एमएस एक्सेल में चार्ट कैसे बनाएं
एक्सेल वर्कबुक की व्याख्या करना अक्सर मुश्किल हो सकता है जिसमें बहुत अधिक डेटा होता है। चार्ट आपको ग्राफिकल रूप से अपने वर्कबुक डेटा को चित्रित करने की अनुमति देता है, जिससे तुलना और रुझानों को देखना आसान हो जाता है।
Understanding Charts
एक्सेल में कई अलग-अलग प्रकार के चार्ट होते हैं, जिससे आप अपने डेटा को सर्वोत्तम तरीके से चुनने की अनुमति देते हैं। चार्ट का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए, आपको यह समझने की आवश्यकता होगी कि विभिन्न चार्ट का उपयोग कैसे किया जाता है।
एक्सेल के पास विभिन्न प्रकार के चार्ट हैं, जिनमें से प्रत्येक के अपने फायदे हैं। चार्ट प्रकारों के अलावा, आपको एक चार्ट को पढ़ने के तरीके को समझने की आवश्यकता होगी। चार्ट में कई अलग-अलग तत्व या भागों होते हैं, जो डेटा की व्याख्या करने में आपकी सहायता कर सकते हैं।
चार्ट कैसे डालें (How to Insert a Chart)
- Column titles और row labels सहित, उन Cells का चयन करें जिन्हें आप चार्ट में डालना चाहते हैं। ये Cell चार्ट के लिए स्रोत डेटा (source data) होंगे। हमारे उदाहरण में, हम Cell A1: F6 का चयन करेंगे।
- Insert tab टैब से, इच्छित चार्ट कमांड पर क्लिक करें। हमारे उदाहरण में, हम कॉलम का चयन करेंगे।
- ड्रॉप-डाउन मेनू से इच्छित चार्ट प्रकार चुनें।
- चयनित चार्ट वर्कशीट में डाला जाएगा।
यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि किस प्रकार का चार्ट उपयोग करना है, तो Recommended Charts कमांड स्रोत डेटा के आधार पर कई अलग-अलग चार्ट सुझाएगा।
चार्ट लेआउट और शैली (Chart layout and style)
चार्ट डालने के बाद, ऐसी कई चीजें हैं जिन्हें आप अपना डेटा प्रदर्शित करने के तरीके के बारे में बदलना चाहते हैं। Design Tab से चार्ट के लेआउट और स्टाइल को संपादित करना आसान है।
- एक्सेल आपके चार्ट को पढ़ने में आसान चार्ट के प्रकार बनाने के लिए chart titles, legends, और data labels जैसे चार्ट तत्व जोड़ने की अनुमति देता है।
- चार्ट तत्व जोड़ने के लिए, Design Tab पर Add Chart Element कमांड पर क्लिक करें| फिर ड्रॉप-डाउन मेनू से वांछित तत्व चुनें।
- चार्ट तत्व को संपादित (editing) करने के लिए प्लेसहोल्डर को डबल-क्लिक करें और टाइपिंग शुरू करें।
- यदि आप अलग-अलग चार्ट तत्वों को जोड़ना नहीं चाहते हैं, तो आप एक्सेल के पूर्वनिर्धारित लेआउट में से एक का उपयोग कर सकते हैं। बस Quick Layout कमांड पर क्लिक करें, फिर ड्रॉप-डाउन मेनू से वांछित लेआउट चुनें।
- एक्सेल में कई अलग-अलग चार्ट स्टाइल्स भी शामिल हैं, जो आपको अपने चार्ट के स्वरूप और अनुभव को त्वरित रूप से संशोधित करने की अनुमति देती हैं। चार्ट स्टाइल बदलने के लिए, Chart styles group से वांछित स्टाइल का चयन करें।
आप चार्ट तत्वों को त्वरित रूप से जोड़ने, चार्ट स्टाइल बदलने और चार्ट डेटा फ़िल्टर करने के लिए चार्ट फॉर्मेट शॉर्टकट बटन का भी उपयोग कर सकते हैं।
एमएस एक्सेल में चार्ट कैसे बनाएं
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चार्ट पैटर्न कितने प्रकार के होते हैं ?
चार्ट पैटर्न तीन प्रकार के होते हैं :- चार्ट पैटर्न बहुत प्रकार के होते हैं जब हम किसी के जो मार्केट में जो सौदा हुआ रहता है वह जो आकृति दर्शाता है उसे उसका चार्ट पैटर्न कहते हैं! चार्ट पैटर्न ना बहुत प्रकार के हो सकते हैं ! आप किसी भी चार्ट को उससे उसकी आकृति के अनुसार उसे उसका नाम दे सकते हैं !
ऊपर के ऊपर जाने वाले चार्ट :- इस तरह के चार्ट के दिशा ऊपर के तरफ होती और यह चार्ट के दिशा ऊपर के तरफ होती है ! यह चार्ट में हमे लॉन्ग टाइम में हमे अच्छा रिटर्न है !
निचे के तरफ जाने वाले चार्ट :- यह चार्ट कि जो दिशा होती है वह निचे के तरफ होती है यह चार्ट में जो शेयर होता है वह नुकसान होता है इसमें हमे केवल नुकसान होता है , इस तरह के स्टॉक से हमे बच कर रहना होता है इसमें हमे निवेश नहीं करना है
एक जगह के आसपास रहने वाले चार्ट :- इसे तरह के चार्ट एक प्राइस के आस पास घुमाती रहती है यही स्टॉक एक सीमा के न तो आगे जाती है ना जाती तो निचे जाते इस तरह के स्टॉक में भी हमें निवेश नहीं करना चाहिए अगर कोई कंपनी बहुत अच्छा हो तब हमें एक बड़े ब्रेकआउट का इंतजार करना चाहिए और जब वह ब्रेकआउट आ जाता है यानी से अपनी रेंज से आगे बढ़ जाता है तब हमें उस शेयर में निवेश करना चाहिए!
शेयर बाजार में इस प्रकार चार्ट को देखें।
एक ट्रेडर या निवेशक जब चार्ट को देखता हैं, तब उन्हें नहीं समज आता की चार्ट में देखे क्या या फिर सुरुवात कहा से करे ?
चार्ट में कुछ ऐसी चीजे होती है जो की हर ट्रेडर के लिए देखनी जरुरी हैं, जिससे वह गलत शेयर न खरीद ले।
शेयर में निवेश करने से पहले चार्ट देखना बहुत आवश्यक हैं, ताकि हम सही शेयर को खरीद सके और अच्छा मुनाफा पा सके।
शेयर बाजार मे टेक्निकल चार्ट देखने का तरीका।
इस आर्टिक्ल में हम पढ़ेंगे की चार्ट को देखने के तरीके हिंदी में और स्टॉक मार्किट में टेक्निकल चार्ट को किस प्रकार देखे या पढ़े ताकि हम शेयर बाजार में निवेश कर सके।
Table of Contents
Trend
जब आप कोई शेयर का चार्ट देखते हैं, सबसे पहले आप को उस शेयर का ट्रेंड देखना हैं।
Trend याने के शेयर किस दिशा में जा रहा हैं।
३ तरह के ट्रेंड होते हैं।
१. Up Trend – याने शेयर ऊपर की और जा रहा हैं।
२. Downtrend – शेयर निचे की और जा रहा हैं।
३. Sideways – शेयर न ऊपर न निचे जा रहा हैं, सिर्फ एक सीमा में हैं।
आप जिस स्टॉक में निवेश या ट्रेडिंग करना चाहते हैं, उस स्टॉक का ऊपर दिए गए ट्रेंड में से कोनसा ट्रेंड हैं यह आपको देखना हैं।
अगर स्टॉक में आप को अपट्रेंड दिखाई दे रहा हैं तो आप को स्टॉक खरीदना हैं।
अगर स्टॉक डाउन ट्रेंड में हैं तो आप को शेयर सेल्ल करना हैं।
और अगर स्टॉक sideways हैं तो आप को इंतज़ार करना हैं की स्टॉक अपट्रेंड में जायेगा की डाउन ट्रेंड में।
Strength
जब हम ट्रेंड जान लेते हैं तब हमें उस ट्रेंड की ताकत कितनी हैं वह जानना जरुरी हैं।
जैसे की अगर स्टॉक निचे जा रहा हैं तो बोहोत ज्यादा निचे जा रहा हैं या सिर्फ थोड़ा, ताकि हम उस शेयर में ज्यादा मुनाफा कम समय में पा सके।
स्टॉक की स्ट्रेंथ हमें पता चलती हैं चार्ट पर होने वाली मूवमेंट से।
Momentum
जैसे की आप ने पढ़ा होगा की हमें उन स्टॉक में काम करना हैं चार्ट के प्रकार जो uptrend में हैं या downtrend में।
लेकिन ट्रेंड में भी फरक होते हैं जैसे की कुछ स्टॉक अपट्रेंड में तेजी से जा रहें हैं कुछ स्टॉक धीमी गति से जा रहे हैं।
आप को उन स्टॉक्स में काम करना हैं जो की अपट्रेंड में तेजी से जा रहें हो।
Support और Resistance
जब आप चुन लेते हो की आप को कोनसे स्टॉक में निवेश करना हैं तो आप को उस स्टॉक का सपोर्ट और रेसिस्टेंस जानना बहुत जरुरी हैं।
अगर आप को स्टॉक में निवेश करना हैं तो आप को उस स्टॉक के सपोर्ट पर खरीदना हैं।
और अगर आप को स्टॉक बेचना हैं तो आप को उस स्टॉक के रेसिस्टेन्स पर बेचना हैं।
Relative Strength
Relative Strength याने स्टॉक अपने सेक्टर, इंडेक्स या उस सेक्टर के बाकि के स्टॉक की तुलना में कैसे चल रहा हैं।
अगर इंडेक्स ऊपर जा रहा हैं, क्या वह स्टॉक जिसमे आप निवेश करना चाहते हैं वह स्टॉक भी ऊपर जा रहा हैं या फिर निचे।
क्या उस इंडेक्स के स्टॉक आप के स्टॉक की तुलना में तेजी से चल रहा या फिर नहीं चल रहा ।
आप को उन स्टॉक्स में निवेश करना हैं जो की इंडेक्स या फिर सेक्टर की तुलना में अच्छे से चल रहे हो।
निष्कर्ष
जब आप किसी स्टॉक को खरीदते हो तो ऊपर दिए गए तरीके पहले अछेसे देख ले फिर उस स्टॉक में निवेश करे।
Data Visualization क्या है, Types of Data Visualization in Hindi
In (Data Visualization in Hindi), data is represented in the form of charts, info graphics, diagrams or maps. Their use makes it easy to see and understand the trends and patterns in the data.
Data Visualization in Hindi
इंसानी दिमाग चित्र आदि देखकर बहुत तेजी से समझता और सीखता है और उसे वह चीजें लम्बे समय तक याद भी रहती हैं यही कारण है जब हम किसी ग्राफ, चित्र को देखते है तो आसानी से समझ लेते हैं।
डेटा विज़ुअलाइज़ेशन का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है। डेटा विज़ुअलाइज़ेशन (Data Visualization) शब्द सुनने में बड़ा कठिन और अजीब लगता है। लेकिन इसका उपयोग दैनिक जीवन में लगातार देखते हैं।
डेटा विज़ुअलाइज़ेशन का उपयोग हर जगह किया जाता है। जैसे –
रिपोर्टिंग, पूर्वानुमान और मार्केटिंग के लिए व्यवसाय में डेटा विज़ुअलाइज़ेशन का उपयोग किया जाता हैं। गैर-लाभकारी संस्थाएं डेटा विज़ुअलाइज़ेशन का उपयोग कहानियों आदि के लिए करती हैं। विद्वान और वैज्ञानिक, अवधारणाओं को चित्रित करने और तर्कों को सही ढंग से प्रदर्शित करने के लिए डेटा विज़ुअलाइज़ेशन का उपयोग करते हैं। रिपोर्टर, समाचार और घटनाओं आदि को दिखाने के लिए डेटा विज़ुअलाइज़ेशन का उपयोग करते हैं।
डेटा विज़ुअलाइज़ेशन, किसी भी कार्य को और अधिक प्रोफेशनल , समझने में आसान और मजेदार बना देता है।
डेटा विज़ुअलाइजेशन की परिभाषा | Definition of Data Visualization in Hindi
डेटा विज़ुअलाइज़ेशन में, डेटा को चार्ट, इन्फोग्राफिक, डायग्राम या मानचित्र के रूप में दर्शाया जाता है।
डेटा विज़ुअलाइज़ेशन में डेटा को चार्ट, ग्राफ़ और मानचित्र आदि में दर्शाते हैं। बिग डेटा की दुनिया में, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन टूल और टेक्नोलॉजीज का उपयोग जानकारी का विश्लेषण करने और उसके आधार पर निर्णय लेने के लिए किया जाता है।
चार्ट, ग्राफ़ और मानचित्र आदि डेटा विज़ुअलाइज़ेशन टूल कहते हैं इनके उपयोग से डेटा में ट्रेंड्स और पैटर्न को देखने और समझने में आसानी होती है।
डेटा विज़ुअलाइजेशन का इस्तेमाल कला और डेटा साइंस (Data Science) दोनों क्षेत्रों में किया जाता है।
डेटा विज़ुअलाइजेशन के प्रकार | Types of Data Visualizations in Hindi
डेटा विज़ुअलाइज़ेशन कई अलग-अलग प्रकार का हो सकता है। लोग डेटा को हमेशा नए और रचनात्मक तरीकों से दर्शाते आये हैं। डेटा विज़ुअलाइजेशन को आमतौर पर इन मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है –
इन्फोग्राफिक्स | Infographics in Hindi
नीचे दिए गए चित्र में भारत में ऑनलाइन एजुकेशन मार्केट ग्रोथ क्या रहेगी इस बारे में बताया गया है।
Online Education Market in India
(Image Source/Credit: prnewswire.com/)
एक इन्फोग्राफिक इमेजरी, चार्ट, और कम से कम टेक्स्ट का संग्रह है जो किसी विषय का सारांश बताता है। इन्फोग्राफिक अलग अलग प्रकार के हो सकते हैं जैसे
- सांख्यिकीय इन्फोग्राफिक्स | Statistical Infographics
- इन्फॉर्मेशनल इन्फोग्राफिक्स | Informational Infographics
- टाइमलाइन इन्फोग्राफिक्स | Timeline Infographics
- ज्योग्राफिक इन्फोग्राफिक्स | Geographic Infographics
- प्रोसेस इन्फोग्राफिक्स | Process Infographics
- लिस्ट इन्फोग्राफिक्स | List infographics
चार्ट | Chart in Hindi
एक चार्ट डेटा का एक ग्राफिकल रीप्रेजेंटेशन है। चार्ट के अंतर्गत डेटा को दर्शाने के लिए लाइन, बार, डॉट्स, स्लाइस और आइकन आदि का उपयोग करते हैं।
इसमें एक बात ध्यान देने योग्य यह है कि अलग अलग चार्ट द्वारा अलग अलग प्रकार का डेटा दर्शाया जाता है। कुछ सामान्य प्रकार के चार्ट इस प्रकार हैं –
- बार चार्ट | Bar chart
- लाइन चार्ट | Line Chart
- पाई चार्ट | Pie Chart
- बबल चार्ट | Bubble Chart
- ट्रीमैप्स | Tree-maps
- पिक्टोग्राफ | Pictograph
- एरिया चार्ट | Area Chart
Data Visualization Chart in Hindi
डायग्राम | चार्ट के प्रकार Diagram in Hindi
एक चार्ट के समान ही, डायग्राम इनफार्मेशन का एक Visual रीप्रेजेंटेशन है। डायग्राम, टू-डायमेंशनल और थ्री-डायमेंशनल दोनों प्रकार के हो सकते हैं।
डायग्राम अलग अलग प्रकार के हो सकते हैं जो डायग्राम इस प्रकार हैं –
- फ्लो चार्ट | Flow Chart
- वेन डायग्राम | Venn Diagrams
- ट्री डायग्राम | Tree Diagram
- स्वॉट एनालिसिस | SWOT Analysis
- फिश बोन डायग्राम | Fish Bone Diagram
- हिस्टोग्राम्स | Histograms
- वायर फ्रेम | Wire Frame
- साइट मैप | Site Map
डायग्राम का उपयोग प्रोसेस को मैप करने, निर्णय लेने में मदद करने, मूल कारणों की पहचान करने, विचारों को जोड़ने और परियोजनाओं की योजना बनाने के लिए किया जाता है।
Data Visualization Diagram in Hindi
मैप | Map in Hindi
मैप या मानचित्र, क्षेत्र को दर्शाते हैं। मानचित्रों का उपयोग अधिकतर भूमि की भौतिक विशेषताओं जैसे क्षेत्रों, भूदृश्यों, शहरों, सड़कों और जल निकायों आदि को दिखाने के लिए किया जाता है।
Data Visualization Map in Hindi
उदाहरण के लिए, जनसंख्या घनत्व मानचित्र में एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में जनसंख्या संख्या में अंतर दिखाने के लिए अलग-अलग रंगों का उपयोग किया जा सकता है।
How To Insert Chart And Screenshot In Ms Word 2016. एमएस वर्ड डॉक्यूमेंट में Chart And Screenshot कैसे जोड़े.
कार्य के दौरान हमारे सामने कई चीजें ऐसी होती है जो जिन्हे टेक्स्ट या लेख के द्वरा समझा पाना आसानी नहीं होता ऐसी परिस्थिति में हम चार्ट बनाकर बड़ी ही आसानी से उस विषय वास्तु को समझा सकते हैं। ये चार्ट किसी कम्पनी का साल दर साल का परफॉरमेंस, शेयर मार्केट के आंकड़े आदि हो सकते हैं। चार्ट को अपने वर्ड डॉक्यूमेंट में ऐड करने के लिए निम्न स्टेप्स का पालन करें-
👉 सबसे पहले अपने वर्ड फाइल को खोलें और ऊपर दिख रहे Insert टैब पर क्लीक करें।
👉 अब Illustration ग्रुप में जाएँ और चार्ट पर क्लिक करें, अब एक और विण्डो खुलेगा जिसमे Insert Chart लिखा होगा।
👉 अब यहाँ कई प्रकार के चार्ट मिलेंगे जिसमे से जिस तरह के चार्ट का प्रयोग करना है उसे सेलेक्ट करें और इच्छित टेम्प्लेट चुनें।
👉 अब Ok क्लीक करते ही एम एस वर्ड उस चार्ट के लिए एक टेबल बना देगा, यहां आप जो भी डाटा डालेंगे वो चार्ट में चला जाएगा।
Types Of Chart (चार्ट के प्रकार)
Bar Chart- इसमें डाटा स्तम्भ एवं पंक्तियों के रूप में व्यवस्थित होते हैं, इनका उपयोग एक से ज्यादा डाटा की आपस में तुलना करनी हो तब किया जाता है।
Column Chart- कॉलम चार्ट डाटा का ग्राफ़िक रिप्रजेंटेशन है जिसमे डाटा को ग्राफ़िक के रूप में दिखाया जाता है, कॉलम चार्ट क्षैतिज रूप से चार्ट के पार जाने वाली ऊर्ध्वाधर पट्टियों को प्रदर्शित करता है, जिसमें चार्ट के बाईं ओर प्रदर्शित होने वाले मान अक्ष होते हैं । अर्थात ऐसे डाटा जिन्हें रो और कॉलम में व्यस्थित किया जाता है उन्हें दिखाने के लिए कॉलम चार्ट का प्रयोग किया जाता है।
Line Chart- ऐसे डाटा जिन्हें लगातार टाइम के साथ डिस्प्ले करना होता है उन्हें दिखाने के लिए लाइन चार्ट का प्रयोग किया जाता है ।
Pie Chart- ऐसे डाटा जो केवल एक कॉलम या रो में व्यस्थित हों उन्हें प्लाट करने के लिए पाई चार्ट का प्रयोग किया जाता है ।
Area Chart- जब रो और कॉलम में ऐसे डाटा जिनकी वैल्यू टाइम के साथ बढती जाती हैं उन्हें शो करने के लिए एरिया चार्ट का उपयोग किया जाता है ।
XY(Scatter) Chart- जब संख्यात्मक मान कि एक से अधिक डाटा सीरीज के बीच रिलेशन को शो करना हो तो एक्स वाय स्केटर चार्ट का उपयोग किया जाता है ।
Stock Chart- स्टॉक चार्ट का प्रयोग ज्यादातर स्टॉक प्राइस के उतर चढाव को दिखाने कि लिए किया जाता है ।
Surface Chart- इस चार्ट का प्रयोग दो डाटा सेट्स के श्रेष्ठ संयोग को दिखाने के लिए किया जाता है ।
Radar Chart- इसका प्रयोग़ विभिन्न प्रकार के डाटा सीरीज के एग्रीगेट वैल्यू को कम्पेयर करने में होता है ।
ScreenShot
जिस तरह हम अपने मोबाइल में दिख रहे परिदृश्य का स्क्रीनशॉट लेते हैं ठीक वैसे ही MS Word के डॉक्यूमेंट में स्क्रीनशॉट लगाने कि सुविधा भी दी गई है जिसके मध्ययम से जिस विण्डो का चाहे उसका परिदृश्य स्क्रीनशॉट के रूप में लेकर डॉक्यूमेंट में इन्सर्ट कर सकते हैं, जैसे किसी इमेज का, किसी वेबसाइट का इत्यादि। उपर में अलग अलग चार्ट के इमेज दिखाए गए हैं वो स्क्रीन शॉट कि सहायता से ही सफल हुआ है।
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