Last updated on September 2nd, 2022 06:53 am

Economy | - Part 44_40.1

Economy

सेबी के सर्कुलर के मुताबिक, रेटिंग कंपनियां अब एक साल, दो साल और तीन साल की संचयी डिफ़ॉल्ट दरों में, शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों के लिए अपनी साप्ताहिक विदेशी मुद्रा पूर्वानुमान वेबसाइट पर प्रत्येक रेटिंग श्रेणी के लिए डिफ़ॉल्ट बेंचमार्क की एक.

Last updated on September 2nd, 2022 06:50 am

विदेशी मुद्रा भंडार 1.8 से बढ़कर 421.8 बिलियन अमरीकी डॉलर हुआ

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 31 मई 2019 को समाप्त में 1.875 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 421.867 बिलियन डॉलर हो गया। रिज़र्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों से पता चला है कि विदेशी मुद्रा आस्तियाँ, जो समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक है.

Last updated on September 2nd, 2022 06:52 am

द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य जारी : रेपो रेट घटकर 5.75% हुई

दूसरी द्वि-मासिक मौद्रिक नीति का वक्तव्य जारी कर दिया गया है। वर्तमान और विकासशील वृहद आर्थिक स्थिति के आकलन के आधार पर, मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने अपनी बैठक में यह निर्णय लिया: तरलता समायोजन सुविधा (एलएएफ) के तहत पॉलिसी.

Last updated on September 2nd, 2022 06:52 am

साप्ताहिक विदेशी मुद्रा पूर्वानुमान

महंगाई की चिंता के दबाव में रहेगा रुपया (आईएएनएस का मुद्रा पूर्वानुमान)

महंगाई की चिंता के दबाव में रहेगा रुपया (आईएएनएस का मुद्रा पूर्वानुमान)

मुम्बई, 26 मार्च (आईएएनएस)। कमोडिटी के बढ़ते दाम को लेकर महंगाई बढ़ने की आशंका से आगामी सप्ताह रुपये पर दबाव बना रहेगा।

इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में आयी तेजी और अन्य कच्चे माल के दाम में उछाल से भी महंगाई बढ़ने की संभावना है।

विश्लेषकों की राय में अगर यही स्थिति आगे भी साप्ताहिक विदेशी मुद्रा पूर्वानुमान बनी रहेगी तो विकास की संभावनायें तो कम होंगी ही साथ ही ब्याज दर में बढ़ोतरी करने का दबाव भी बढ़ जायेगा।

हालांकि, डॉलर की बिकवाली से फिलहाल रुपये की गिरावट थमी हुई है। अगले सप्ताह डॉलर के मुकाबले रुपये के 76 रुपये से 76.50 रुपये प्रति डॉलर के बीच रहने की संभावना है।

NTPC की वर्तमान स्थिति:

  • NTPC के पास अभी 920 मेगावाट की स्थापित अक्षय ऊर्जा परियोजनाएँ हैं और लगभग 2300 मेगावाट की अक्षय ऊर्जा परियोजनाएँ अभी निर्माण की प्रक्रिया में हैं।
  • इस समझौते से NTPC अपने ‘अक्षय ऊर्जा क्षमता योग कार्यक्रम’ में तेज़ी लाएगी और अपतटीय पवन ऊर्जा परियोजनाओं एवं विदेश में अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं में अपनी मौजूदगी का विस्तार करेगी।
  • इससे भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी NTPC को वर्ष 2032 तक 32 गीगावाट अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य को साप्ताहिक विदेशी मुद्रा पूर्वानुमान हासिल करने में मदद मिलेगी।
  • NTPC समूह के पास कुल स्थापित क्षमता 62110 मेगावाट की है। इनमें NTPC के पास 70 ऊर्जा केंद्र हैं जिनमें 25 संयुक्त उपक्रम सहित, 24 कोयला, 7 संयुक्त गैस/द्रव्य, 1 हाइड्रो और 13 अक्षय ऊर्जा केंद्र शामिल हैं।

ONGC की वर्तमान स्थिति:

  • ONGC के पास अभी 176 मेगावाट की अक्षय ऊर्जा परियोजनाएँ हैं जिसमें 153 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजनाएँ और 23 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजनाएँ शामिल हैं।
  • इस नए समझौते से अक्षय ऊर्जा व्यापार में ONGC की मौजूदगी बढ़ेगी और वर्ष 2040 तक यह अपने पोर्टफोलियो में 10 गीगावाट अक्षय ऊर्जा जोड़ने के लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम होगी।

आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण प्रभावित राज्य के MSMEs क्षेत्र को सहारा देने के लिये ‘रीस्टार्ट’ (ReStart) नाम से एक नया कार्यक्रम शुरू किया साप्ताहिक विदेशी मुद्रा पूर्वानुमान है।

प्रमुख बिंदु:

  • इस कार्यक्रम से MSMEs की 98,000 इकाइयों को लाभ होने की उम्मीद जताई गई है जो 10 लाख से अधिक लोगों को रोज़गार प्रदान करती हैं।
  • इसके अंतर्गत MSMEs सेक्टर के पुनरुद्धार के लिये आंध्रप्रदेश सरकार 1100 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
  • मुख्यमंत्री ने 450 करोड़ रुपए की पहली किस्त जारी करते हुए कहा कि MSMEs सेक्टर की फर्मों को कम ब्याज दरों पर इनपुट पूंजी ऋण प्रदान करने के लिये 200 करोड़ रुपए का एक विशेष कोष बनाया जाएगा।
  • इस कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य सरकार ने MSMEs से खरीदे जाने वाले लगभग 360 उत्पादों की पहचान की है जिनकी सरकारी खरीद पर 45 दिनों के अंदर पैसों का भुगतान किया जाएगा। कुल खरीद में से लगभग 25% सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों से, 4% SC/ST सामुदायिक उद्यमों से और 3% महिला उद्यमियों से खरीदा जाएगा।
  • इस पहल से 72531 से अधिक सूक्ष्म (Micro), 24252 लघु (Small) और 645 मध्यम (Medium) उद्योगों को लाभ होगा।

वैश्विक घटनाक्रम पर नजर जरूरी

ऐसे समय में जब भारतीय अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजार कई स्तरों पर अनिश्चितताओं से जूझ रहे हैं, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने पिछले सप्ताह बाजार को हैरानी में नहीं डालकर अच्छा ही किया। दरें तय करने वाली समिति ने नीतिगत रीपो दर को 50 आधार अंक बढ़ाकर 5.9 फीसदी कर दिया। इसी वजह से स्थायी जमा सुविधा और सीमांत स्थायी सुविधा दरों का समायोजन उसी हिसाब से किया गया है।

महंगाई की स्थिति को देखते हुए दर को और बढ़ाने की जरूरत होगी। मौद्रिक नीति समिति मौजूदा चक्र में इसे किस हद तक बढ़ाएगी, यह मुद्रा बाजार की हलचलों सहित विभिन्न कारकों पर निर्भर करेगा। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का अनुमान है कि मुद्रास्फीति वर्ष 2022-23 की अंतिम तिमाही में घटकर 5.8 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5 प्रतिशत के स्तर पर आ जाएगी। शुक्रवार को जारी मौद्रिक नीति रिपोर्ट के मुताबिक आरबीआई को उम्मीद है कि वर्ष 2023-24 में मुद्रास्फीति की दर औसतन 5.2 प्रतिशत रहेगी।

फिर एकबार मोदी सरकार के पूर्वानुमान से रुपया मजबूत, 79 पैसे उछलकर 69.44 पर पहुंचा

Exit Poll Effect: rupee strengthened by 79 paise, reaching 69.44 agaisnt Dollar | फिर एकबार मोदी सरकार के पूर्वानुमान से रुपया मजबूत, 79 पैसे उछलकर 69.44 पर पहुंचा

Highlights मतदान बाद जारी सर्वेक्षणों में एक बार फिर मोदी सरकार आने के अनुमान जारी हुये हैं। शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख का विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार पर भी असर रहा।

मुंबई, 20 मई (भाषा): मतदान समाप्त होने के बाद जारी एक्जिट पोल के अनुमान सामने आने के बाद सोमवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुरुआती कारोबार में डालर के मुकाबले रुपया 79 पैसे की जोरदार तेजी के साथ 69.44 रुपये पर पहुंच गया। मतदान बाद जारी सर्वेक्षणों में एक बार फिर मोदी सरकार आने के अनुमान जारी हुये हैं। इससे शेयर बाजार के साथ साथ विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में तेजी का रुख रहा।

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