NCERT : NTSE STAGE-2 एग्जाम 12 जून को होगा, पैटर्न में कोई बदलाव नहीं
NTSE स्टेज-2 की परीक्षा 12 जून 2022 को आयोजित की जाएगी. ये परीक्षा पहले से निर्धारित पैटर्न पर भी आयोजित की जाएगी. इस संबंध में (guidelines issued for NTSE STAGE 2 Exam) दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
कोटा. नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग नेशनल टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन स्टेज-2 परीक्षा (NTSE STAGE 2 Exam) 12 जून 2022 को आयोजित की जाएगी. नेशनल टैलेंट सर्च स्कीम (NTSS) की रिव्यू मीटिंग में NTSE स्टेज-2 के परीक्षा पैटर्न में आमूल-चूल परिवर्तन के सुझाव दिए गए थे. लेकिन NCERT डबल टॉप पैटर्न ने शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के कोविड-19 प्रभावित होने के कारण इन बदलाव पर विचार नहीं किया.
ऐसे में पहले से ही निर्धारित पैटर्न पर ही परीक्षा आयोजित की जाएगी. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि NTSE स्टेज-2 परीक्षा में पहले की तरह ही मेंटल एबिलिटी व स्कॉलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट का आयोजन होगा. दोनों ही टेस्ट में मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन व सिंगल ऑप्शन करेक्ट प्रश्न पूछे जाएंगे. मेंटल डबल टॉप पैटर्न एबिलिटी व स्कॉलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट दोनों ही प्रश्न-पत्रों में प्रश्नों की संख्या 100 होगी. प्रत्येक प्रश्नपत्र की परीक्षा अवधि 120 मिनट होगी. सभी प्रश्न 1 अंक के होंगे व नेगेटिव-मार्किंग नहीं होगी.
स्टेज 2 एग्जाम में सीधे ही शामिल होंगे सकेंगे विदेशी भारतीय स्टुडेंट्स.
देव शर्मा ने बताया कि विदेशों में पढ़ने वाले भारतीय विद्यार्थी (Indian students studying abroad) सीधे ही NTSE स्टेज 2 परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. इन विद्यार्थियों को NTSE स्टेज 1 में सफल होने की बाध्यता से मुक्त रखा गया है. जबकि भारत देश में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को NTSE स्टेज 2 परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए NTSE स्टेज 1 परीक्षा में सफल होना जरूरी है.
वहीं, मिजोरम, मेघालय, नागालैंड, अंडमान एवं निकोबार आईलैंड में 15 जनवरी 2022, शेष राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में आगामी 16 जनवरी 2022 डबल टॉप पैटर्न को NTSE स्टेज 1 का आयोजन किया जाना है. विदेशों में पढ़ रहे भारतीय विद्यार्थियों के लिए NTSE स्टेज 2 परीक्षा में सीधे शामिल होने के लिए जनवरी 2022 में ऑनलाइन-एप्लीकेशन फॉर्म जारी किए जाएंगे.
विदेशी भारतीय विद्यार्थियों को इस एप्लीकेशन फॉर्म को तय समय सीमा में भरकर सबमिट करना होगा. साथ ही आगामी 28 फरवरी 2022 तक कक्षा 9 की मार्कशीट भी सबमिट करनी होगी. आपको बता दें कि NTSE में कक्षा 10 में अध्ययनरत विद्यार्थी भाग ले सकते हैं.
जेईई मेन एग्जाम 2022 (JEE Main Exam 2022) - सत्र 2 रिजल्ट (जारी), आंसर की (जारी), काउंसलिंग, प्रक्रिया जानें
जेईई मेन 2022 - एनटीए ने जेईई मेन 2022 सेशन 2 पेपर 2 स्कोर कार्ड 01 सितंबर को जारी कर दिया है। आवेदन संख्या और जन्म तिथि की मदद से उम्मीदवार अपना जेईई मेन 2022 सेशन 2 पेपर 2 स्कोरकार्ड डाउनलोड कर देख सकते हैं। इस लेख में नीचे जेईई मेन सेशन 2 पेपर 2 स्कोर कार्ड देखने का लिंक दिया गया है। इससे पहले नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 8 अगस्त को जेईई मेन 2022 सेशन 2 रिजल्ट जारी कर दिया था। जेईई मेन 2022 की आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जन्मतिथि और आवेदन संख्या की जानकारी की मदद से स्कोर चेक किया जा सकता था। वहीं इससे पहले एनटीए ने 3 अगस्त को प्रोविजनल जेईई मेन आंसर की 2022 जारी की थी। आवेदन संख्या और जन्मतिथि/पासवर्ड की मदद से उम्मीदवार प्रोविजनल जेईई मेन आंसर की 2022 चेक की जा सकती थी। जेईई मेन आंसर की 2022 प्रोविजनल और दर्ज किए गए उत्तर की मदद से पता किया गया संभावित स्कोर कितना सटीक रहा उसकी जाँच कर सकते हैं। प्रोविजनल जेईई मेन आंसर की 2022 के उत्तर में विसंगति होने पर इसे 5 अगस्त सायं 5 बजे तक चुनौती भी दी जा सकती थी। इसके लिए 200 रुपये प्रति प्रश्न की गैरवापसी योग्य फीस का भुगतान करना था।
Latest: जेईई मेन 2022 सेशन 2 पेपर 2 स्कोर कार्ड देखने व इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
जेईई मेन 2022 सेशन 2 रिजल्ट जारी चेक करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।
जेईई मेन 2022 सेशन 2 आंसर की - आधिकारिक सूचना चेक करने के लिए लिंक पर क्लिक करें- JEE Main session 2 Answer key Notice_20220803212652.pdf
जेईई मेन सेशन 1 2022 रिजल्ट देखने के लिए यहाँ क्लिक करें।
जेईई मेन कटऑफ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें।
जेईई मेन 2022 सत्र 1 फाइनल आंसर की और रिस्पोंस शीट देखने व डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
एचसीएल टेकबी आईटी कॅरियर की चाबी
12वीं के बाद किए जा सकने वाले लोकप्रिय कोर्स और कॅरियर विकल्प जानें।
Latest Updates for JEE Main
जेईई मेन स्कोर के आधार पर डब्ल्यूबीजेईई 2022 काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन सुविधा शुरू की गई, करें रजिस्टर।
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) 8अगस्त को संयुक्त प्रवेश परीक्षा मुख्य (जेईई मेन 2022) सत्र दो परीक्षा के परिणाम की घोषणा कर दी है। इससे पहले एनटीए अधिकारी ने कॅरियर360 को सूचित करते हुए जेईई मेन जुलाई सत्र का परिणाम 6 अगस्त को घोषित किए जाने की संभावना जताई थी। इसके बाद अंतिम उत्तर कुंजी, व्यक्तिगत स्कोरकार्ड और मेरिट सूची जारी की जाएगी।
जेईई मेन 2022 सेशन 2 परीक्षा 25 जुलाई से 30 जुलाई तक आयोजित की गई थी। इससे पहले जेईई मेन सेशन 2 के लिए एडमिट कार्ड 22 जुलाई को जारी कर दिए गए थे। मध्य रात्रि के बाद जेईई मेन एडमिट कार्ड 2022 सेशन 2 जारी किए गए जबकि इनको 21 जुलाई को जारी किया जाना था। इससे पहले एनटीए द्वारा जेईई मेन 2022 सेशन 2 के लिए आवेदन पत्र में इमेज करेक्शन की सुविधा शुरू की गई थी। जेईई मेन 2022 पात्रता मानदंड को संशोधित किया गया है। CSAB की अधिसूचना के अनुसार, NIT, IIT, IIITS और GFTI में प्रवेश के इच्छुक आवेदकों को 12वीं परीक्षा न्यूनतम 75% अंकों (एससी/एसटी के लिए 65% अंक) के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए या फिर उन्हें संबंधित बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल में होना चाहिए। एनटीए जेईई मेन 2022 सेशन 2 एडमिट कार्ड 21 जुलाई मध्य रात्रि के बाद जारी किए जा सके। जेईई मेन 2022 सेशन 2 की परीक्षा तारीखों में भी बदलाव किया गया था। नई तिथि के अनुसार जेईई मेन 2022 सेशन 2 परीक्षा 25 जुलाई से आयोजित की गई।
इससे पहले जेईई मेन 2022 सेशन 2 परीक्षा तिथि में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए थे, जिसके बाद जेईई मेन 2022 सेशन 2 परीक्षा 25 जुलाई से आयोजित की गई थी। इससे पहले एनटीए ने जेईई मेन 2022 सेशन 1 रिजल्ट जारी कर दिया था। उम्मीदवार अपना जेईई मेन रिजल्ट सेशन 1 रिजल्ट 2022 (JEE Main Session 1 Result 2022) आवेदन संख्या और जन्मतिथि के माध्यम से देखने की सुविधा दी गई। जेईई मेन 2022 सेशन 1 आंसर की प्रोविजनल 02 जुलाई को jeemain.nta.nic.in पर जारी की गई थी। जेईई मेन 2022 प्रोविजनल आंसर की के उत्तरों को निर्धारित फीस का भुगतान कर 4 जुलाई की रात 11:50 बजे तक चुनौती दे सकते थे।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 22 जुलाई, 2022 से आधिकारिक वेबसाइट पर जेईई मेन 2022 सत्र 2 के लिए एडमिट कार्ड डाउनलोड करने की सुविधा शुरू की गई थी। उम्मीदवार इस सुविधा का लाभ लेकर अपने जेईई मेन 2022 परीक्षा केंद्रों का पता लगा सकते थे। आपको बता दें कि जेईई मेन सत्र 1 की परीक्षा भारत के 501 शहरों व भारत के बाहर 22 शहरों में आयोजित की गई। इससे पहले एनटीए द्वारा जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन मेन 2022 (JEE Main 2022) सत्र 1 की परीक्षा की तारीखों में बदलाव किया गया। जेईई मेन 2022 सत्र 1 की परीक्षाओं का आयोजन अब 20 23 से 29 जून, 2022 तक किया गया, वहीं सत्र 2 जेईई मेन 2022 की परीक्षा 25 से 30 जुलाई 2022 तक आयोजित की गई।
अधिकारियों द्वारा जेईई मेन 2022 परीक्षा (JEE Main 2022) इस वर्ष 2 बार - जून और जुलाई में आयोजित की गई। जेईई मेन 2022 प्रयासों के बारे में विवरण आधिकारिक अधिसूचना के साथ जारी कर दिया गया था। एनटीए जेईई मेन 2022 के लिए सफलतापूर्वक पंजीकरण करने वाले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट से जेईई मेन एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते थे। JEE Main परीक्षा क्वालिफाई करने वाले छात्र जेईई मेन स्कोर स्वीकार करने वाले इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली जेईई मेन काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेने के पात्र होंगे। जेईई मेन 2022 पेपर 1, 31 एनआईटी, 25 आईआईआईटी और 28 जीएफटीआई में अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग कोर्सेज में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है, जबकि पेपर 2 बी.आर्क (B.Arch) / बी प्लान (B.Plan) प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है।
High Return Stocks: इन शेयरों में निवेश से रातोंरात अमीर बनाने का मौका, 3 महीने में मिलेगा डबल रिटर्न
नई दिल्ली: High Return Stocks: अगर आप भी अमीर बनने का सपना देख रहे हैं तो आपके लिए शानदार मौका है. अब आप भी शेयर बाजार (Share Market) से कमाई (Earn money) कर सकते हैं. इस साल निफ्टी ने अब तक 13 प्रतिशत की रफ्तार पकड़ी और 28 जून को इसने 15915 का रिकॉर्ड भी बनाया. हालांकि उसके बाद से ही ये कंसोलिडेट कर रहा हैं. आज यहां हम आपको ऐसे शेयर्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने बीते एक साल में जबरदस्त परफॉरमेंस दिया है.
डॉ रेड्डीज का स्ट्रॉन्ग मोमेंटम
इस स्टॉक (Dr Reddys Laboratories) ने 1 जुलाई को 5577 रुपये का हाई लगाया है जो हायर लेवल पर एक स्ट्रॉन्ग मोमेंटम को दर्शाता है. ये पहले स्टॉक हायर टॉप्स और हायर बॉटम बनाता रहा है जो जिससे स्पष्ट है कि टाइम फ्रेम में भी इसमें मजबूती बनी रहेगी. इसलिए अप इसे5,559 के स्तर पर खरीदारी कर सकते हैं.
Shares: LTP: Rs 5,559| Target: Rs 6,000-6,200| Stop Loss: Rs 4,900| Upside 11%
एसबीआई का जबरदस्त रेंज
इस स्टॉक ने 350 के स्तर पर V Pattern Breakout कन्फर्म किया है जिससे आप इसकी मजबूती को देख सकते हैं. ये स्टॉक अपने 50, 100 और 200 Day-Simple Moving Averages पर मजबूती से टिका हुआ है. इसके ये एवरेज इसके भाव को ऊपर ले जाएंगे. एसबीआई में खरीदारी और एक्युमुलेश की रेंज 410 से 390 रुपये है. ट्रेडर्स इसमें 480 से 600 के टारगेट के लिए 350 के स्टॉपलॉस के साथ 3 से 6 महीनों के लिए लॉन्ग पोजीशन बना सकते हैं.
SBI: Buy| LTP: Rs 420| Target: Rs 480-500| Stop Loss: Rs 350| Upside 19%
सबसे बड़ा आउटपरफॉर्मर टीसीएस
टीसीएस फिलहाल मार्केट में आईटी सेक्टर का सबसे बड़ा आउटपरफॉर्मर बना हुआ है. इसके शेयर प्राइस पांच महीने के कंसोलिडेशन पैटर्न से रिजॉल्व हो रहा है जो कि स्ट्रक्चरल अपट्रेंड को दिखाता है. इस स्टॉक ने पिछले 15 महीनों में कई बार अपने Rising 10-Week EMA को होल्ड भी किया है. इसलिए इस स्टॉक को 3341 के स्तर पर खरीदना चाहिए और इसका भाव 3750 तक जा सकता है.
TCS: Buy| LTP: Rs 3,341| Target: Rs 3,750| Stop Loss: Rs 3,110| Upside 12%
एक्सपर्ट की सलाह टाटा मोटर्स
टाटा मोटर्स के इस स्टॉक में पिछले 4 महीनों के कंसोलिडेशन रेंज (342-279) के ऊपर है. इसके बाद से ये 405 के स्तर तक जाता हुआ दिख रहा है. इसके अलावा Weekly 14-Period RSI से हाल ही में इसमें खरीदारी के संकेत भी बन रहे हैं. एक्सपर्ट की मानें तो इस स्टॉक को 344 के स्तर पर 405 रुपये के लक्ष्य के लिए खरीदा जा सकता है.
Tata Motors : Buy| LTP: Rs 344| Target: Rs 405| Stop Loss: Rs 324| Upside 17%
टाटा स्टील का दमदार शेयर
टाटा स्टील (Tata Steel) निफ्टी और मेटल इंडेक्स दोनों पर आउटपरफॉर्म कर रहा है. P&F Chart पर टाटा स्टील ने एक बुलिश Turtle Breakout बनाया है. इसमें टॉप लेवल पर खरीदारी की जा सकती है. साथ ही आपको बता दें कि इसमें अगले 6 महीनों में 1,750 का स्तर देखने को मिल सकता डबल टॉप पैटर्न है.
Tata Steel : Buy| LTP: Rs 1163| Target: Rs 1750| Stop Loss: Rs 1020| Upside 50%
आईसीआईसीआई बैंक देगा मुनाफा
शेयर बाजार में आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) का खास स्थान है. ये फरवरी 2012 में ब्रेकआउट के बाद से टॉप पर कंसोलिडेट कर रहा है. इस स्टॉक के लिए सपोर्ट भी ऊपर की तरफ बढ़ रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि ये कंसोलिडेशन ऊपर की तरफ बढ़ता नजर आयेगा क्योंकि आईसीआईसीआई बैंक लगातार बैंक निफ्टी पर आउटपरफॉर्म करता रहेगा. अगर आप भी निवेश करना चाहते हैं तो इस स्टॉक में अगले 6 महीनों के लिए 570 रुपये के स्टॉपलॉस के साथ 780 रुपये टारगेट के लिए खरीदारी कर सकते हैं.
ICICI Bank : Buy| LTP: Rs 630| Target: Rs 780| Stop Loss: Rs 570| Upside 23%
CBSE: फिर आया 8 साल पुराना पैटर्न, 2 लाख फेल, 3 ने की खुदकुशी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए गए हैं और इस बार रिजल्ट 8 साल पुराने पैटर्न से जारी हुए हैं, जिसमें परीक्षार्थियों के नंबर भी जारी किए गए हैं.
मोहित पारीक
- नई दिल्ली,
- 30 मई 2018,
- (अपडेटेड 30 मई 2018, 1:04 PM IST)
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए गए हैं डबल टॉप पैटर्न और इस बार रिजल्ट 8 साल पुराने पैटर्न से जारी हुए हैं, जिसमें परीक्षार्थियों के नंबर भी जारी किए गए हैं. जिसका फर्क परीक्षार्थियों की मानसिक स्थिति से लेकर नतीजों के पास प्रतिशत पर भी पड़ता दिख रहा है. रिजल्ट आने के कुछ ही घंटों बाद 3 विद्यार्थियों ने रिजल्ट अच्छा ना रहने की वजह से खुद को मौत के हवाले कर दिया. साथ ही इस बार 10वीं का रिजल्ट भी पिछले सालों से कम रहा है.
8 साल बाद लागू हुआ मार्क्स पैटर्न
परीक्षार्थियों का रिजल्ट उम्मीद के अनुसार ना आने और पास प्रतिशत में कमी होने के पीछे परीक्षा पैटर्न में बदलाव भी एक अहम वजह हो सकती है. बता दें कि बोर्ड ने 8 साल बाद फिर से पुराना सिस्टम लागू किया है, जिसके अनुसार परीक्षार्थियों के नंबर और मार्क्स प्रतिशत की जानकारी दी जाती है, जबकि 8 साल से सीबीएसई 10वीं कक्षा में सीजीपीए के माध्यम से नतीजे जारी किए जाते थे.
स्टूडेंट्स का भी मानना है कि पैटर्न में हुए बदलाव से तनाव ज्यादा रहता है और इससे डबल टॉप पैटर्न मार्क्स पता चलने का डर बना रहता है. वहीं सीजीपीए सिस्टम में प्रतिस्पर्धा कम रहती है और अब छात्रों के बीच कंपीटिशन हर एक मार्क्स के आधार पर तय होता है. हाल ही में 10वीं की परीक्षा में भाग लेने वाले डीपीएस स्टूडेंट अभिनव चतुर्वेदी का कहना है, 'मार्क्स पैटर्न में हुआ बदलाव आपसी कंपीटिशन को जन्म देता है और टॉपर्स के नाम जारी होने से भी बच्चे खुद को कम आंकने लगते हैं, जो तनाव का कारण है.' अभिनव ने बताया,' पहले जब सीजीपीए आधारित रिजल्ट आता था तो फ्रैंड सर्किल में उतना कंपीटिशन नहीं होता था, लेकिन अब एक कक्षा में ही नंबर को लेकर टेंशन बढ़ रही है.'
वहीं भूपेश गुप्ता का कहना है, 'जब मेरे बड़े भाई ने सीजीपीए पैटर्न से 10वीं परीक्षा पास की थी तो उनको रिजल्ट की इतनी टेंशन नहीं डबल टॉप पैटर्न थी, लेकिन जब मैंने इस पैटर्न से परीक्षा दी है तो मेरे साथ पूरा परिवार टेंशन में था. साथ ही बच्चों पर सामाजिक दबाव भी बना रहता है कि उसके ज्यादा नंबर आए हैं या उसके मुझसे कम आए हैं.' भूपेश के अनुसार सीजीपीए पैटर्न ठीक था, क्योंकि उसमें कम अंक हासिल करने वाले उम्मीदवार ज्यादा परेशान नहीं रहते थे.
पास प्रतिशत में हुई कमी
8 साल बाद आए इस पैटर्न से पास प्रतिशत में भी गिरावट आई है. इस साल पिछले 5 सालों में सबसे कम फीसदी बच्चे पास हुए हैं. अगर पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2014 में 98.87 फीसदी, 2015 में 97.32 फीसदी, 2016 में 96.21 फीसदी, 2017 में 90.95 फीसदी बच्चे पास हुए थे, जबकि इस बार 86.70 बच्चों ने सफलता हासिल की है.
कैसा रहा था रिजल्ट
जिसमें पहले 3 स्थानों पर 25 छात्रों विद्यार्थियों ने जगह बनाई है. पहले स्थान पर 499 अंक के साथ चार परीक्षार्थी हैं, जबकि दूसरे स्थान पर 498 अंक के साथ 7 और तीसरे स्थान पर 497 अंक के साथ 11 छात्रों ने जगह बनाई है. दूसरी ओर कई परीक्षार्थियों को निराशा हाथ लगी है, जिसमें असफल होने वाले और उम्मीद से कम अंक लाने वाले उम्मीदवार शामिल है.
ये हैं रिजल्ट के आंकडे
इस साल परीक्षा में 86.7 फीसदी बच्चे पास हुए हैं. वहीं लड़कियों ने लड़कों से अच्छा प्रदर्शन किया है. इसमें लड़कियों का पास प्रतिशत 88.67 फीसदी रहा और 85.32 फीसदी लड़के ही पास हुए हैं. इस परीक्षा में 16,24,682 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 14,08,594 फीसदी परीक्षार्थी पास हुए हैं. वहीं तिरुअनंतपुरम में 99.60 फीसदी, चेन्नई में 97.37 फीसदी और अजमेर क्षेत्र में 91.83 फीसदी बच्चे पास हुए हैं. इस साल 1,31,493 बच्चों ने 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए हैं, जबकि 27,476 फीसदी बच्चों ने 95 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए हैं.
CBSE: फिर आया 8 साल पुराना पैटर्न, 2 लाख फेल, 3 ने की खुदकुशी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए गए हैं और इस बार रिजल्ट 8 साल पुराने पैटर्न से जारी हुए हैं, जिसमें परीक्षार्थियों के नंबर भी जारी किए गए हैं.
मोहित पारीक
- नई दिल्ली,
- 30 मई 2018,
- (अपडेटेड 30 मई 2018, 1:04 PM IST)
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए गए हैं और इस बार रिजल्ट 8 साल पुराने पैटर्न से जारी हुए हैं, जिसमें परीक्षार्थियों के नंबर भी जारी किए गए हैं. जिसका फर्क परीक्षार्थियों की मानसिक स्थिति से लेकर नतीजों के पास प्रतिशत पर भी पड़ता दिख रहा है. रिजल्ट आने के कुछ ही घंटों बाद 3 विद्यार्थियों ने रिजल्ट अच्छा ना रहने की वजह से खुद को मौत के हवाले कर दिया. साथ ही इस बार 10वीं का रिजल्ट भी पिछले सालों से कम रहा है.
8 साल बाद लागू हुआ मार्क्स पैटर्न
परीक्षार्थियों का रिजल्ट उम्मीद के अनुसार ना आने और पास प्रतिशत में कमी होने के पीछे परीक्षा पैटर्न में बदलाव भी एक अहम वजह हो सकती है. बता दें कि बोर्ड ने 8 साल बाद फिर से पुराना सिस्टम लागू किया है, जिसके अनुसार परीक्षार्थियों के नंबर और मार्क्स प्रतिशत की जानकारी दी जाती है, जबकि 8 साल से सीबीएसई 10वीं कक्षा में सीजीपीए के माध्यम से नतीजे जारी किए जाते थे.
स्टूडेंट्स का भी मानना है कि पैटर्न में हुए बदलाव से तनाव ज्यादा रहता है और इससे मार्क्स पता चलने का डर बना रहता है. वहीं सीजीपीए सिस्टम में प्रतिस्पर्धा कम रहती है और अब छात्रों के बीच कंपीटिशन हर एक मार्क्स के आधार पर तय होता है. हाल ही में 10वीं की परीक्षा में भाग लेने वाले डीपीएस स्टूडेंट अभिनव चतुर्वेदी का कहना है, 'मार्क्स पैटर्न में हुआ बदलाव आपसी कंपीटिशन को जन्म देता है और टॉपर्स के नाम जारी होने से भी बच्चे खुद को कम आंकने लगते हैं, जो तनाव का कारण है.' अभिनव ने बताया,' पहले जब सीजीपीए आधारित रिजल्ट आता था तो फ्रैंड सर्किल में उतना कंपीटिशन नहीं होता था, लेकिन अब एक कक्षा में ही नंबर को लेकर टेंशन बढ़ रही है.'
वहीं भूपेश गुप्ता का कहना है, 'जब मेरे बड़े भाई ने सीजीपीए पैटर्न से 10वीं परीक्षा पास की थी तो उनको रिजल्ट की इतनी टेंशन नहीं थी, लेकिन जब मैंने इस पैटर्न से परीक्षा दी है तो मेरे साथ पूरा परिवार टेंशन में था. साथ ही बच्चों पर सामाजिक दबाव भी बना रहता है कि उसके ज्यादा नंबर आए हैं या उसके मुझसे कम आए हैं.' भूपेश के अनुसार सीजीपीए पैटर्न ठीक था, क्योंकि उसमें कम अंक हासिल करने वाले उम्मीदवार ज्यादा परेशान नहीं रहते थे.
पास प्रतिशत में हुई कमी
8 साल बाद आए इस पैटर्न से पास प्रतिशत में भी गिरावट आई है. इस साल पिछले 5 सालों में सबसे कम फीसदी बच्चे पास हुए हैं. अगर पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2014 में 98.87 फीसदी, 2015 में 97.32 फीसदी, 2016 में 96.21 फीसदी, 2017 में 90.95 फीसदी बच्चे पास हुए थे, जबकि इस बार 86.70 बच्चों ने सफलता हासिल की है.
कैसा रहा था रिजल्ट
जिसमें पहले 3 स्थानों पर 25 छात्रों विद्यार्थियों ने जगह बनाई है. पहले स्थान पर 499 अंक के साथ चार परीक्षार्थी हैं, जबकि दूसरे स्थान पर 498 अंक के साथ 7 और तीसरे स्थान पर 497 अंक के साथ 11 छात्रों ने जगह बनाई है. दूसरी ओर कई परीक्षार्थियों को निराशा हाथ लगी है, जिसमें असफल होने वाले और उम्मीद से कम अंक लाने वाले उम्मीदवार शामिल है.
ये हैं रिजल्ट के आंकडे
इस साल परीक्षा में 86.7 फीसदी बच्चे पास हुए हैं. वहीं लड़कियों ने लड़कों से अच्छा प्रदर्शन किया है. इसमें लड़कियों का पास प्रतिशत 88.67 फीसदी रहा और 85.32 फीसदी लड़के ही पास हुए हैं. इस परीक्षा में 16,24,682 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 14,08,594 फीसदी परीक्षार्थी पास हुए हैं. वहीं तिरुअनंतपुरम में 99.60 फीसदी, चेन्नई में 97.37 फीसदी और अजमेर क्षेत्र में 91.83 फीसदी बच्चे पास हुए हैं. इस साल 1,31,493 बच्चों ने 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए हैं, जबकि 27,476 फीसदी बच्चों ने 95 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए हैं.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 106