Photo:INDIA TV Silver ETF

1112 सरकारी स्कूलों में अब बाउंड्री वॉल नहीं बायो फेंसिंग

1112 सरकारी स्कूलों में अब बाउंड्री वॉल नहीं बायो फेंसिंग

जिले के 1112 सरकारी स्कूलों में अब बायो फेंसिंग और हेजिंग ही बाउंड्रीवाल का काम करेगा। अब ग्रामीण परिवेश, अर्द्धशहरी परिवेश एवं शहरी परिवेश के आधार पर विभिन्न सरकारी भवनों को बांटते हुए यह निर्णय लिया गया कि किस तरह की चहारदीवारी बनेगी। बाउंड्री वॉल का निर्माण बालिका विद्यालय, छात्रावास, थाने में ही होना है। इस बाबत मुख्य सचिव डीके तिवारी ने शिक्षा विभाग समेत अन्य विभागों को पत्र जारी किया है। बताते चलें कि धनबाद के 1112 स्कूल में बाउंड्रीवाल नहीं है। बड़ी संख्या में बाउंड्री वॉल के लिए मिल रहे प्रस्ताव के बाद यह निर्णय लिया गया।

Mutual Funds कंपनियों में Silver ETF लाने की होड़, निवेशकों को चांदी में डिजिटल तरीके से निवेश का विकल्प मिलेगा

Alok Kumar

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: August 28, 2022 12:13 IST

Silver ETF- India TV Hindi

Photo:INDIA TV Silver ETF

Highlights

  • म्यूचुअल फंड कंपनियों ने सिल्वर ईटीएफ के जरिये 1,400 करोड़ की संपत्तियां जुटाई
  • सेबी के सिल्वर ईटीएफ की अनुमति देने के बाद से कंपनियों में इसे लाने की होड़ मची है
  • सिल्वर ईटीएफ से निवेशकों को चांदी में डिजिटल तरीके से निवेश का विकल्प मिलेगा

Mutual Funds कंपनियों ने इस साल सिल्वर ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) श्रेणी में कई नई कोष पेशकशें की हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा 2021 में पेश किए गए नव-सृजित परिसंपत्ति वर्ग की शुरुआत के बाद से म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इसके जरिये 1,400 करोड़ रुपये की संपत्तियां जुटाई हैं। सेबी के पास उपलब्ध सूचनाओं के अनुसार, कोटक एसेट मैनेजमेंट कंपनी सहित म्यूचुअल फंड कंपनियों ने निवेशकों के लिए सिल्वर ईटीएफ के साथ-साथ सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड्स के लिए बाजार नियामक के पास दस्तावेजों का मसौदा जमा कराया है। ये एनएफओ (नई कोष पेशकश) निवेशकों को डिजिटल तरीके से निवेश करने और चांदी का स्वामित्व रखने का अवसर प्रदान कर रहे हैं।

इन कंपनियों ने सिल्वर ईटीएफ शुरू किया

उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, अबतक आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और निप्पन इंडिया म्यूचुअल फंड ने सिल्वर ईटीएफ शुरू किया है। इसके अलावा, इन परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों में से प्रत्येक के पास सिल्वर फंड ऑफ फंड (एफओएफ) है, जो अपने संबंधित ईटीएफ में निवेश करता है। इनके अलावा, डीएसपी म्यूचुअल फंड और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड के सिल्वर ईटीएफ के एनएफओ इस महीने बंद हुए हैं, जबकि एडलवाइस गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ एफओएफ वर्तमान में निवेशकों के लिए खुले हैं। मॉर्निंगस्टार इंडिया द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, उद्योग जुलाई के अंत तक सिल्वर ईटीएफ के जरिये पहले ही 1,400 करोड़ रुपये की संपत्तियां जुटा चुका है।

नवंबर, 2021 में सेबी के सिल्वर ईटीएफ की अनुमति देने के बाद से संपत्ति प्रबंधन कंपनियों में इसे लाने की होड़ मची है। मॉर्निंगस्टार इंडिया की वरिष्ठ विश्लेषक-प्रबंधक शोध कविता कृष्णन ने कहा, ‘‘सेबी के कदम ने म्यूचुअल फंड कंपनियों के लिए सिल्वर ईटीएफ का रास्ता खोल दिया है। बहुत से निवेशक चांदी को महंगाई के खिलाफ ‘हेजिंग’ के लिए इस्तेमाल करते रहे है। ऐसे में इससे उन्हें भौतिक रूप से चांदी रखने के बजाय फॉर्म या कोष के रूप में इसे रखने का विकल्प मिला है।

RBI के गवर्नर ने बताए आर्थिक हालात, कहा- हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया के मुकाबले है बेहतर

RBI के गवर्नर ने बताए आर्थिक हालात, कहा- हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया के मुकाबले है बेहतर

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI- Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने शुक्रवार को कहा कि विकसित अर्थव्यवस्थाओं और विकासशील देशों की मुद्राओं की तुलना में भारतीय रुपया अपेक्षाकृत मजबूत स्थिति में है. गौरतलब है कि घरेलू मुद्रा कुछ दिन पहले ही 80 रुपये प्रति डॉलर के स्तर को पार कर गई थी.आरबीआई गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक रुपये में तेज उतार-चढ़ाव और अस्थिरता को बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि आरबीआई के कदमों से रुपये के सुगम कारोबार में मदद मिली है.

बाजार में अमेरिकी डॉलर की आपूर्ति कर रहा है भारतीय रिजर्व बैंक

भारतीय हेजिंग की जरूरत नहीं है रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक बाजार में अमेरिकी डॉलर की आपूर्ति कर रहा है और इस तरह बाजार में नकदी (तरलता) की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आरबीआई ने रुपये के किसी विशेष स्तर का लक्ष्य तय नहीं किया है.

वहीं रिजर्व बैंक ने कहा कि वो रुपये में अनियंत्रित उतार-चढ़ाव को बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होने कहा कि रिजर्व बैंक के पास ऊंचा विदेशी मुद्रा भंडार है, और वो डॉलर की सप्लाई बनाए रखने की लिए काम कर रहा है. उन्होने साफ कहा कि रिजर्व बैंक रुपये के किसी स्तर को सोच कर नहीं चल रहा है. हालांकि वो ये देख रहा है कि रुपये में कमजोरी अनियंत्रित न हो और उसकी गति भले ही वो किसी भी दिशा में रहे नियंत्रित हो. उन्होने हेजिंग की जरूरत नहीं है कहा कि फिलहाल फॉरेक्स रिजर्व देश के एक्सटर्नल डेट का 95 प्रतिशत हिस्सा कवर करते हैं और ये 10.5 महीने के इंपोर्ट बिल के बराबर हैं. ऐसे में रिजर्व की स्थिति को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है

विदेशी मुद्रा की बिन हेज की गई उधारी से परेशान होने की जरूरत नहीं

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि विदेशी मुद्रा की बिना हेज की गई उधारी से परेशान होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसे लेनदेन सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां कर रही हैं और सरकार जरूरत पड़ने पर इसमें हस्तक्षेप कर सकती है और मदद भी दे सकती है.

शक्तिकांत दास ने कहा कि मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण के लिए 2016 में अपनाए गए मौजूदा ढांचे ने बहुत अच्छा काम किया है, उन्होंने जोर देकर कहा कि अर्थव्यवस्था और वित्तीय क्षेत्र के हित हेजिंग की जरूरत नहीं है की खातिर यह जारी रहना चाहिए.

Mutual Funds कंपनियों में Silver ETF लाने की होड़, निवेशकों को चांदी में डिजिटल तरीके से निवेश का विकल्प मिलेगा

Alok Kumar

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: August हेजिंग की जरूरत नहीं है 28, 2022 12:13 IST

Silver ETF- India TV Hindi

Photo:INDIA TV Silver ETF

Highlights

  • म्यूचुअल फंड कंपनियों ने सिल्वर ईटीएफ के जरिये 1,400 करोड़ की संपत्तियां जुटाई
  • सेबी के सिल्वर ईटीएफ की अनुमति देने के बाद से कंपनियों में इसे लाने की होड़ मची है
  • सिल्वर ईटीएफ से निवेशकों को चांदी में डिजिटल तरीके से निवेश का विकल्प मिलेगा

Mutual Funds कंपनियों ने इस साल सिल्वर ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) श्रेणी में कई नई कोष पेशकशें की हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा 2021 में पेश किए गए नव-सृजित परिसंपत्ति वर्ग की शुरुआत के बाद से म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इसके जरिये 1,400 करोड़ रुपये की संपत्तियां जुटाई हैं। सेबी के पास उपलब्ध सूचनाओं के अनुसार, कोटक एसेट मैनेजमेंट कंपनी सहित म्यूचुअल फंड कंपनियों ने निवेशकों के लिए सिल्वर ईटीएफ के साथ-साथ सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड्स के लिए बाजार नियामक के पास दस्तावेजों का मसौदा जमा कराया है। ये एनएफओ (नई कोष पेशकश) निवेशकों को डिजिटल तरीके से निवेश करने और चांदी का स्वामित्व रखने का अवसर प्रदान कर रहे हैं।

इन कंपनियों ने सिल्वर ईटीएफ शुरू किया

उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, अबतक आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और निप्पन इंडिया म्यूचुअल फंड ने सिल्वर ईटीएफ शुरू किया है। इसके अलावा, इन परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों में से प्रत्येक के पास सिल्वर फंड ऑफ फंड (एफओएफ) है, जो अपने संबंधित ईटीएफ में निवेश करता है। इनके अलावा, डीएसपी म्यूचुअल फंड और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड के सिल्वर ईटीएफ के एनएफओ इस महीने बंद हुए हैं, जबकि एडलवाइस गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ एफओएफ वर्तमान में निवेशकों के लिए खुले हैं। मॉर्निंगस्टार इंडिया द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, उद्योग जुलाई के अंत तक सिल्वर ईटीएफ के जरिये पहले ही 1,400 करोड़ रुपये की संपत्तियां जुटा चुका है।

नवंबर, 2021 में सेबी के सिल्वर ईटीएफ की अनुमति देने के बाद से संपत्ति प्रबंधन कंपनियों में इसे लाने की होड़ मची है। मॉर्निंगस्टार इंडिया की वरिष्ठ विश्लेषक-प्रबंधक शोध कविता कृष्णन ने कहा, ‘‘सेबी के कदम ने म्यूचुअल फंड कंपनियों के लिए सिल्वर ईटीएफ का रास्ता खोल दिया है। बहुत से निवेशक चांदी को महंगाई के खिलाफ ‘हेजिंग’ के लिए इस्तेमाल करते रहे है। ऐसे में इससे उन्हें भौतिक रूप से चांदी रखने के बजाय फॉर्म या कोष के रूप में इसे रखने का विकल्प मिला है।

RBI के गवर्नर ने बताए आर्थिक हालात, कहा- हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया के मुकाबले है बेहतर

RBI के गवर्नर ने बताए आर्थिक हालात, कहा- हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया के मुकाबले है बेहतर

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI- Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने शुक्रवार को कहा कि विकसित अर्थव्यवस्थाओं और विकासशील देशों की मुद्राओं की तुलना में भारतीय रुपया अपेक्षाकृत मजबूत स्थिति में है. गौरतलब है कि घरेलू मुद्रा कुछ दिन पहले ही 80 रुपये प्रति डॉलर के स्तर को पार कर गई थी.आरबीआई गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक रुपये में तेज उतार-चढ़ाव और अस्थिरता को बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि आरबीआई के कदमों से रुपये के सुगम कारोबार में मदद मिली है.

बाजार में अमेरिकी डॉलर की आपूर्ति कर रहा है भारतीय रिजर्व बैंक

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक बाजार में अमेरिकी डॉलर की आपूर्ति कर रहा है और इस तरह बाजार में नकदी (तरलता) की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आरबीआई ने रुपये के किसी विशेष स्तर का लक्ष्य तय नहीं किया है.

वहीं रिजर्व बैंक ने कहा कि वो रुपये में अनियंत्रित उतार-चढ़ाव को बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होने कहा कि रिजर्व बैंक के पास ऊंचा विदेशी मुद्रा भंडार है, और वो डॉलर की सप्लाई बनाए रखने की लिए काम कर रहा है. उन्होने साफ कहा कि रिजर्व बैंक रुपये के किसी स्तर को सोच कर नहीं चल रहा है. हालांकि वो ये देख रहा है कि रुपये में कमजोरी अनियंत्रित न हो और उसकी गति भले ही वो किसी भी दिशा में रहे नियंत्रित हो. उन्होने कहा कि फिलहाल फॉरेक्स रिजर्व देश के एक्सटर्नल डेट का 95 प्रतिशत हिस्सा कवर करते हैं और ये 10.5 महीने के इंपोर्ट बिल के बराबर हैं. ऐसे में रिजर्व की स्थिति को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है

विदेशी मुद्रा की बिन हेज की गई उधारी से परेशान होने की जरूरत नहीं

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि विदेशी मुद्रा की बिना हेज की गई उधारी से परेशान होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसे लेनदेन सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां कर रही हैं और सरकार हेजिंग की जरूरत नहीं है हेजिंग की जरूरत नहीं है जरूरत पड़ने पर इसमें हस्तक्षेप कर सकती है और मदद भी दे सकती है.

शक्तिकांत दास ने कहा कि मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण के लिए 2016 में अपनाए गए मौजूदा ढांचे ने बहुत अच्छा काम किया है, उन्होंने जोर देकर कहा कि अर्थव्यवस्था और वित्तीय क्षेत्र के हित की खातिर यह जारी रहना चाहिए.

रेटिंग: 4.74
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 337