफी कमाई करती दिख रही है. यही नहीं आने वाले 6 महीनों में कई बड़ी फिल्में रिलीज होने वाली हैं जिनसे मल्टीप्लैक्स इंडस्ट्री का काफी उम्मीदें हैं. चाहे वो ‘बंटी और बबली’ का दूसरा पार्ट हो या फिर क्रिकेट पर बनी फिल्म ’83’. माना जा रहा है कि ये फिल्में अच्छा प्रदर्शन करेंगी.

9. कुछ जानकारों का मानना है कि कोरोना ने तो मल्टीप्लैक्स इंडस्ट्री को लंबा फायदा दिया है. सिंगल स्क्रीन थियेटर अब करीब-करीब बंद हो चुके हैं और ऐसे में मल्टीप्लैक्स इंडस्ट्री को इसका फायदा मिल सकता है.

हर तरह की मृत्यु को कवर करती है PMJJBY, जानें कैसे करें क्लेम

कोरोना काल में गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) बेहद फाएदेमंद है। PMJJBY प्राकृति आपदाओं जैसे भूकंप.

हर तरह की मृत्यु को कवर करती है PMJJBY, जानें कैसे करें क्लेम

कोरोना काल में गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) बेहद फाएदेमंद है। PMJJBY प्राकृति आपदाओं जैसे भूकंप, बाढ़ या अन्य प्राकृति उथल-पुथल से होने शेयर बाजार में पैसे डूबने के 6 सामान्य कारण वाली मृत्यु को कवर करती है। यहां तक कि आत्महत्या और हत्या जैसे किसी भी मृत्यु में इसके तहत क्लेम मिलता है। आइए जानें इस योजना के तहत कहां और कैसे क्लेम कर सकते हैं।

ऐसे करें क्लेम

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) दोनों स्कीम में कुल मिलाकर 4 लाख रुपये तक का बीमा है। अगर कोई इन दोनों स्कीम्स का फायदा लेना चाहता है प्रीमियम कुल मिलाकर महज 342 रुपये सालाना पड़ेगा। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए बैंक अकाउंट होना जरूरी है। बैंक अकाउंट बंद हो जाने या प्रीमियम कटने के टाइम पर खाते में पर्याप्त बैलेंस न होने से बीमा रद्द हो सकता । क्लेम प्राप्ति के लिए बीमित व्यक्ति के मृत्यु प्रमाण पत्र और एक क्लेम फॉर्म को जमा करना होगा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद क्लेम की राशि नॉमिनी के शेयर बाजार में पैसे डूबने के 6 सामान्य कारण बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाएगी।

55 साल तक की उम्र तक लाइफ कवर

यह स्कीम 55 साल तक की उम्र तक लाइफ कवर देती है। किसी भी वजह से बीमित व्यक्ति की मौत होने पर उसके नॉमिनी को 2 लाख रुपये मिलते हैं। 18 से 50 साल तक की उम्र का कोई भी नागरिक इस योजना का लाभ ले सकता है। PMJJBY का वार्षि‍क प्रीमि‍यम केवल 330 रुपये है।

नियम व शर्तें

  • PMJJBY स्कीम की पेशकश/एडमिनिस्ट्रेशन LIC व अन्य निजी जीवन बीमा कंपनियों के जरिए है।
  • एक व्यक्ति PMJJBY के साथ एक बीमा कंपनी और एक बैंक खाते के साथ ही जुड़ सकता है।
  • स्कीम को बीच में छोड़ने वाले व्यक्ति सालाना प्रीमियम का भुगतान कर और अच्छे स्वास्थ्य की स्वघोषणा यानी सेल्फ डिक्लेरेशन जमा कर फिर से इससे जुड़ सकते हैं।
  • PMJJBY का क्लेम हासिल करने के लिए बीमा लेने वाले के नॉमिनी/उत्तराधिकारी को उस बैंक ब्रांच में संपर्क करना होगा, जहां बीमित व्यक्ति का खाता है।
  • बीमित व्यक्ति की पॉलिसी लेने के 45 दिन के अंदर एक्सीडेंट के शेयर बाजार में पैसे डूबने के 6 सामान्य कारण अलावा किसी अन्य वजह से मौत होने पर बीमा का लाभ नहीं मिलेगा। एक्सीडेंट की वजह से हुई मौत इस पॉलिसी में पहले दिन से कवर होती है।
  • अगर ज्वॉइंट बैंक अकाउंट होल्डर्स स्कीम का फायदा लेना चाहते हैं तो अकाउंट के सभी होल्डर्स को अलग-अलग सालाना प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
  • बीमित व्यक्ति के 55 साल का होने के बाद बीमा अपने आप खत्म हो जाएगा। यह एक शुद्ध टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी है, लिहाजा यह केवल मृत्यु ही कवर करती है । इसमें कोई मैच्योरिटी बेनिफिट, सरेंडर वैल्यू इत्यादि भी नहीं है। इसीलिए इसका प्रीमियम अन्य जीवन बीमा पॉलिसी की तुलना में कम है।

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना ( PMSBY)

  • इस स्कीम के तहत बीमा लेने वाले की एक्‍सीडेंट में मौत होने या पूरी तरह से अपंग होने पर 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मिलता है। स्‍थायी रूप से आंशिक अपंग होने पर 1 लाख रुपये का कवर मिलता है। इस स्कीम का सालाना प्रीमियम महज 12 रुपये है। क्लेम की राशि का भुगतान घायल या डिसेबल होने की स्थिति में बीमित व्यक्ति के खाते में होगा। दुर्घटना में मृत्यु होने पर नॉमिनी के खाते में भुगतान किया जाएगा।
  • सड़क, रेल या ऐसे ही किसी अन्य एक्सीडेंट, पानी मे डूबने, अपराध में शामिल होने से मौत के मामले में पुलिस रिपोर्ट करना जरूरी होगा। सांप के काटने, पेड़े से गिरने जैसे हादसों में क्लेम हॉस्पिटल के रिकॉर्ड के आधार पर मिल जाएगा।

ऐसे करा सकते हैं रजिस्‍ट्रेशन

PMJJBY और PMSBY में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कि‍सी भी बैंक में आवेदन किया जा सकता है। चाहें तो बैंक मि‍त्र या बीमा एजेंट की भी मदद ले सकते हैं। PMJJBY के लिए जीवन बीमा कंपनियों में भी संपर्क किया जा सकता है। सरकारी बीमा कंपनियां और कई प्राइवेट बीमा कंपनियां बैंकों के साथ मिलकर इन स्‍कीम्‍स की पेशकश कर रही हैं।

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