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Paytm IPO : पेटीएम का आईपीओ दूसरे दिन सिर्फ 48 फीसदी सब्सक्राइब, जानें निवेशक पैसा लगाएं या नहीं

Paytm IPO : पेटीएम का आईपीओ दूसरे दिन सिर्फ 48 फीसदी सब्सक्राइब, जानें निवेशक पैसा लगाएं या नहीं

पेटीेएम का आईपीओ अब तक सिर्फ 48 फीसदी सब्सक्राइब

देश में लॉन्च हुए अब तक के सबसे बड़े आईपीओ Paytm को दूसरे दिन 48 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला. इस इश्यू के तहत जारी किए गए 4.83 करोड़ शेयरों में से अब तक सिर्फ 2.30 करोड़ शेयरों के लिए बीड मिली है. रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्से को1.20 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है.वहीं एनआईआई के लिए आरक्षित हिस्सा सिर्फ 4 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है. क्यूआईबी ( Qualified institutional buyers) के लिए आरक्षित 2.63 करोड़ शेयरों के लिए सिर्फ 1.18 करोड़ शेयरों के लिए बिडिंग हुई. उनके लिए आरक्षित हिस्से का 45 फीसदी ही सब्सक्राइब हुआ. विश्लेषकों का मानना है कि पेटीएम में एफडीआई भी आएगा.

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

विश्लेषकों का मानना है कि डिजिटल पेमेंट्स का पहला बड़ा खिलाड़ी होने के बावजूद पेटीएम के सामने काफी तगड़े कंपीटिटर हैं. खासकर गूगल पे से इसे तगड़ा कंपीटिशन मिल रहा है.हालांकि पेटीएम को इंश्योरेंस, ब्रोकिंग के बिजनेस में होने का फायदा मिल सकता है. ये बिजनेस पेटीएम को आगे बढ़त दिला सकते हैं लेकिन फिलहाल इसका वैल्यूएशन काफी ज्यादा है. Tips2Trades के को-फाउंडर और ट्रेनर पवित्र शेट्टी का कहना है कि निवेशकों को लिस्टिंग पर प्रॉफिट बुक कर निकल लेना चाहिए.फिर जब इसमें गिरावट आए तब एंट्री करना चाहिए. निवेशकों को लिस्टिंग के बाद 15 से 20 फीसदी की गिरावट का इंतजार करना चाहिए . इसके बाद इसमें निवेश करना चाहिए.

पेटीएम के आईपीओ में कितना दम?

रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट विकास जैन ने पेटीएम में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने की सिफारिश की है. उनके मुताबिक यह आईपीई प्राइस टु सेल के 43.7x FY21 पर वैल्यूड है साथ ही यह 36.7x FY22 पर भी वैल्यूड है. यह हाल में लॉन्च हुए जोमैटो के आईपीओ से 12 फीसदी डिस्काउंट पर उपलब्ध है. जैन का मानना है की पेटीएम जैसे यूनिकॉर्न के हाई वैल्यूएशन से इसके स्केल और ब्रांड इक्विटी का पता चलता है. इसी तरह GMV में 33 फीसदी की ग्रोथ ने इसकी संभावना बेहतर की है.यह ग्रोथ कोरोना के बावजूद 2019-21 के बीच हासिल हुई है. इसका डिजिटल पेमेंट वैल्यू भी 17 फीसदी बढ़ा है.ऐसे में यह लॉन्ग टर्म के लिए बढ़िया शेयर साबित क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए हो सकता है.

(Article: Surabhi Jain)

(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

Paytm IPO: खुल गया देश का सबसे बड़ा पेटीएम IPO, क्या आपको भी करना चाहिए निवेश?

paytm ipo

Paytm IPO: देश की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट्स कंपनी पेटीएम (Paytm) की पैरंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशन लिमिटेड (One 97 Communications Ltd) का महा आईपीओ (IPO) आज यानी 8 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. 10 नवंबर को बंद होगा. आज से 5 साल पहले 8 नवंबर, 2016 को देश में नोटबंदी की घोषणा हुई थी और उसका सबसे ज्यादा पेटीएम को ही हुआ था. पेटीएम के देश में 33 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं. कंपनी इसके जरिए 18,300 करोड रुपये जुटाना चाहती है. यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है. कंपनी के इश्यू का प्राइस बैंड 2080-2150 रुपए है.

Paytm का इश्यू 8 नवंबर को खुला है और 10 नवंबर को बंद होगा. कुल इश्यू का 45% फंड कंपनी ने एंकर इनवेस्टर्स से ही जुटा लिया है. Paytm का एंकर बुक भारत का सबसे बड़ा एंकर बुक है. पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा, जापान का सॉफ्टबैंक, चीन के एंट ग्रुप, अलीबाबा और Elevation Capital कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे. विजय शेखर शर्मा इसके जरिए आने वाली राशि का इस्तेमाल QBE Raheja के साथ फाइनेंशियल डील को पूरा करने में करेंगे.

Paytm घाटे में है

इसमें कोई दो राय नहीं है कि पेटीएम समेत भारत की कई टेक स्टार्टप कंपनियां घाटे में चल रही हैं. पेटीएम का 2021 में कुल रेवेन्यू 2,802 करोड़ रुपए है. ध्यान रहे कि ये राजस्व है प्रॉफिट नहीं. महामारी का कंपनी पर खासा प्रभाव पड़ा है. कुल संपत्ति 19.4 प्रतिशत गिरकर ₹6,534.8 करोड़ हो गई जो 2019-20 में ₹8,105.2 करोड़ थी.

वित्तीय वर्ष 2020-21 में कंपनी को ₹1,701 करोड़ का घाटा हुआ, हालांकि यह 2019-20 में ₹2,942.4 करोड़ से कम था.

कंपनी की तरफ से बयान आया कि "हम उम्मीद करते हैं कि हमारे खर्च में वृद्धि होगी क्योंकि हम अतिरिक्त कर्मियों को नियुक्त करते हैं, अपने संचालन और बुनियादी ढांचे का विस्तार करते हैं, दोनों घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, अपने प्लेटफार्मों को बढ़ाने का खर्च भी आता क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए है."

कुछ आंकड़ों की बात करें तो पिछले वित्त वर्ष में कुल आय 10% घटकर ₹3,186.8 करोड़ रही जो उससे पिछले वित्त वर्ष में ₹3,540.7 करोड़ थी. मार्केटिंग का खर्च 2020-21 में लगभग आधा होकर ₹532.5 करोड़ हो गया, जो 2019-20 में ₹1,397.1 करोड़ था.

आने वाले आईपीओ को लेकर एक्सपर्ट्स की क्या राय है?

भारत की टेक यूनिकॉर्न पेटीएम को लेकर अधिकतर एक्सपर्ट्स का राय सकारात्मक ही है. जिस तरह से निवेशकों ने जोमेटो के आईपीओ का स्वागत किया उससे ज्यादा पेटीएम के लिए भी निवेशक उत्साह में है.

विशेषज्ञों की राय ​​है कि इस आईपीओ की सफलता काफी हद तक अपरिहार्य है क्योंकि निवेशक कंपनी की मौजूदा वित्तीय स्थिति से परे देख रहे हैं. निवेशक टेक कंपनियों में ये नोटिस करते हैं कि उसके पास कितने यूजर्स हैं या यूजर्स कितना एंगेज करते हैं कंपनी की ऐप से. साथ ही वे कुल रेवेन्यू का भी आंकलन कर निवेश करते हैं

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की सीनियर एनालिस्ट काजल गांधी का कहना है, 'ये बिजनेस मॉडल ऐसे हैं, जिनमें अचानक से मुनाफे में बदलने की क्षमता है. “कल, जब वे ग्राहकों से शुल्क वसूलना शुरू करते हैं, तो प्रोफिट बढ़ेगा ही. निवेशक ऐसे व्यवसायों में प्रवेश कर रहे हैं जिनमें बहुत अधिक संभावनाएं हैं, फिर फिलहाल के लिए कंपनी घाटे में ही क्यों न चल रही हो."

अब पेटीएम यूपीआई हैंडल के जरिए भी आप कर सकते हैं आईपीओ में आवेदन

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पेटीएम इस साल छोटे शहरों में 3.5 लाख डिमैट खाते खोलने का लक्ष्य रखा है. वित्त वर्ष 2021 में 24 कंपनियों ने आईपीओ पेश किया और पूंजी बाजार से 48,493 करोड़ रुपये जुटाए.

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सतीश गुप्ता ने कहा, "आईपीओ के क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए लिए पेटीएम यूपीआई को अनुमति से हम लाखों निवेशकों को निर्बाध, सुरक्षित और तेजी से भुगतान का विकल्प उपलब्ध करा पाएंगे. इससे निवेशक अपने वित्तीय पोर्टफोलियो का विस्तार कर सकेंगे."

गुप्ता ने कहा, "हमारा मानना है कि प्रत्येक भारतीय को पूंजी बाजार में पहुंच और शेयर बाजारों में सूचीबद्ध सफल कंपनियों के शेयरों में निवेश से लाभ कमाने का अधिकार है." पेटीएम की स्टॉक ब्रोकिंग इकाई ने इस साल के अंत क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए तक छोटे शहरों में 3.5 लाख डिमैट खाते खोलने का लक्ष्य रखा है.

Paytm Stock में अब क्या करें निवेशक? मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने दी सुपर टिप्स, मैक्वायरी ने रिवाइज किया TGT

Paytm Stock price: लगातार टूट रहे शेयर प्राइस से ब्रोकरेज फर्म का भरोसा भी कम हुआ है. ऐसे में अब एक्सपर्ट्स भी पेटीएम के शेयर से पैसा निकालने की सलाह दे रहे हैं.

Paytm Stock Price: डिजिटल पेमेंट कंपनी Paytm का शेयर लगातार टूट रहा है. अपने IPO के इश्यू प्राइस के मुकाबले अब तक इसमें 43% से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. निवेशकों का पैसा लगातार डूब रहा है. ऐसे में पेटीएम के शेयर में क्या करना चाहिए? यह सवाल लगातार उठ रहा है. इस पर अब ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी ने अपनी फ्रेश रिपोर्ट जारी की है. फर्म ने Paytm Stock का बड़ा टारगेट कट दिया है. इसके अलावा ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने भी स्टॉक पर अपनी सुपर टिप्स क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए दी हैं.

क्या है मैक्वायरी की रिपोर्ट?

ब्रोकरेज फर्म मैक्वावयरी ने Paytm Stock को अंडरपरफॉर्म की रेटिंग दी है. साथ ही इसके टारगेट प्राइस में भी बड़ा कट किया है. मैक्वायरी पहले से ही पेटीएम पर काफी bearish रहा है. IPO के वक्त मैक्वायरी ने 1250 रुपए का टारगेट दिए थे, जबकि इश्यू प्राइस 2150 रुपए था. लेकिन, पिछले हफ्ते ही 1250 रुपए के नीचे फिसल चुका है. अब मैक्वायरी ने इसके टारगेट में और बड़ा कट किया है. फर्म ने लक्ष्य को 1200 रुपए से घटाकर 900 रुपए कर दिया है.

ज़ी बिज़नेस के एक्सपर्ट पैनल में शामिल और इक्विटीरश के कुणाल सरावगी (Kunal Saraogi) का मानना है कि स्टॉक की बहुत सीमित हिस्ट्री है, इसलिए कुछ भी पुख्ता तौर पर कहना मुश्किल है. लेकिन, 1300 रुपए के लेवल्स पर एक सपोर्ट था, जो पिछले हफ्ते ही टूट गया है. अभी और गहराई दिखाई दे रही. अभी लेवल्स को और नीचे आते हुए देखेंगे. जिनके पास भी पोजिशन है, जब 1300 रुपए का लेवल पार नहीं होगा, राहत नहीं मिलेगी. अगर 1300 रुपए के ऊपर जाता है, तभी खरीदारी की राय है. नहीं तो स्टॉक से पैसा निकालकर कहीं और पैसा डालना चाहिए.

मार्केट गुरु ने दी सुपर टिप्स

मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा है कि 'पेटीएम के शेयरों से दूर रहना चाहिए. खरीदना नहीं चाहिए. जब स्टॉक लिस्टिंग के बाद 1300-1325 के लेवल्स पर आया था तो खरीदारी की राय दी थी. उस वक्त लेवल्स ठीक लग रहे थे और उसके बाद 1800-1900 रुपए पहुंचा भी था. इसके बाद प्रॉफिट बुकिंग की भी राय दी थी. अभी वो कम्फर्ट और कॉन्फिडेंस नहीं है. अब मैनेजमेंट से बात करके उनके प्लांस को समझना होगा. फिर इस तिमाही के नतीजे देखने के बाद ही यह फैसला करेंगे कि स्टॉक 1200 रुपए के लेवल्स पर लेना है या नहीं. कम्फर्ट और कॉन्फिडेंस आने पर ही खरीदने में समझदारी है. थोड़ा वेट एंड वॉच के मूड में हूं.'

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स्टॉक पर नहीं है कॉन्फिडेंस

अनिल सिंघवी ने कहा- अभी खरीदारी करने की राय नहीं है. जो कॉन्फिडेंस 1325 रुपए के लेवल्स पर था, अब नहीं है. लिस्टिंग के बाद से जिस तरह का प्रदर्शन किया है और एक रन-अप ऊपर दिया, उसके बाद स्टॉक ठीक नहीं पाया. फोलोअप बाइंग जो आनी चाहिए वो आ क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए नहीं रही है. कोई अच्छी खबर भी नहीं आ रही है तो फिलहाल तिमाही नतीजों का इंतजार करना चाहिए. उसके बाद देखेंगे लेना है या नहीं.

SEBI के नियमों के मुताबिक, रिटेल निवेशक किसी भी IPO क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए में सिर्फ 2 लाख रुपए तक निवेश कर सकते हैं. आम तौर पर रिटेल निवेशक लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते हैं. अगर किसी निवेशक ने Paytm IPO के वक्त 100 शेयर खरीदे होंगे, तो उसे क्या आपको पेटीएम के आईपीओ में इन्वेस्टमेंट करना चाहिए 2,15,000 रुपए का निवेश करना पड़ा होगा. मौजूदा शेयर भाव पर निवेशकों को 91,800 रुपए का नुकसान हो चुका है. महज 2 महीने में निवेशकों को कंपनी शेयर पर इतना नुकसान हुआ है.

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